स्टूडेंट्स के सभी काम फंसे

कर्मचारियों की बेमियादी स्ट्राइक से सबसे ज्यादा प्रॉब्लम्स स्टूडेंट्स को फेस करनी पड़ रही है। माइग्रेशन, डिग्री सर्टिफिकेट समेत अन्य डॉक्यूमेंट्स लेने जैसे रोजमर्रा के स्टूडेंट्स के काम रुके हुए हैं.  इसके अलावा स्टूडेंट्स के सभी एकेडमिक काम रुके हुए हैं। कर्मचारियों की हड़ताल से सभी विभागों के काम ठप पड़े हैं। कोई स्टूडेंट किसी प्रकार का डॉक्यूमेंट मांगता है तो आरयू के अधिकारी उसे एक प्रमाण पत्र थमा देते हैं जिसमें यह लिखा हुआ है कि वे हड़ताल की वजह से डॉक्यूमेंट प्रोवाइड नहीं कर सकते। आरयू के डीएसडब्लू ऑफिस में वैकल्पिक तौर पर टीचर्स स्टूडेंट्स के स्कॉलरशिप फॉर्म जमा करने में जुटे हुए हैं।

न फॉर्म चेक, न रोल न। अलॉट

स्ट्राइक की वजह से एग्जाम्स से रिलेटेड सभी काम इफेक्ट हुए हैं। यहां तक की तैयारियां ही अभी तक स्टार्ट नहीं हुई हैं। इंप्रूवमेंट वाले स्टूडेंट्स को छोड़ सभी रेगुलर और प्राइवेट स्टूडेंट्स के फॉर्म आरयू में जमा हैं। इन फॉम्र्स की चेकिंग होनी थी। हड़ताल की वजह से हजारों फॉम्र्स की चेकिंग नहीं हो पाई है। जिस वजह से स्टूडेंट्स के रोल नम्बर अलॉट नहीं हो पाए हैं। फॉर्म की चेकिंग न होने की वजह से यह क्लियर नहीं हो पाया है कि ऑथेंटिक स्टूडेंट्स ने ही फॉर्म फिल किया है कि नहीं।

प्रैक्टिकल्स एग्जाम्स पर ग्रहण

फरवरी के फस्र्ट वीक में ही प्रैक्टिकल्स एग्जाम कंडक्ट होने लगते थे। लेकिन इस बार कर्मचारियों की हड़ताल की वजह से फॉर्म की चेकिंग और रोल नम्बर अलॉटमेंट दोनों ही महत्वूपर्ण काम ठप पड़े हैं। ऐसे में जब तक रोल नम्बर अलॉट नहीं होंगे तब तक प्रैक्टिकल्स कराना असंभव लग रहा है।

जल्दबाजी में गड़बडिय़ां

कर्मचारियों की हड़ताल खत्म होने के बाद आरयू एडमिनिस्ट्रेशन एग्जाम्स की तैयारियों में जुट जाएगा। ऐसे में वह जल्दी से जल्दी प्रक्रिया पूरी करने में अपना ध्यान केंद्रित कर देगा। ऐसे में गड़बडिय़ां होने के पूरे आसार हैं। कर्मचारियों की मानें तो एसी स्थिति में फॉर्म की स्क्रिनिंग में कई गड़बडिय़ां होती हैं।

सेशन लेट होने की संभावना

कर्मचारियों के आंदोलन से सेशन लेट होने की संभावना बढ़ गई है। प्रैक्टिकल्स लेट होंगे। मेन एग्जाम्स टल जाएंगे। ऐसे में रिजल्ट भी लेट ही डिक्लेयर होंगे। करीब एक महीना आगे खिसकने की पूरी संभावना जताई जा रही है।

टीचर्स ने हाथ खींचा

बकाया एरियर की मांग को लेकर कॉलेजेज के टीचर्स के कार्य बहिष्कार ने नया बखेड़ा खड़ा कर दिया है। टीचर्स 1 जनवरी 2006 से बकाया एरियर की मांग कर रहे हैं। इसको लेकर रूटा के बैनर तले बीसीबी समेत दूसरे सहायता प्राप्त कॉलेजेज के टीचर्स ने कार्यबहिष्कार का ऐलान कर दिया। रूटा के जनरल सेक्रेट्री डॉ। स्वदेश सिंह ने बताया कि अपनी मांगों को लेकर टीचर्स ने प्रैक्टिकल्स को कंडक्ट कराने से हाथ खींच लिया है। ऐसे में फरवरी में प्रैक्टिकल्स एग्जाम्स पर खतरे के बादल मंडराने लगे हैं।

कई एग्जाम्स टले, खतरा कायम

टीचर्स के हड़ताल के चलते मंडे को कंडक्ट होने वाले बीबीए, बीसीए और लॉ के एग्जाम्स टाल दिए गए। फ्यूचर के भी कई एग्जाम्स के कंडक्ट होने पर खतरे के बादल मंडराने लगे हैं। बीलिब फस्र्ट सेमेस्टर के एग्जाम्स 30 जनवरी और 2 व 5 फरवरी को होने थे। इन एग्जाम्स को भी आगे के लिए टाल दिया गया है। वहीं हिंदू कॉलेज के अध्यक्ष डॉ। एपी सिंह ने बताया कि 29 व 30 जनवरी और 1 फरवरी को होने वाले बीबीए, बीसीए और लॉ के एग्जाम्स के भी टलने के आसार बन गए हैं।

इंप्रूवमेंट वाले स्टूडेंट्स भी फंसे

इंप्रूवमेंट एग्जाम्स के रिजल्ट का वेट करने वाले स्टूडेंट्स की प्राब्लम्स बढ़ती ही जा रही हैं। तीन महीने के बाद रिजल्ट डिक्लेयर हुआ। और कर्मचारियों के हड़ताल की वजह से उनकी मार्कशीट आरयू के एडमिनिस्ट्रेशन बिल्डिंग में पड़ी हुई है। जिस वजह से वे एग्जाम्स का फॉर्म नहीं भर पा रहे हैं। जबकि फरवरी में प्रैक्टिकल्स एग्जाम्स स्टार्ट होने हैं और मार्च में मेन एग्जाम्स। ऐसे में साल भर से एडमिशन का वेट कर रहे स्टूडेंट्स को अभी भी काफी समय तक वेट करना पड़ सकता है। स्टूडेंट्स को न मार्कशीट का पता है और नही एग्जाम्स फॉर्म का।

टीचर्स ने किया प्रदर्शन

अपने बकाया एरियर की मांग को लेकर रुहेलखंड यूनिवर्सिटी टीचर्स एसोएिसशन के बैनर तले बीसीबी समेत दूसरे सहायता प्राप्त कॉलेजेज भी अब कार्यबहिष्कार पर चले गए। उन्होंने प्रैक्टिकल्स एग्जाम्स को बहिष्कार करने का ऐलान कर दिया है। इसी क्रम में मंडे को सभी टीचर्स ने आरयू के कैंपस में प्रदर्शन किया। रुटा के जनरल सेक्रेट्री डॉ। स्वदेश सिंह, बीसीबी टीचर्स यूनियन के जनरल सेक्रेट्री डॉ। वीपी सिंह, डॉ। एसी त्रिपाठी, डॉ। जोगा सिंह, डॉ। डीके सिंह समेत कई टीचर्स हड़ताल में शामिल रहे। इस ऑकेजन पर बीसीबी के प्रिंसिपल डॉ। आरपी सिंह ने टीचर्स के हड़ताल के साथ आरयू के कर्मचारियों के हड़ताल को भी समर्थन दिया।

एडमिनिस्ट्रेशन करेगा अपील

स्ट्राइक खत्म करने के लिए आरयू एडमिनिस्ट्रेशन कर्मचारियों से अपील करेगा। रजिस्ट्रार केएन पांडेय और वीसी प्रो। मुहम्मद मुजम्मिल के साथ हुई मीटिंग में फिलहाल कोई ठोस एक्शन न लेने का डिसिजन लिया गया। रजिस्ट्रार ने बताया कि उनके स्ट्राइक को पहले ही अवैध घोषित कर दिया गया है। काम न करने के दिनों का उन्हें वेतन नहीं दिया जाएगा।

मेन एग्जाम्स टलने के आसार

आरयू ने मेन एग्जाम्स को कंडक्ट कराने की प्रस्तावित डेट 5 मार्च रखी है। लेकिन जो हालात हैं उससे एग्जाम्स टलने के पूरे आसार हैं। संभावना यही जताई जा रही है कि अब 5 मार्च से एग्जाम्स कंडक्ट कराना आरयू के लिए टेढ़ी खीर होगी। फॉर्म की स्क्रीनिंग में काफी समय लगेगा। उसके बाद एडमिट कार्ड जारी होंगे। इस प्रक्रिया में काफी समय लगेगा। पहले प्रैक्टिकल्स कंडक्ट कराए जाएंगे उसके बाद मेन एग्जाम्स। ऐसे में मेन एग्जाम्स टलने के पूरे आसार बन गए हैं।

स्ट्राइक से सबसे ज्यादा एकेडमिक लॉस हो रहा है। जिसका खामियाजा आखिरकार स्टूडेंट्स को ही फेस करना पड़ रहा है। उन्हें तमाम तरह की प्राब्लम्स फेस करनी पड़ रही है। इसी को देखते हुए कर्मचारियों की कुछ मांगों पर हामी भरते हुए कुछ मांगों को शासन पर छोड़ दिया गया है। कर्मचारियों से स्ट्राइक खत्म करने के लिए फिर से अपील की जाएगी।

- प्रो। मुहम्मद मुजम्मिल, वीसी, आरयू

मांग नई नहीं हैं न तो नाजायज। एरियर की मांग को लेकर हम काफी समय से आंदोलन कर रहे हैं। स्टूडेंट्स का हित प्रभावित न हो इसका भी ख्याल रखा गया। लेकिन शासन को भी स्टूडेंट्स और हमारे हित का ख्याल रखना चाहिए। यदि वे स्टूडेंट्स के हितों की परवाह करते हैं तो हमारी लंबित मांग को मान लेना चाहिए।

- डॉ। स्वदेश सिंह, जनरल सेक्रेट्री, रुटा