सीआई पार्क और गांधी उद्यान में कैंटीन का फिर से होगा आवंटन
सुबह 6 बजे से पार्क में टहलने वालों को मिलेगी रिफ्रेशमेंट की सुविधा
BAREILLY: शहर के दो बड़े पार्को में सैर और सेहत संवारने जाने वालों को जल्द ही निगम की ओर से कैंटीन की सुविधा भी मिलने वाली है। शहर के सिविल लाइंस स्थित गांधी उद्यान और प्रेमनगर के सीआई पार्क में नगर निगम की ओर से कैंटीन शुरू की जा रही है। कैंटीन शुरू होने से इन पार्को में आने वालों को रिफ्रेशमेंट की सुविधा मिल सकेगी। संडे और छुट्टियों वाले दिन भीड़ से गुलजार रहने वाले इन पार्को में अपने कद्रदानों के लिए एक अदद कैंटीन भी नसीब न थी। निगम की बोर्ड बैठक में
इन दोनों ही पार्को में कैंटीन शुरू करने को हरी झंडी दे दी गई है।
जल्द हाेगा आवंटन
शहर के इन दोनों ही बड़े पार्को में पहले कैंटीन खुलवाई गई थी। लेकिन पिछले लंबे समय से इनका आवंटन न होने से इन पर ताले पड़े थे। कैंटीन बंद होने से इन पार्को में आने वाले सैलानी भी रिफ्रेशमेंट प्वॉइंट न होने से मायूस ही रहते। बोर्ड बैठक में इन दोनों कैंटीन के आंवटन जल्द कराने पर फैसला लिया गया है। आवंटन में भी विकलांग उम्मीदवारों को प्राथमिकता मिलेगी। शारीरिक रूप से 40 फीसदी से ज्यादा विकलांग उम्मीदवार ही कैंटीन के आवंटन में प्राथमिकता पाएंगे।
रहेगी उचित व्यवस्था
पार्को में खुलने वाली कैंटीन में जनता के लिए अच्छे इंतजाम होंगे। आंवटन की शर्तो के मुताबिक कैंटीन का आंवटन तीन साल के लिए किया जाएगा। कैंटीन सुबह 6 बजे से शाम 9 बजे तक खुलेगी। कैंटीन में नॉनवेज, एल्कोहलिक और गुटखा-पान मसाला जैसी चीजों की बिक्री नहीं होगी। साथ ही कैंटीन के आस पास साफ सफाई की सही व्यवस्था होगी। जानकारों ने बताया कि कैंटीन में खाने पीने के सामान की सही क्वालिटी रखी जाएगी, जिस पर जिम्मेदारों की नजर रहेगी। वहीं खाने पीने का सामान भी किफायती दरों पर मुहैया कराया जाएगा।
नंदौसी पर निगम की नींद बरकरार
निगम की जमीन पर बने अवैध हॉटमिक्स प्लांट पर कार्रवाई से अधिकारी बेखबर
मुकदमा कराने, कोर्ट में स्टे होने और दस्तावेजों जानकारी नही, मेयर ने जताया खेद
BAREILLY: नंदौसी में नगर निगम की जमीन पर बने हॉटमिक्स प्लांट पर निगम के अफसरानों की नींद बरकरार है। महीनों से इस मामले के तूल पकड़ने के बावजूद जिम्मेदारों को इस पर कोई खोज खबर नहीं। निगम की जमीन पर बने हॉटमिक्स प्लांट के खिलाफ मुकदमा कराने की कवायद पर भी अफसरों को जानकारी नहीं। न ही अफसरान इस बात से खबरदार हैं कि मुकदमा कराने के बाद कोर्ट में इस मामले में कोई स्टे तो नहीं मिला है। निगम की जमीन पर ही इतने बड़े कब्जे के मामले में कार्रवाई तो दूर अधिकारियों को यह तक नहीं मालूम कि इस मामले से जुड़ी पत्रावलियां कहां हैं।
बोडर् बैठक में खुली पोल
सैटरडे को हुई बोर्ड बैठक में प्रश्नकाल के दौरान इस विवादित मुद्दे पर भाजपा पार्षद नेता विकास शर्मा ने सवाल दागे थे। भाजपा पार्षद ने पूछा कि नंदौसी में निगम की जमीन का मामला हाईकोर्ट में होने के बावजूद भूमि आवंटन के फाइलें कैसे और क्यों बनी। अगर फाइलें बनी तो मौजूदा समय में यह फाइलें कहां हैं और भूमि पर आवंटन या कब्जा किसका है, लेकिन भाजपा पार्षद के इन सवालों पर सदन में बैठे अफसरान कुछ न बोल सकें। वहीं मामले से जुड़ी फाइलों की स्थिति पर भी अधिकारियों ने जानकारी न होना बताया।
मेयर ने जताया खेद
बोर्ड बैठक के दौरान होने वाले प्रश्नकाल में पूछे गए सवालों पर जवाब न दे पाने के चलते निगम के अफसरों की एक बार फिर किरकिरी हुई। नंदौसी पर निगम की जमीन पर हुए कब्जे पर कोई जानकारी न होने और फाइलों के बारे में जवाब न दे पाने वाले अफसरों पर मेयर डॉ। आईएस तोमर ने खेद जताया। अफसरों की सुस्ती और संगीन मामलों में भी लापरवाह रवैये पर मेयर ने नाराजगी जताई और मामले से जुड़े जवाब जल्द ही पार्षद को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।