बिजली चोरों को सबक सिखाने के लिए विभाग अब 'जासूस' की मदद लेगा। ताकि, विभाग की नाक में दम करने वाले चोर सलाखों के पीछे जा सकें। फिलहाल विभाग के अधिकारी इसके लिए डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन व एलआईयू से सम्पर्क में है। वहीं, दूसरी ओर बिजली चोरों पकड़ने की कोशिश में लगे, बिजली विभाग के लिए व्यापारी नेता बड़ी चुनौती बन रहे हैं। वेडनसडे को बड़ा बाजार में बिजली चोरों को पकड़ने गयी टीम का व्यापारी नेताओं ने विरोध कर दिया। दुकानें बंद कर व्यापारी हंगामा करने लगे। अन्तत:, सिटी मजिस्ट्रेट व भारी फोर्स पहुंचने के बाद व्यापारी शांत हुए।

- बिजली चेकिंग के दौरान बड़ा बाजार के व्यापारियों ने किया हंगामा

- दुकानें बंद कर अभियान का किया विरोध, मौके पर पहुंच सिटी मजिस्ट्रेट

BAREILLY:

शहर के व्यापारी चोरी की बिजली से अपना धंधा चमकाने में लगे हुए है। और इस काम में उनका बखूबी साथ दे रहे है चंद व्यापारी नेता। वेडनसडे को जब बिजली विभाग का अभियान चला तो, व्यापारी हो हल्ला मचाने लग गए। यहां तक की व्यापारियों ने दुकानों का शटर तक गिरा दिया। हंगामा होने के चलते विभाग को अपना अभियान कुछ देर के लिए रोकना पड़ गया। हंगामें की सूचना पाकर मौके पर तुरंत सिटी मजिस्ट्रेट और पुलिस फोर्स पहुंच गयी। जैसे-तैसे कर चेकिंग अभियान दोबारा शुरू किया गया। इस बीच दुकानदारों का विरोध प्रदर्शन जारी रहा। वेडनसडे को 5 बिजली कनेक्शन काटने के साथ ही 70,000 रूपए बतौर जुर्माना वसूल किया गया।

चोरी छिपाने के लिए हंगामा

रोजाना की तरह बिजली विभाग की टीम ने वेडनसडे को बड़ा बाजार से अपने अभियान की शुरुआत करना चाहा लेकिन, व्यापारी नेताओं ने तुरंत हंगामा काटना शुरू कर दिया। अभियान के विरोध प्रदर्शन में देखते ही देखते बड़ा बाजार की सभी दुकानें भी बंद हो गयी। ताकि, विभाग के अपने लक्ष्य से भटक जाए और चेकिंग अभियान रोक दे। ऐसा हुआ भी। विभाग के एक्सईएन संदीप मित्तल और पीए मोगा को अभियान बीच में ही रोकना पड़ गया। विभाग

के अधिकारियों ने इस संबंध में तुरंत डीएम संजय कुमार से बात की। डीएम ने हर हाल में चेकिंग अभियान जारी रखने की बात बिजली विभाग के अि1धकारियों से कही।

हंगामा हर बार

यह पहला मौका नहीं है जब बड़ा बाजार के व्यापारियों ने हंगामा किया है। पिछले चार सालों से व्यापारी यही रवैया अपनाते आ रहे है। आलम यह है कि, कई व्यापारियों पर आठ से दस साल तक बिजली बिल बकाया है। लेकिन वे बिलों का भुगतान नहीं कर रहे है। वेडनसडे को हुए हंगामें का भी प्रमुख कारण यही रहा। कुतुबखाना सब स्टेशन के जेई पवन चंद्रा ने बताया कि, शहजादे शमसी, इफ्तेखार शमसी और फुरकान शमसी यही तीनों लोग हर बार विरोध करते है। शहजादे शमसी की तीन दुकानें और एक होटल चल रहा है। इनके उपर विभाग का करीब 8 लाख रुपए बकाया है लेकिन, बिल देने के नाम पर हंगामा काटना शुरू कर देते है। बिल मांगने पर उर्जा मंत्री को लेटर लिखा है की बात करते है।

मीटिंग के बाद एक दिन की मोहलत

हंगामें की सूचना पाकर मौके पर पहुंचे सिटी मजिस्ट्रेट उमेश कुमार मंगला ने व्यापारी नेताओं के साथ कुतुबखाना पुलिस चौकी पर एक मीटिंग की। सिटी मजिस्ट्रेट ने हर हाल में दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की बात कही। बड़ा बाजार के व्यापारी नेताओं ने थर्सडे तक का समय मांगा है। फिर उसके बाद मार्केट में अभियान चलाने की रिक्वेस्ट अधिकारियों ने कही है। हालांकि, व्यापारी नेताओं की बात अधिकारियों ने मान ली है। लेकिन फ्राइडे से बड़ा बाजार में एक बार फिर पुलिस फोर्स की मौजूदगी में सघन चेकिंग अभियान चलाकर दोषी लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने का काम किया जाएगा।

और फिर दोबारा शुरू हुआ अभियान

बड़ा बाजार के व्यापारियों को एक दिन का मौका देने के बाद बिजली विभाग ने वेडनसडे को खन्नू मार्केट से दोबारा अपने अभियान की शुरूआत की। एक-एक दुकान की चेकिंग करते हुए टीम शास्त्री मार्केट पहुंची ही थी

कि, मोहम्मद घोसी के दुकान पर एक बार फिर हंगामा शुरू हो गया। मोहम्मद घोसी की जूता चप्पल की एक छोटी सी दुकान पर ख्0क्फ् से म्म्,7ख्ब् रूपए का बिजली बिल बकाया था। इसके बाद भी साक्ष्य छुपाकर दुकानदार ने दो महीने पहले एक नया कनेक्शन ले रखा है। जब चेकिंग टीम ने बिजली कनेक्शन काटने का प्रयास करने लगा तब दुकानदार ने विभाग के एसडीओ प्रशांत कुमार से मारपीट करनी शुरू कर दी। हालांकि मौके पर मौजूद पुलिस फोर्स ने मामला संभाल लिया।

कमिश्नर विपिन कुमार द्विवेदी ने वेडनसडे को बिजली विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर बिजली चोरी रोकने के अभियान की प्रगति समीक्षा की। बैठक में कमिश्नर ने बिजली विभाग के अधिकारियों को जमकर फटकार लगायी। मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के अंतर्गत भ् जोन है। इनमें बरेली, लखनऊ, फैजाबाद, गोण्डा व लेसा शामिल है। इन पांचों जोन में बरेली जोन की प्रगति सबसे कम है। बरेली जोन में अब तक मात्र क्फ्फ्8 नए कनेक्शन हुए है। जबकि, फ्0ख्क् बिजली कनेक्शन काटे गए और भ् करोड़ 9क् लाख रूपए की वसूली की जा सकी है।

डेडीकेटेड फोर्स की होगी व्यवस्था

अभियान में आ रही समस्याओं का प्रमुख कारण बिजली विभाग के अधिकारियों ने पुलिस फोर्स की कमी बतायी। इस बात पर कमिश्नर से डीआईजी से पूरे अभियान तक डेडीकेटेड फोर्स की व्यवस्था किए जाने को कहा। बिजली चेकिंग में क्क् टीमें लगी हुई है। यह अभियान ख्8 फरवरी तक चलनी है। वेडनसडे को हुई बैठक में बिजली विभाग के चीफ इंजीनियर एनसी अग्रवाल, एसई अर्बन एनके श्रीवास्तव और एसई ग्रामीण एचपी गुप्ता मौजूद रहे।