यह भी जानें
- 600 मीटर हिस्से में बनेंगे यू शेप के दो पिलर, साढ़े पांच मीटर होगा रास्ता
- 100-100 मीटर का हिस्सा बंद कर होगा काम, एक हिस्से में अधिकतम 75 दिन
- बरेली स्मार्ट सिटी कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की बैठक में मिली मंजूरी
-कुतुबखाना पर 136 करोड़ से बनेगा 1577 मीटर फ्लाईओवर
- हैंडीक्राफ्ट सेंटर, बरेली हाट समेत अन्य प्रस्तावों पर भी लगी बोर्ड की मुहर
बरेली: कुतुबखाना मार्ग पर फ्लाईओवर निर्माण के लिए सोमवार को बरेली स्मार्ट सिटी कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की बैठक में फाइनल मंजूरी मिल गई। कुतुबखाना पर करीब 136 करोड़ रुपये की लागत से करीब 1577 मीटर लंबे पुल का निर्माण कराया जाएगा। पुल निर्माण के दौरान व्यापारियों की सुविधाओं का भी पूरा ध्यान रखा जाएगा। वहीं हैंडीक्राफ्ट सेंटर के लिए 47 करोड़ जबकि बरेली हाट के लिए 111 करोड़ समेत करीब 300 करोड़ के प्रस्तावों पर मुहर लग गई।
फ्लाईओवर की लंबाई घटाई
बरेली स्मार्ट सिटी कंपनी के अध्यक्ष रणवीर प्रसाद की अध्यक्षता में कमिश्नरी सभागार में हुई बैठक में मंडे को कुतुबखाना फ्लाईओवर समेत कई महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर मुहर लगाई गई। कुतुबखाना फ्लाईओवर की लंबाई पहले 1590 मीटर थी, जिसे घटाकर 1577 मीटर कर दिया गया। पुल कोहाड़ापीर पेट्रोल पंप से करीब 250 मीटर आगे नैनीताल रोड से उठेगा जो कुतुबखाना होते हुए कोतवाली के पास उतारा जाएगा। जलकल विभाग और बिजली विभाग के भूमिगत लाइनों को हटाने के एस्टीमेट आने के बाद पुल की लागत 136 करोड़ रुपये कर दी गई, जिसे बोर्ड ने स्वीकृत कर दिया। इस दौरान डीएम नितीश कुमार, सीईओ अभिषेक आनंद, महाप्रबंधक संजय चौहान समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
पुल के पिलर में बदलाव
फ्लाईओवर के डिजाइन में सड़क के बीच पर करीब 56 पिलर रखे गए हैं। बैठक में बाजार के बीच वाले करीब 660 मीटर भाग पर सिंगल पिलर नहीं बल्कि दो पिलर रखने की सहमति बनी। दिल्ली की मेट्रो के तर्ज पर ये पिलर यू आकार के होंगे जो सड़क के दोनों ओर बनेंगे। इन दोनों पिलर के बीच की दूरी साढ़े पांच मीटर से अधिक ही रहेगी। इससे बीच में आसानी से वाहन निकल सकेंगे।
75 दिन होगा काम
व्यापारियों की सुविधा को देखते हुए पुल निर्माण का काम सौ-सौ मीटर पर किया जाएगा। इसके लिए उसी एक हिस्से को बंद रखा जाएगा। किसी भी सूरत में वह हिस्सा 75 दिन से अधिक समय के लिए बंद नहीं रहेगा। वहां सेतु निगम को 75 दिन में ही काम पूरा करना होगा। इस बीच अगर किसी दुकानदार को अधिक दिक्कत होगी तो उसकी मर्जी से अन्य बाजार में उसके लिए अस्थायी व्यवस्था भी की जाएगी।
वाई आकार पर बात नहीं बनी
कुतुबखाना फ्लाईओवर का आकार वाई रखने के लिए कहा गया था। सेतु निगम ने वहां सर्वे किया तो जिला पंचायत की ओर पुल को उतारने की जगह नहीं मिली। इस कारण पुल को वाई शेप नहीं किया गया। बीते दिनों पुल को वाई शेप बनाने के लिए दोबारा सर्वे को कहा गया। बोर्ड बैठक में वाई आकार पर बात नहीं बन पाई। वहां ट्रैफिक स्टडी के बाद वाई आकार करने का निर्णय लिया गया।
जारी होगा टेंडर
स्मार्ट सिटी योजना के तहत मौजूदा अर्बन हाट को विकसित किया जाना है। इसके लिए अर्बन हाट के पीछे की जमीन चिह्नित की गई है। इसमें करीब 111 करोड़ रुपये से हस्तशिल्पियों के उत्पादों के प्रदर्शन, मनोरंजन, सूचना आदि के लिए व्यवस्था की जानी है। इसके साथ ही वहां दो बिल्डिंग में व्यावसायिक क्षेत्र भी तैयार किया जाना है। उसके पास ही हैंडीक्त्राफ्ट सेंटर भी बनाया जाना है। इसके लिए 47 करोड़ रुपये का बजट बनाया है। दोनों प्रस्तावों को बोर्ड से मंजूरी दे दी गई। अब उनकी टेंडर प्रक्त्रिया शुरू कराई जाएगी। हालांकि स्मार्ट सिटी का यह प्रोजेक्ट एक बार फिर सवालों के घेरे में आ गया है।
इन प्रोजेक्टों को भी हरी झंडी
- पुरानी जेल की दीवारों में लाइट एंड साउंड शो के जरिए इतिहास दिखाया जाएगा।
- एबीडी एरिया के सभी सरकारी विभागों में वूमेन हेल्प डेस्क
- नदोसी में दो मेगावाट का सोलर प्लांट जिससे सभी स्ट्रीट लाइट जलेंगी।
- श्यामगंज पुल के नीचे सुंदरीकरण तीन करोड़ से।
- बरेली की ब्रोशर जारी होगा। उसमें यहां के पर्यटन स्थल की जानकारी होगी।
- सभी ट्यूबवेल पंप ऑटोमेटिक सिस्टम से चलेंगे।
बरेली स्मार्ट सिटी बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की बैठक में तमाम प्रस्तावों पर विचार-विमर्श किया गया। कुतुबखाना ओवरब्रिज समेत विकास के कई प्रस्तावों को मंजूरी मिल गई है। कुतुबखाना ओवरब्रिज का निर्माण जल्द शुरू कराया जाएगा। इसके साथ ही अन्य प्रस्तावों की टेंडर व डीपीआर बनाने की प्रक्रिया शुरू होगी।
अभिषेक आनंद, सीईओ, बरेली स्मार्ट सिटी कंपनी