- मंडे रात युवक को ले गई थी जोगी नवादा चौकी पुलिस, फिर नहीं दी कोई जानकारी

- पीडि़त की मां ने एसएसपी से की शिकायत, पुलिस ने आरोप बताए निराधार

बरेली. बिना मास्क लगाए घूमना एक युवक को बहुत भारी पड़ गया। चीता पुलिस के हत्थे चढ़े युवक की पहले जोगी नवादा चौकी ले जाकर पिटाई लगाई गई। इतने पर भी मन नहीं भरा तो पुलिस ने उसके हाथ और पैरों ने कीलें ठोंक दी। ये आरोप युवक की मां ने वेडनसडे को एसएसपी ऑफिस पहुंचकर लगाए। हालांकि एसएसपी ने थाना पुलिस की जांच के आधार में पीडि़त के आरोपों को गलत बता दिया।

चौकी से भागकर बचाई जान

बारादरी क्षेत्र के मोहल्ला जोगी नवादा निवासी शीला देवी ने वेडनेसडे को एसएसपी ऑफिस पहुंचकर बताया कि उनका बेटा रंजीत 24 मई की रात लगभग दस बजे घर लौट रहा था। इसी बीच तीन पुलिसकíमयों ने उनके बेटे को बिना मास्क के मुल्ला जी की दुकान के बाहर से पकड़ लिया और गाली गलौज करते हुए सरेराह पीटा। इसके बाद वह उसे जबरन चौकी ले गए। जब यह बात परिवार को पता चली तो वह लोग रात में ही चौकी पर पहुंचे, लेकिन पुलिस ने उन्हें बताया कि उनके बेटे को कहीं भेजा है। फिर रात भर बेटा घर नहीं लौटा। ट्यूजडे की शाम तक उसका पता नहीं चला। फिर वेडनेसडे सुबह शीला बेटे रंजीत के साथ एसएसपी ऑफिस पहुंची, जिसके हाथ और पांव में कीले ठुकी हुई थी। आरोप लगाया की पुलिसकíमयों ने उनके बेटे के हाथ-पैरों में कीलें थोक दी। पीडि़ता की शिकायत पर एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने मामले की जांच के आदेश दिए है और कहा है कि यदि आरोप सही जाए जाते है तो पुलिसकíमयों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

दर्ज है मारपीट का मुकदमा

पुलिस ने रंजीत के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है कि वह महामारी फैलाने की नियत से घूम रहा था। टोकने पर उसने सिपाही के साथ मारपीट की और उसके बाद फरार हो गया। पुलिस ने सरकारी कार्य में बाधा डालने के साथ मारपीट की धाराओं में आरोपी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है। पुलिस के मुताबिक पिछले लॉकडाउन के दौरान भी उसने पुलिस से मारपीट की थी, जिसकी रिपोर्ट दर्ज कर उसे जेल भी भेजा गया था। इस मामले में चार्जशीट भी कोर्ट में दाखिल की जा चुकी है।