फैक्ट एंड फिगर
4-डिपो हैं बरेली रीजन
201-बसें बरेली डिपो की है
201-बसें रुहेलखंड डिपो की है
169-बसें हैं पीलीभीत डिपो में परिवहन विभाग की
128-बसें हैं बदायूं डिपो की
669-टोटल बसें हैं चारो डिपो की
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यह भी जाने
150 दिल्ली रुट की हैं बसें
25 हैं लखनऊ रुट की बसें
70 बसें हैं उत्तराखंड रुट की
85 बसें हैं दिल्ली -पीलीभीत रुट की
35 बसें हैं पीलीभीत के लिए
25 बसें बदायूं रूट के लिए
33- बसें दी गई फस्ट फेज के मतदान के लिए 12 फरवरी तक नहीं आई वापस
25-सेकेंड फेज के मतदान के लिए चुनाव डयूटी में लगाई गई
(बरेली ब्यूरो)। जिले में होने वाले 14 फरवरी को होने वाले विधान सभा चुनाव में लगभग सभी विभागों ने तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। वहीं अगर बात की जाए पहले चरण के चुनाव की तो रोडवेज तो चुनाव आयोग ने रोडवेज से 40 बसों की मांग की थी। जिसमें अब पहले चरण के मतदान 10 फरवरी को पूरा हो चुका है। लेकिन अभी भी 33 रोडवेज बसें वहीं हैं.वहीं दूसरे चरण में चुनाव में जाने के लिए 25 बसों की मांग की गई है। जो सभी सरकारी रोडवेज ही हैं। इनमें कोई भी बस अनुबंधित या एसी, जनरथ नहीं हैं। ऐसे में अगर बात की जाए उन बसों की जो लंबे रुट पर दी गई हैं। उन पर सफर करने वाले यत्रियों को परेशानियों का समना करना पढ़ेगा। ऐसे में दिल्ली, लखनऊ, उत्तराखंड, पीलीभीत-दिल्ली रुट पर होगी यत्रियों को लगभग 3 दिन की परेशानी क्योंकि सरकार ने 3 दिन के लिए रोडवेज बसों की मांग की है।
लांग रुट से दी जाएंगी बसें
चुनावों के चलते प्राइवेट वाहनों के साथ निर्वाचन आयोग ने सरकारी बसों यानि रोडवेज से भी बसों की मांग की है। जिसमें रोडवेज से 65 बसें मांगी हैं। जिनमें रोडवज ने लंबे रुट दिल्ली, लखलऊ, उत्तराखंड, पीलीभीत-दिल्ली की बसों को देना फाइनल किया है। क्योंकि बदायूं व पीलीभीत रुट पर कम रोडवेज बसें हैं। अगर वहां से बसें ली जाती हैं। तो बहुत बड़ी समस्या खड़ी हो सकती थी। ऐसे में रोडवेज ने लंबे रुटे की बसें देने का निर्णय लिया। अफसरों की माने तो जो बसें इलेक्शन ड्यूटी के लिए भेजी जा रही हैं वह तीन दिन में वापस आएंगी। तब तक कि लिए पैसेंजर्स को कुछ प्रॉब्लम हो सकती है।
लोकल रुट नहीं होगा प्रभावित
चुनाव में दी जाने वाली बसों की वजह से लोकल रुट प्रभावित नहीं होगा। क्योंकि रोडवेज इन रुटों की बसों को चुनाव में नहीं लगाया है। इन पर पहले से ही बसों की संख्या कम है.लोकल रूट से पैसेंजर्स को अधिक प्रॉब्लम फेस करनी होगी इसीलिए लांग रूट की कुछ बसें कम की गई है।
रुट किया जाएगा डायवर्ट
जिन रुटों की बसें इलेक्शन डयूटी के लिए भेजी जा रही हैं उन रूटों पर जाने वाली बसों का रूट डायवर्जन भी किया गया है। क्योंकि दिल्ली के लिए टोटल बसें 150 हैं। तब भी यात्रियों को समस्या हो जाती है। एक साथ अगर 10 बसें रुट से कम होती हैं। तो परेशानी का कारण तो है। वहीं 35 लखनऊ के लिए, उत्तराखंड के लिए 70 वहीं पीलीभीत-दिल्ली के लिए लगभग 85 बसें हैं। ऐसे में अगर इन रुटों से बसें कम होगीं तो यात्रियों को परेशानी का सामना तो करना ही पड़ेगा। जिसके लिए तीन दिनों के लिए इन रुटों को डायवर्ट करना होगा। जिससे यात्रियों की कुछ समस्या का हल हो सके।
वर्जन
फस्र्ट फेज के चुनाव के लिए 40 बसें दी गई हैं। जिनमें पहले चरण का चुनाव पूरा हो चुका है। जिसमें से 17 बसें आ चुकी हैं। 33 बसें अभी वापस नहीं आई हैं। अब दूसरे चरण के लिए 25 बसों की मांग की गई है। लांग रुट की बसें भी ली जा रही हैं। लोकल रुटों पर कम बसें हैं। जिन रुटों की बसें दी हैं। कुछ रूट की बसों को डायवर्ट करके भी चलाया जा रहा है।
राजेश यादव, एआरएम बरेली डिपो