- बीडीए के लिपिक पद पर कार्यरत जगदीश पर लगाया रुपए मांगने का आरोप

- वेडनसडे को बीडीए की ओर से लगाई गई जनता अदालत में पहुंचे आठ फरियादी

BAREILLY: बीडीए की ओर से जनता की शिकायतों के निस्तारण के लिए लगाई जाने वाली जनता अदालत अब सूनी हो चली है। इस वेडनसडे को रामगंगा आवासीय योजना समेत अन्य योजनाओं संबंधी शिकायतों के निस्तारण के लिए केवल आठ फरियादी ही पहुंचे। उन्हें भी केवल आश्वासन के साथ ही वापस लौटना पड़ा। वहीं दूसरी आवंटित प्लॉट पर कब्जा लेने के लिए पहुंची महिला ने विभाग के लिपिक पर रुपए ऐंठने का भी आरोप लगाया।

रुपए मांगने का लगाया आरोप

पिछले करीब क्0 सालों से चले आ रही रामगंगा आवासीय योजना के अंतर्गत फ्लैट्स 'अवॉर्ड' किए जाने का मुद्दा एक बार फिर से जनता अदालत में गूंजा। वहीं विभाग के एक कर्मचारी पर घूसखोरी का भी आरोप लगा। वेडनसडे को इस बारे में शिकायत करने पहुंची फरियादी गंगापुर निवासी प्रीती शर्मा ने विभाग के लिपिक जगदीश पर कब्जेदारी दिलाने के लिए रुपए मांगने का आरोप लगाया। आरोपों पर तुरंत कार्रवाई करते हुए बीडीए की कार्यकारी उपाध्यक्ष गरिमा यादव ने लिपिक से जवाब मांगा है।

यह था मामला

शहर की गंगापुर निवासी प्रीती शर्मा रामगंगा आवासीय योजना के तहत आवंटित प्लॉट पर कब्जा दिलाने के लिए पिछले करीब तीन महीने से विभाग के चक्कर काट रही थीं। उन्होंने बताया कि दो माह पहले विभाग के लिपिक जगदीश ने रजिस्ट्री और कब्जेदारी के मामले के जल्दी से निपटारे के लिए पांच हजार रुपयों की मांग की। प्रीती ने वेडनसडे को विभाग के आलाधिकारियों के सामने अपनी बात रखी। इस पर तुरंत कार्रवाई करते हुए कार्यकारी उपाध्यक्ष गरिमा आदव ने आवंटन संबंधी सभी दस्तावेजों की जांच करवाई और रजिस्ट्री दिलाने के लिए सोमवार को बुलाया।

विभाग के लिपिक पर रुपए मांगने का मामला सामने आया है। संबंधित मामले में जांच के आदेश दिए हैं। दोषी पाए जाने पर कर्मचारी पर कार्रवाई की जाएगी।

गरिमा यादव, कार्यकारी उपाध्यक्ष