सीबीएसई ने नए सेशन के करिकुलम में किए बदलाव

थ्योरिटकली व लॉन्ग क्वेश्चंस को काफी हद तक किया कम

>BAREILLY: सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंड्री एजुकेशन सीबीएसई ने नए सेशन से अपने करिकुलम में बड़े पैमाने पर बदलाव किए हैं, जिसमें बोर्ड ने अपने करिकुलम को ज्यादा प्रैक्टिकली बनाने की कवायद की है। थ्योरिटकली व लॉन्ग क्वेश्चंस को काफी हद तक कम किया गया है और उनके मा‌र्क्स डिस्ट्रिब्यूशन में भी बदलाव किया गया है। बोर्ड ने क्लास 9 से क्ख् तक के मेन व लैंग्वेज दोनों तरह के सब्जेक्ट्स में यह बदलाव किया है। इससे संबंधित डॉक्यूमेंट्स और पेपर पैटर्न का मैटीरियल भी जारी कर दिया गया है। साथ ही स्कूल्स को यह निर्देश दिए गए हैं वे नए करिकुलम और पेपर पैटर्न के अनुसार ही स्टूडेंट्स की तैयारी कराएं।

डेवलप होगी स्किल्स

बोर्ड के एकेडमिक्स, रिसर्च, ट्रेनिंग्स और इनोवेशंस की डायरेक्टर डॉ। साधना पराशर ने इस संबंध में सभी प्रकार के निर्देश जारी कर दिए हैं। उनके निर्देशों के अनुसार जो करिकुलम ख्0क्ब् में तैयार किया गया था, उनमें कई तरह के बदलाव किए गए हैं। जिससे संबंधित कंपैरिजन करते हुए डॉक्यूमेंट्स भी जारी किए गए हैं। पहले करिकुलम में क्या था और नए सेशन के करिकुलम में क्या बदलाव किया गया है, इसको स्पष्ट करते हुए डॉक्यूमेंट्स जारी किए गए हैं। बदलावों को लेकर बोर्ड का ऑब्जेक्टिव स्टूडेंट्स की रिजनिंग, इंटरप्रेटेशन, एनेलाइसिस समेत कई तरह के स्किल्स को डेवलप करना है।

हाईस्कूल में ज्यादा बदलाव नहीं

क्लास 9 और क्0 के करिकुलम में ज्यादा बदलाव नहीं किए गए हैं। इंग्लिश कम्यूनिकेटिव के एस वन व एस टू में कोई चेंज नहीं किया गया है। जबकि इंग्लिश लैंग्वेज के प्रोज व पोयट्री में बदलाव कर शॉर्ट क्वेश्चंस भी इंक्लूड किए गए हैं। स्टूडेंट्स की इंटरप्रेटेशन स्किल्स पर ज्यादा जोर दिया गया है। इसके अलावा हिंदी ए व बी के करिकुलम और क्वेश्चन पेपर के पैटर्न में भी बदलाव किया गया है। साइंस सब्जेक्ट में कोई चेंज नहीं है, वहीं सोशल साइंस में कुछ हद तक बदलाव कर फूड सिक्योरिटी के टॉपिक पर जोर दिया गया है।

इंटर के दो दर्जन सब्जेक्ट्स चेंज

हाईस्कूल के इतर इंटर के कई सब्जेक्ट्स में बड़े पैमाने पर चेंजेस किए गए हैं। इंग्लिश, हिंदी, हिस्ट्री, पॉलीटिकल साइंस, सोशियोलॉजी, जियोग्राफी, इकोनॉमिक्स, ग्राफिक डिजाइन, मैथ्स, इंजीनियरिंग, साइकोलॉजी, फिजिक्स, बायोलॉजी, मल्टीमीडिया, कम्प्यूटर साइंस, इंफॉर्मेटिक्स और अकाउंट्स के करिकुलम और पेपर पैटर्न में बदलाव किया गया है।

ताकि समझें रटे नहीं

बोर्ड के बदलावों पर ध्यान दें तो उसकी पूरी कवायद स्टूडेंट्स में समझने की प्रवृत्ति को डेवलप करना है। ताकि वे रटने की पारंपरिक पद्धति से बाज आएं। मैथ्स सब्जेक्ट्स को ही लीजिए। इसमें बोर्ड ने अंडरस्टैंडिंग बेस्ड के मा‌र्क्स में क्म् बढ़ोतरी करते हुए ख्ख् मा‌र्क्स कर कर दिया है। इसके अलावा अप्लीकेशन बेस्ड क्वेश्चंस के मा‌र्क्स में भी बढ़ोतरी की गई है। इसको बढ़ाकर ख्भ् से ख्9 मा‌र्क्स कर दिया है। जबकि इवैलुएशन बेस्ड क्वेश्चंस के मा‌र्क्स में कमी करते हुए क्8 से क्ब् मा‌र्क्स कर दिया है। अब ग्राफिक डिजाइन सब्जेक्ट के पैटर्न को समझने की कोशिश करते हैं। इस बार मल्टीपल च्वाइस बेस्ड क्वेश्चंस की जगह वेरी शॉर्ट आंसर के पैटर्न को इंक्लूड किया गया है। इसमें अप्लीकेशन बेस्ड क्वेश्चंस के मा‌र्क्स वेटेज को 7 पर्सेट से बढ़ाकर ख्भ् पर्सेट कर दिया गया है। इवैलुएशन बेस्ड क्वेश्चंस में कमी करते हुए वेटेज को ब्ब् से घटाकर ख्फ् परसेंट कर दिया गया है। यही नहीं प्रैक्टिकल के मा‌र्क्स ख्0 से बढ़ाकर फ्0 कर दिए गए हैं।