बरेली (ब्यूरो)। भमोरा में कुछ दिनों पहले क्षेत्र की एक किशोरी के पिता ने एक युवक पर पुत्री को बहला-फुसला कर ले जाने का आरोप लगाते हुए जेल भेजवा दिया था। रिहा होने के बाद युवक ने प्रेमिका के परिजनों पर नाबालिग बेटी का विवाह करने के आरोप में तहरीर दी। इस पर सीओ ने जांच करवाई तो आरोप सही निकला। इस पर आरोपितों के विरुद्ध एफआईआर पंजीकृत कर ली गई है।

यह है पूरा मामला
थाना क्षेत्र के सिंघा गांव निवासी अनेकपाल ऊर्फ छोटू ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि उसका गांव के ही एक व्यक्ति की पुत्री से प्रेम प्रसंग चल रहा था। प्रेमिका के परिजन विवाह के लिए सहमत नहीं थे, ऐसे में दोनो गांव छोड़ कर पंजाब के बर्दी में जाकर रहने लगे थे। इधर लडक़ी के पिता ने उसके ऊपर नाबालिग को बहला-फुसला कर कर भगा ले जाने का आरोप लगाते हुए एफआईआर पंजीकृत करा दी थी, जिस पर पुलिस ने उसे वहां से अरेस्ट कर लिया था। इसके बाद उसके साथ बलात्कार के आरोप में पुलिस ने उसे अरेस्ट कर जेल भेज दिया था। जब वह डेढ़ माह बाद जेल से छूटा तो मजदूरी करने बाहर चला गया। युवक के अनुसार एक दिन उसके घर वालों ने बताया कि उसकी प्रेमिका के घर वालों ने जबरन उसका विवाह कहीं और कर दिया है। इस पर उसने उन लोगों के विरुद्ध नाबालिग का विवाह करने की कंप्लेंट की, जिस पर रिपोर्ट पंजीकृत कर ली गई।

सच निकला आरोप
अनेकपाल की तहरीर पर सीओ डॉ। दीपशिखा अहिवरन ने जांच कराई तो लगाए गए आरोप सही साबित हुए। इसके बाद उनके आदेश पर पुलिस ने प्रेमिका के पिता, चाचा व चाची सहित छह लोगों के विरुद्ध बाल विवाह प्रतिबंध अधिनियम के अंतर्गत एफआईआर पंजीकृत कर ली है।