सीबीएसई बोर्ड का पहला एग्जाम रहा थकान भरा

लास्ट मोमेंट तक आंसर लिखते रहे स्टूडेंट्स

BAREILLY: सीबीएसई बोर्ड एग्जाम्स का पहला ही दिन थकान भरा रहा। ऐसा नहीं था कि क्वेश्चन पेपर काफी हार्ड रहा हो और स्टूडेंट्स को समझने में ज्यादा मेहनत करनी पड़ी हो। लेकिन क्वेश्चंस लेंदी होने की वजह से स्टूडेंट्स को खूब लिखना पड़ा। कई स्टूडेंट्स ने बताया कि इस वजह से आखिरी वक्त पर उन्हें कई क्वेश्चंस को जल्दी-जल्दी में निपटाना पड़ा। हालांकि स्टूडेंट्स ने पेपर लेंदी होने की कंप्लेन जरूर की लेकिन ईजी पेपर ने काफी हद तक एग्जाम प्रेशर को कम करने का काम किया।

2% रहे absent

सैटरडे से सीबीएसई क्लास 10 और क्लास 12 के बो‌र्ड्स एग्जाम्स स्टार्ट हुए। 10 सेंटर पर क्लास 12 का इंग्लिश का पेपर था। वहीं क्लास 10 के लिए ड्रॉइंग समेत रीजनल एग्जाम का पेपर था। इसमें कोई स्टूडेंट अपीयर नहीं हुआ। इंग्लिश के लिए टोटल 4710 स्टूडेंट्स रजिस्टर्ड थे, लेकिन करीब 2 परसेंट स्टूडेंट्स अब्सेंट रहे। रीजनल कोऑर्डिनेटर रजनी सिंह ने बताया कि उनके सेंटर डीपीएस में 603 स्टूडेंट्स अलॉट थे, लेकिन 590 स्टूडेंट्स ने एग्जाम दिया।

काफी कम थे option

पेपर में इस बार ऑप्शंस भी काफी कम थे। इसी वजह से स्टूडेंट्स को पेपर काफी लेंदी लगा। ऑप्शन ना होने के चलते स्टूडेंट्स को कंपलसरी क्वेश्चंस को ही सॉल्व करना पड़ा। स्टूडेंट्स ने बताया कि डिस्क्रिप्शन और नॉवेल को लेकर पूछे गए क्वेश्चंस लेंदी थे। खासकर राइटर्स और कैरेक्टर्स के बारे में पूछे गए क्वेश्चंस ने काफी टाइम लिया।

पहले के मुकाबले इस बार पेपर में ऑप्शंस काफी कम दिए गए थे। जबकि प्रिवियस ईयर के क्वेश्चन पेपर में काफी ऑप्शंस थे। इस वजह से हमारे पास कोई च्वॉइस नहीं बची।

- गौरी, स्टूडेंट

पेपर काफी लेंदी था। ऑप्शंस कम होने की वजह से हमें दिए गए क्वेश्चंस को ही अटेंप्ट करना पड़ा।

- आयुषी शर्मा, स्टूडेंट

पेपर ईजी था। पहला पेपर ईजी होने की वजह से एग्जाम प्रेशर से काफी रिलीफ मिला। जो इंपॉर्टेट क्वेश्चंस थे वह पहले सॉल्व किए।

- कपिल, स्टूडेंट

नॉवेल पार्ट से जो क्वेश्चंस पूछे गए थे उन्हें सॉल्व करने में थोड़ी परेशानी जरूर हुई, खासकर कैरेक्टर्स को लेकर। बाकी पेपर काफी ईजी था।

- सिद्धार्थ, स्टूडेंट