-आईवीआरआई में काम करने वाले युवक की सांड के हमला से गई जान

-एक दिन पहले ही पुलिस भर्ती के रिजल्ट में पास होने पर उसके घर में आई थीं घर में खुशियां

BAREILLY: पवन की फैमिली में उम्मीद की लौ जली ही थी कि सांड ने काल बनकर उनकी सारी खुशियों को धूल में मिला दिया। फ्राइडे को ही पवन ने अपने घरवालों को पुलिस भर्ती की लिखित परीक्षा में पास होने की खुशखबरी सुनाई थी लेकिन उन्होंने क्या पता था कि ये खुशियां एक दिन भी नहीं रुकेंगी। सैटरडे को आईवीआरआई में एक सांड ने पवन पर इतने हमले किए कि उसकी जान चली गई। वहीं परिजन पवन की हत्या की आशंका जता रहे हैं और इसके लिए ठेकेदार व आईवीआरआई के अन्य स्टाफ को दोषी बता रहे हैं। परिजनों ने मामले की शिकायत इज्जनगर थाने में की है।

अचानक सांड ने बोला हमला

ख्0 वर्षीय पवन बकैनिया हाफिजगंज का रहने वाला था। उसके परिवार में पिता धर्म कुमार, मां ज्ञानवती और भाई वीरेंद्र हैं। वह बरेली कॉलेज से बीए की पढ़ाई कर रहा था। साथ ही घर खर्च में हाथ बंटाने के लिए आईवीआरआई के एनिमल जर्म प्लाजा सेंटर में डेली वेजेज पर काम करता था। सैटरडे को भी वह काम पर गया था। इसी दौरान वहां पर मौजूद एक सांड ने उस पर जानलेवा हमला बोल दिया। सांड लगातार हमले करता रहा। जब वहां मौजूद लोगों को इसकी खबर लगी तो किसी तरह उन्होंने पवन को सांड से बचाया। पहले उसे कैंपस के ही हॉस्पिटल में ले जाया गया, लेकिन हालत खराब होने पर उसे प्राइवेट हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया। वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। वहीं ठेकेदार राहुल ने किसी भी तरह की लापरवाही से साफ इंकार किया है। उसका कहना है कि वह डॉक्टर एके प्रसाद के अंडर में काम करता था। मैनेजर ने उन्हें फोन कर हादसे की जानकारी दी थी।