- बीएसएनएल और ईपीएफ विभाग के बीच आरोप-प्रत्यारोप का खेल जारी
- बीएसएनएल अधिकारियों की ईपीएफ के कमिश्नर से नहीं सकी मीटिंग
- सर्विस प्रभावित होने से पौने तीन लाख कंज्यूमर्स करना होगा सफर
BAREILLY:
रीजनल प्रॉवीडेंट फंड कमिश्नर द्वारा बीएसएनएल का एकाउंट सीज किए जाने के कारण संचार सेवाएं ठप होने की समस्या उत्पन्न हो गई हैं। पिछले कुछ दिनों से एक दूसरे पर जिस तरह आरोप- प्रत्यारोप का खेल चल रहा है उसको देखते हुए यह मामला अभी थमने की उम्मीद नहीं है। रीव्यू होने के बाद मामला ट्रिब्यूनल तक जा पहुंचा है। हालांकि, बीएसएनएल अधिकारी सीज एकाउंट को दोबारा ओपेन किए जाने के प्रयास में लगे हुए है। इस संबंध में वेडनसडे को दोनों विभागों के अधिकारियों के बीच देर शाम तक मीटिंग हुई। लेकिन, सॉल्यूशन नहीं निकल सका। यदि, मामला लंबा खींचता है तो, बीएसएनएल के हजारों कंज्यूमर्स को प्रॉब्लम्स फेस करनी पड़ सकती है।
अधिकारी बोल रहे गलत आरोप
बीएसएनएल अधिकारियों का कहना है कि, विभाग के जीएम, टीडीएम बरेली नाम से एकाउंट सीज किए गए है। ईपीएफ विभाग द्वारा जिस समय के आरोप लगाए जा रहे है उस समय जीएम टेलीकॉम, इलेक्ट्रिसिटी एक्सईएन और सिविल तीनों विंग अलग हुआ करते थे। बाद में अक्टूबर ख्0क्ब् से बाकी दो इलेक्ट्रिसिटी और सिविल विंग को जीएम विंग में शामिल कर लिया गया। इसलिए अक्टूबर ख्0क्ब् के पहले के जो भी मामले बनते है वह उस विंग के अपने है। फिर सिविल विंग के असेस्मेंट का पैसा जीएम टेलीकॉम विंग से क्यों जोड़कर वसूलने का दवाब बनाया जा रहा है।
पांच करोड़ की पेनॉल्टी
हलांकि, लाख सफाई के बाद ईपीएफ विभाग ने बीएसएनएल को ख्0 करोड़ रुपए जमा करने को कहा है। यहीं नहीं बीएसएनएल पर जून ख्0क्0 से अप्रैल ख्0क्फ् के बीच का भ्,फ्0,भ्भ्,97भ् रूपए की पेनॉल्टी लगायी गयी है। ईपीएफ विभाग के अधिकारियों का कहना है कि, विभाग द्वारा भ्,क्0,क्भ् और ख्भ् परसेंट तक की पेनॉल्टी लगाए जाने का प्रावधान है। कोई मामला एक साल से उपर होने पर ख्भ् परसेंट तक पेनॉल्टी लगायी जाती है।
कमिश्नर से शिकायत करने की बात
बीएसएनएल अधिकारियों ने इस संबंध में ट्रिब्यूनल में याचिका दायर कर दी है। यही नहीं इस बात को थर्सडे को कमिश्नर के सामने भी रखेंगे। यहीं नहीं अपना पक्ष रखने के लिए बीएसएनएल के जीएम ने रीजनल प्रॉवीडेंट फंड कमिश्नर आलोक यादव से वेडनसडे को मुलाकात की। लेकिन, बाकी अधिकारियों के न रहने के कारण कोई बात नहीं बन सकी।
संचार सेवाएं हो सकती है प्रभावित
जिस तरीके से मामला उलझता जा रहा है उसको देखते हुए आने वाले दिनों में गंभीर समस्या उत्पन्न होने वाली है। बीएसएनएल का अकाउंट सीज होने से आर्थिक संकट गहरा गया है। जिसकी वजह से संचार सेवाओं के ठप होने की संभावनाएं प्रबल होती जा रही है। बीएसएनएल के बरेली डिस्ट्रिक्ट में क्फ्भ् बीटीएस लगे हुए है। इसके अलावा बेसिक फोन की लाइनों की संख्या क्9,ब्0ब्, ब्रांडबैंड कनेक्शन 8,ख्0फ्8, आईएसडीएन कनेक्शन क्भ्ब् सहित अन्य सेवाएं है। यहीं नहीं बीएसएनएल के करीब पौने तीन लाख कंज्यूमर्स इस समस्या को फेस करेंगे।
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ट्रिब्यूनल में शिकायत दर्ज करा दी गयी है। इस संबंध में कमिश्नर से भी मिलेंगे। दूसरे विंग का पैसा हमारे विंग से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है जो गलत है।
मणिराम, जीएम, बीएसएनएल
प्रशासन हेड जो है वह बीएसएनल है। लीगल नोटिस देने के बाद भी विभाग ने कोई जवाब नहीं दिया। जिसकी वजह से अकाउंट सीज और पेनॉल्टी लगायी गयी है।
दया निधि वत्स, सूचना अधिकारी, ईपीएफ विभाग