साइबर सेल की जांच में सामने आया मामला
दोनों इंटरनेट कनेक्शन हैं प्रेमनगर में
BAREILLY: महिला टीचर की क्लोन फेसबुक आईडी बनाने के मामले में सिटी के एक बिजनेसमैन और कैफे मालिक फंस गए हैं। साइबर सेल की जांच में क्लोन आईडी बनाने में शॉप के ब्राडबैंड व कैफे के कनेक्शन यूज होने की बात सामने आई है। बिजनेसमैन और कैफे मालिक को साइबर सेल में इंटरनेट यूज का पूरा रिकॉर्ड लेकर बुलाया गया है। रिकॉर्ड की जांच और पूछताछ के बाद दोनों पर कार्रवाई हो सकती है। वहीं इसमें कई और लोगों के भी शामिल होने की बात सामने आ रही है।
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टीचर मढ़ीनाथ सुभाषनगर में रहती है। वह दिल्ली रोड स्थित एक प्राइवेट स्कूल में टीचर है। करीब तीन महीने पहले उसके फ्रेंडस ने उससे वल्गर मैसेज भेजने की शिकायत की। जब उसने चेक किया तो देखा कि उसकी प्रोफाइल पिक चोरी कर किसी ने क्लोन फेसबुक आईडी क्रिएट की है। साथ ही उसकी प्रोफाइल डिटेल भी चुरा ली। फेक आईडी बनाने वाले शख्स ने उसी आईडी से उसके फ्रेंडस के साथ-साथ कई लोगों को वल्गर मैसेज भेज दिए। परेशान होकर टीचर ने जनवरी में मामले की शिकायत साइबर सेल में की।
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साइबर सेल ने टीचर की क्लोन आईडी को क्लोज कर फेसबुक अकॉउंट डिलीट कर दिया। इस तरह के कई और केसेस सामने आने से साइबर सेल ने सभी की जांच शुरू कर दी। इस केस की जांच में सामने आया है कि क्लोन आईडी बनाने और उसे ऑपरेट करने में दो आईपी एड्रेस यूज किए गए हैं। दोनाें आईपी एड्रेस सिटी में ही यूज हो रहे हैं।
कर रहे इंकार
सोर्सेस से मिली जानकारी के अनुसार एक आईपी एड्रेस प्रेमनगर स्थित एक फैमस कैफे का है। वहीं दूसरा आईपी एड्रेस प्रेमनगर थाना क्षेत्र के ही एक फैमस कपड़ा व्यवसायी के ब्रॉडबैंड कनेक्शन का है। साइबर सेल ने दोनों का मैक एड्रेस भी चेक किया है। पूछताछ में कैफे मालिक ने किसी कस्टमर द्वारा ऐसा करने की बात कहीं। उनके पास इंटरनेट का पूरा रिकॉर्ड भी मौजूद है। वहीं व्यापारी ने बताया है कि उसने क्लोन आईडी नहीं बनाई है। उसके ऑफिस में कनेक्शन लगा है, जिसमें कुछ वर्कर भी काम करते हैं। हो सकता है कि किसी वर्कर ने क्लोन आईडी बनाई हो।
जांच के बाद होगी कार्रवाई
फिलहाल साइबर सेल में दोनों को फिर से पूछताछ के लिए बुलाया गया है। कैफे मालिक से इंटरनेट यूज करने वाले कस्टमर का पूरा रिकॉर्ड मंगाया है। इसके अलावा व्यापारी से भी इंटरनेट कनेक्शन की डिटेल मंगाई गई है। अब पूरी जांच और पूछताछ के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। साइबर सेल यह भी मान रही है कि इंटरनेट यूज किसी ने किया हो लेकिन कनेक्शन यूज होने पर कहीं न कहीं मालिक भी इसके लिए जिम्मेदार हैं।