बरेली (ब्यूरो)। हॉफिजगंज थाना क्षेत्र के पीलीभीत हाईवे पर हरदुआ किफायतुल्ला गांव के पास बाइक और कार की टक्कर में साले बहनोई की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि महिला और मासूम बच्ची घायल हो गई। हादसे के बाद कार चालक मौके से कार छोड़कर भाग रहा था लेकिन लोगों ने पकड़ लिया। हादसे के बाद पुलिस ने आसपास के लोगों की मदद से घायलों को सीएचसी से भेजा जहां से हालत गंभीर होने पर घायलों को जिला अस्पताल भेज दिया। जबकि मृतकों के शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए। सूचना पर पहुंचे परिजनों ने बताया कि मृतक गुजरात में प्राइवेट जॉब करता था वह बच्ची के बर्थडे को ससुराल में मनाने के बाद करवाचौथ मनाने के लिए घर जा रहा था। रास्ते में अनियंत्रित कार ने बाइक में टक्कर मार दी। जिसमें उसकी मौत हो गई।
छिटक कर दूर जा गिरी मासूम
हाफिजगंज थाना क्षेत्र के आसपुर हसन अली निवासी सुधीर ३० वर्ष गुजरात की एक प्राईवेट कम्पनी में काम करते थे। दो वर्ष पूर्व उनका विवाह पृथ्वीपुर नबदिया गांव के भूपराम गंगवार की बेटी बीनू के साथ हुआ था। भूपराम कस्बा के गंगवार कालोनी में मनोज कुमार के घर में किराए पर रहते थे। शनिवार को सुधीर की बेटी रिया का पहला जन्मदिन था, और रविवार को करवाचौथ का भी त्योहार था। इसीलिए बेटी का जन्म दिन और करवाचौथ का त्योहार मनाने के लिए सुधीर सैटरडे को गुजरात से घर आए थे। ससुराल में बेटी का जन्मदिन मनाने के बाद संडे की शाम करवा चौथ का त्योहार मनाने के लिए वह पत्नी बीनू, साले जितेन्द्र गंगवार २५ वर्ष व एक साल की बेटी रिया के साथ बाइक से अपने घर जा रहे थे। रास्ते में पीलीभीत हाईवे पर हरदुआ किफायतुल्ला गांव के पास सामने से तेज गति से आती एक ईको कार ने उन्हें टक्कर मार दी। जिससे सुधीर और जितेन्द्र की मौके पर ही मौत हो गयी। जबकि बीनू गम्भीर रुप से घायल हो गयी। गोद से मासूम छिटक कर दूर जा गिरी।
मौके पर लोगों ने की हेल्प
हादसे के बाद मौके पर मौजूद लोगों ने आनन फानन में घायल बीनू को उपचार के लिए सीएचसी भेजा। जहां डाक्टरों ने उसकी हालत गम्भीर देखते हुए उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया। वही मां की गोद से छिटक कर सड़क पर गिरी रिया भी मामूली रुप से घायल हो गयी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शवों को कब्जे में ले पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वहीं टक्कर मारने के बाद लेकर भाग रहे चालक को पकड़ लिया। पुलिस ने कार को भी अपने कब्जे में ले लिया है। उनकी मौत की खबर मिलते ही दोनों परिवारों में कोहराम मच गया। उनके परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है।