बरेली(ब्यूरो)। आईपीएल शुरू होते ही शहर के सट्टेबाज एक्टिव हो गए हैं। मैच शुरू होने से पहले ही नगर में सट्टा खेलने वाले सक्रिय हो गए हैं। सट्टा लगाने वालों के तार नगर के साथ ही ग्रामीण क्षेत्र में फैले है। शहर में कई स्थानों पर क्रिकेट के साथ ही सट्टे के नंबर लगाए जाते हैं। मैचों में प्रतिदिन लाखों रुपए को दांव लगते हैं। वहीं सट्टेबाज पुलिस की कार्रवाई से बचने के लिए कई तरह के हथकंडे भी अपना रहे हैं। हालांकि सट्टेबाजी रोकने के लिए पुलिस ने भी तैयारी कर ली है।

हाईटेक हो गए सट्टेबाज
पहले सट्टेबाज खाईबाड़ी करने पर सट्टे की पर्ची देते थे, लेकिन अब वे भी हाईटेक हो गए है। वे अब मोबाइल और लैपटॉप से सट्टे के नंबर लगाने के साथ ही ऑनलाइन सट्टा लगाने लगे हैं। साथ ही सट्टा लगाने वालों को पर्ची देना भी अब बंद कर दिया है। सीधा व्हाट्सएप पर ही नंबर लिख रहे हैं ताकि पुलिस की पकड़ में न आएं। सूत्रों के अनुसार इज्जतनगर थाना क्षेत्र का एक कथित नेता सट्टा लगाता है। बताया कि वह 13 मोबाइल नंबरों से व्हाट्सएप पर नंबर लगवाता है। उस की चैट भी एक बार वायरल हो चुकी है। इसके बाद भी उस ने धंधा बंद नहीं किया। इस के साथ ही सट्टेबाज की पुलिस से सांठगांठ की बात भी सामने आई है।

आईडी पासवर्ड का यूज
बड़े शहरों में बैठे बुकी छोटे-छोटे कस्बों व शहरों में अपनी लाइन्स देते हैं। ये लाइन्स विशेष आईडी पासवर्ड से खुलती हैं। साथ-साथ नए तरीकों में ये बुकी एप व विशेष वेबसाइटों द्वारा भी इस कारोबार को संचालित करते है।

कई ठिकाने रडार पर
आइपीएल में सट्टे के अवैध कारोबार पर शिकंजा कसने के लिए पुलिस ने कमर कस ली है। शहर के बारादरी, किला, प्रेमनगर समेत कई थाना क्षेत्रों में सट्टे का कारोबार होता है। पुलिस की रडार पर कई सट्टेबाज हैं। पुलिस ने इन सटोरियों की धरपकड़ के लिए सभी पूरी तैयारी कर ली है।

ऑनलाइन लगवाते हैं सट्टा
सूत्रों ने बताया कि शहर के बारादरी थाना क्षेत्र में सट्टे का कारोबार लंबे समय से चल रहा है। बताया कि नवादा शेखान निवासी एक युवक आइपीएल में ऑनलाइन सट्टा लगवाता है। वहीं सतीपुर निवासी एक युवक भी ऑनलाइन सट्टे का धंधा करता है। बताया जा रहा कि यह सब पुलिस की मिलीभगत से चल रहा है। इसलिए ये लोग अभी तक पुलिस की पकड़ से बाहर है।

केस 1 :
एसपी सिटी ने की थी रैकी
18 अप्रैल 2022 में तत्कालीन एसपी सिटी रविंद्र कुमार ने प्रेमनगर थाना क्षेत्र में संचालित हो रहे सट्टे की सूचना मिलने पर स्वयं ही रेकी की थी। इसके बाद किला पुलिस को साथ लेकर प्रेमनगर में 28 लाख से ज्यादा का सट्टा पकड़ा था। पुलिस ने 28.41 लाख रुपए के साथ किला पुलिस ने प्रेमनगर के गुलाबनगर निवासी सट्टेबाज राहुल अरेस्ट किया था। जबकि प्रेमनगर के ही सट्टेबाज प्रशांत प्रताप सिंह और सनी ठाकुर, भोलू, दीपक वर्मा, अन्नू कक्कड़ फरार हो गए थे।

केस 2
गंगापुर में पकड़ा था 50 हजार का सट्टा
15 सितंबर 2015 को तत्कालीन एससपी एएसपी अशोक मीणा ने श्यामगंज चौकी क्षेत्र के गंगापुर में कुलदीप के मकान में छापेमारी कर हजियापुर का तौसीफ, कालीबाड़ी का संजय लोधी, संजयनगर का शिवम और गंगापुर का गोपाल, मनोज लोधी, पिंकू और गरीब दास को गिरफ्तार किया। इनके कब्जे से सट्टे की खाईबाड़ी के 34 हजार रुपये और दो मोबाइल बरामद हुए। इसके बाद टीम ने जोगीनवादा चौकी क्षेत्र में दो जगह छापेमारी की। एक स्थान से जोगीनवादा निवासी अफजाल, नावेद, फखरुद्दीन को गिरफ्तार कर 4360 रुपए और तीन मोबाइल बरामद किए। दूसरे स्थान से जोगीनवादा अल्ताफ उर्फ राजू और यूनुस को गिरफ्तार कर 11204 रुपए किए थे।

केस 3
गुर्गों संग मिल कर चलाती थी सट्टा
बारादरी थाना क्षेत्र के पीलीभीत बाइपास स्थित फाइव इंक्लेव कॉलोनी निवासी राबिया अख्तर को करीब तीन वर्ष पहले पुलिस ने सट्टे की खाईबाड़ी करते अरेस्ट किया था। पुलिस ने उसे जेल भेजने के बाद जांच की तो पता चला कि वह गुर्गों के साथ मिलकर सट्टे का धंधा चलाती थी।

केस 4
अंडे का ठेला लगाने वाला निकला था सट्टेबाज
करीब तीन वर्ष पहले पुलिस ने बारादरी थाना क्षेत्र के पुराना शहर के नवादा शेखान निवासी गुलाबबाड़ी रोड निवासी धीरज गुप्ता को पुलिस ने सट्टेबाजी में अरेस्ट किया था। वह अपने साथी प्रेम, गोपेश पंडित के साथ मिलकर अंडे का ठेला लगाने की आड़ में सट्टे का धंधा करते थे। पुलिस ने तीनों को अरेस्ट कर जेल भेज दिया था। तीनों छह माह की जेल काटकर बाहर आए थे।

बोले अधिकारी
सट्टेबाजों पर शिकंजा कसने की पूरी तैयारी है। शहर में जिन स्थानों पर सट्टे की खाईबाड़ी होती है, उन थानों की पुलिस को निर्देश दे दिए हैं कि यदि कोई सट्टेबाजी करता पकड़ा जाए या सूचना मिले तो तत्काल कार्रवाई करेे।
राहुल भाटी, एसपी सिटी