बरेली(ब्यूरो)। हनी ट्रैप, जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है, शहद का अर्थात मीठा जाल। एक ऐसा जाल, जिसमें सामने वाला आपको इस तरह शिकार बनाता है कि आपको पता भी नहीं चलता और आप उसका शिकार होते चले जाते हैं। आजकल सोशल मीडिया के माध्यम से यह खेल बहुत किया जा रहा है। हैरत की बात यह है कि आए दिन मीडिया में ऐसे मामले सामने आने के बाद भी लोग अवेयर नहीं हो पा रहे। प्रेम नगर निवासी व्यापारी नेता भी ऐसे ही हनी ट्रैप का शिकार हो गए। व्हाट््सएप पर वीडियो कॉल कर एक युवती ने उन्हें बातों में फंसाया और बात करते-करते न्यूड होने लगी। इस दौरान उस वीडियो को अपने फोन में रिकॉर्ड कर लिया। उसके बाद व्यापारी से पांच लाख रुपए की मांग करने लगी। नहीं देने पर वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी दी। पीडि़त व्यापारी ने शनिवार को एसपी क्राइम को शिकायती पत्र सौंपा है। उन्होंने मामले को साइबर सेल को फॉरवर्ड कर दिया है।
यह हुआ मामला
पट्रैपिंग का शिकार हुए ये बड़े व्यापारी भाजपा के कार्यकर्ता भी है। उन्होंने बताया कि 16 जून से उनके पास एक लडक़ी व्हाट््सएप पर मैसेज कर रही थी। उन्होंने उस लडक़ी से पूछा कि क्या वह उन्हें जानती है तो उस ने कहा कि जान-पहचान तो होती रहती है। पहले बात तो करिए। इसके बाद युवती ने वीडियो कॉल की कॉल पर उसने उनसे न्यूड होने की बात कही और धीरे-धीरे अपने कपड़े उतारने लगी। इस पर व्यापारी नेता ने मना किया और नंबर को ब्लॉक कर दिया। उन्होंने बताया कि कुछ दिन बाद एक दूसरे नंबर से वीडियो कॉल आई और कॉल रिसीव करते ही वह ही युवती सामने थी। इस बार भी वह न्यूड होने लगी। इस पर उन्होंने उसे जमकर फटकार लगाई। इसके बाद उन्होंने कॉल काट दी और उस नंबर को भी ब्लॉक कर दिया। आरोप है कि युवती ने वह वीडियो कॉल रिकॉर्ड कर ली और एक दूसरे नंबर से पीडि़त को भेजी। साथ ही कहा कि अगर पांच लाख नहीं दिए तो वह उसे वायरल कर देगी। पीडि़त ने शनिवार को एसपी क्राइम से मिलकर एक तहरीर सौंपी है। साथ ही मामले में जांच कर रिपोर्ट दर्ज करने की गुहार लगाई है। उधर, एसपी क्राइम ने पीडि़त व्यापारी की तहरीर साइबर सेल को फॉरवर्ड कर दी है। टीम नंबर की जांच करने में जुट गई है।
एक व्यापारी नेता व्हाट््सएप कॉल के माध्यम से हनी ट्रैप का शिकार हुए हैं। उन्होंने शिकायत दर्ज कराई है। वह भाजपा के कार्यकर्ता भी हैं। मामले को साइबर सेल को फॉरवर्ड कर दिया गया है, जांच की जा रही है।
-- मुकेश ङ्क्षसह एसपी क्राइम।
पहले भी हो चुका है ऐसा ही मामला
बरेली में हनी ट्रैक का यह ्रपहला मामला नहीं है। पिछले वर्ष जुलाई में भी ऐसा ही एक मामला सामने आया था। घटना 25 जुलाई की है। शीशगढ़ निवासी इब्राहीम राज मिस्त्री हैं। उनके पास एक कॉल पहुंची, जिसमें महिला बोल रही थी। उसने उनसे कहा कि उसेे अपने मकान की चुनाई करवानी है। उसने मकान देखने के बहाने से उन्हें बलाया। कर्मचारी नगर पुलिस चौकी के पास पहुंचने पर वह उन्हें अपने घर ले गई। वहां पर पहले से ही चार अन्य लोग उपस्थित थे। अब महिला इब्राहीम पर दुष्कर्म का प्रयास करने का आरोप लगाने लगी। उसका कहना था कि तुम दुष्कर्म करने की नीयत से यहां आए हो। इस पर वह घबरा गए। महिला के साथ उसक साथी भी उसे हडक़ाने लगे। उनका कहना था कि तीन लाख रुपए दो वरना वे उसे फंसा देंगे। इस पर इब्राहीम ने उन्हें घर से रुपए देने की बात कही और घर आ गया। भाइयों को सारा मामला बताया और तत्काल पुलिस के पास पहुंच सारी जानकारी दी। पुलिस नेे छापा मारकर तीन लोगों को अरेस्ट कर लिया था। महिला और एक साथी फरार हो गए थे। बाद में उन्हें भी पकड़ लिया गया था।
दो इनसेट
पत्रकार के नाम से मिली धमकी
पीडि़त के अनुसार आठ जुलाई को उनके पास कॉल आई थी, जिसमें कॉलर ने अपना नाम संजय सिंह बताते हुए कहा कि वह पत्रकार है। अगर, रुपये नहीं दिए तो वीडियो यूट्यूब पर वायरल कर देगा। व्यापारी नेता का कहना है कि इस पर उन्होंने उसे बहुत हडक़ाया व रैकेट का पर्दाफाश करने की चेतावनी दी। इसके बाद उन्होंने एसएसपी ऑफिस जाकर एसपी क्राइम मुकेश कुमार से शिकायत की। एसपी क्राइम ने मामले की जांच का आश्वासन दिया है।
ऐसी कॉल आएं तो क्या करें
इस प्रकार के मामले में फंसने से आप स्वयं को बहुत आसानी से बचा सकते हैं। साइबर एक्सपर्ट कहते हैं कि यदि किसी अज्ञात नंबर से वीडियो कॉल आपके पास आती है्र तो किसी हाल में उसे अटेंड न करें। अपनी भलाई के लिए उसे उसे इग्नोर करना ही उचित रहता है। अगर अटेंड भी करते हंै तो पहले अपना चेहरा न दिखाएं। उसके बाद आपको लगे कि सामने वाला कोई परिचित है तो चेहरा दिखाएं अन्यथा तत्काल कॉल को डिस्कनेक्ट कर दें। एक्सपर्ट का मानना है कि कई बार लोग शमज् और इच्जत के डर से से पुलिस से कंप्लेंट करने से बचते हैं। ऐसा न करें। यदि आप इसका शिकार हो गए हैं तो बिना देर किए पुलिस से शिकायत करनी चाहिए। ऐसा करके फ्रॉड होने से बचा जा सकता है।