-24 साल पहले किसानों को लीज पर दी गई थी जमीन
- जमीन खाली कराने की कवायद शुरू हो गई है
BAREILLY: ख्ब् साल बाद छावनी परिषद को अपनी साठ एकड़ जमीन की याद आई है। रक्षा संपदा महानिदेशक ने वर्ष क्990 और 9ख् में किसानों को लीज पर दी गई जमीन का रिकॉर्ड तलब किया। इसे लेकर ऑफिसर्स और वर्कर्स सभी में हड़कंप मच गया। इस बाबत रिकॉर्ड जुटाने का कार्य शुरू कर दिया गया है। पुराना रिकॉर्ड खंगालने के बाद रिकॉर्ड तो मिला, लेकिन अब खेती करने वाले किसान जमीन छोड़ने को तैयार नहीं हैं। बोर्ड ऑफिसर्स ने जमीन का रिकॉर्ड हेड ऑफिस भेज दिया, जिसके बाद जमीन खाली कराने की कवायद शुरू कर दी गई है।
यह था माजरा
बरेली छावनी परिषद ने नगर पंचायत ठिरिया निजावत खां रोड की अपनी साठ एकड़ भूमि किसानों को वर्ष क्990 और 9ख् में लीज पर दी थी। इनमें से अधिकांश किसानों की मौत हो गई। उनके परिजन भूमि को अपना समझ खेती करने लगे। दूसरी ओर कैंटोनमेंट बोर्ड भी अपनी करोड़ों की जमीन भूल चुका था। इसी कारण दोबारा लीज न होने के साथ ही जमीन वापस नहीं ली गई। लेकिन पिछले दिनों रक्षा मंत्रालय ने अपनी भूमि का ब्योरा जुटाना शुरू किया। इस पर रक्षा संपदा महानिदेशक, लखनऊ ने छावनी परिषद बोर्ड से भी साठ एकड़ भूमि का रिकॉर्ड मांग लिया। हेड ऑफिस से लेटर मिलते ही ऑफिस में हड़कंप मच गया।
लीज पर दी गई ख्ब् साल पहले की जमीन का रिकॉर्ड मुख्यालय ने मांगा था, तत्काल रिकॉर्ड भेज दिया। इस बाबत कार्रवाई की जा रही है।
आरएच अवस्थी, सीईओ, छावनी परिषद बरेली