बहुत कठिन है fast
जाट रेजीमेंटल सेंटर के कमांडेंट ब्रिगेडियर अनिल शर्मा और उनकी वाइफ नम्रता शर्मा के लिए करवाचौथ के मायने ही कुछ और हैं। आई नेक्स्ट ने उनसे करवाचौथ के बारे में बात की तो दोनों ने अपने एक्सपीरियंस शेयर किए। नम्रता उनके लिए निर्जल फास्ट रखती हैं इसक ा एहसास करने के लिए ही ब्रिगेडियर अनिल शर्मा उन्होंने खुद करवाचौथ का फास्ट किया। अनिल शर्मा बताते हैं मेरी हमेशा यह कोशिश करते हैं कि करवाचौथ पर पूजा के वक्त मैं नम्रता के पास रहूं। वास्तव में करवाचौथ का व्रत करना बहुत कठिन है।
बहुत miss किया था मैंने
नम्रता ने बताया कि उनकी पहली करवा चौथ पर ही अनिल उनके साथ नहीं थे। उस दिन उन्होंने अनिल को बहुत मिस किया। कहती हैं उनकी भाभी, बहन सबके हसबैंड्स मौजूद थे पर वह इस भीड़ में भी खुद को अकेला महसूस कर रही थीं। अनिल हर करवा चौथ पर तारों की छांव में मीठा खाते समय उनके साथ ही उठ जाते हैं। हालांकि, करवा चौथ का उन्हें अनिल को याद दिलाना पड़ता है। नम्रता ने बताया कि एक बार तो वह पूजा के बाद एक पार्टी में गई थीं। हालांकि, तब तक चांद की पूजा नहीं हो पाई थी। इसके बावजूद उन्होंने डिनर के लिए प्लेट उठा ली। जब अनिल को यह पता लगा तो वह मेरे पास आए, और मेरा व्रत टूटने से बचा लिया। तब से मैं पूरा ख्याल रखती हूं।
पूजा के समय पहुंच जाते हैं घर
सिटी मजिस्ट्रेट शीलधर सिंह यादव और उनकी वाइफ बरेली डिवीजन के मंडी परिषद की डिप्टी डायरेक्टर डॉ। गरिमा यादव के लिए करवाचौथ बहुत अहम हैं। डॉ। गरिमा बताती हैं कि शीलधर की हमेशा कोशिश रहती है कि करवा चौथ की पूजा के समय मेरे साथ मौजूद हों। पर बरेली में तो ऐसा होना भी मुमकिन नहीं लग रहा है। उन्होंने बताया जब वह एसडीएम थे, उस समय ज्यादा बिजी रहता था। तब भी वह पूजा के समय घर आ जाते थे। वहीं डॉ गरिमा ने बताया कि उन्होंने करवा चौथ के व्रत के लिए कभी भी लीव नहीं ली। वह इसे ड्यूटी के साथ ही मैनेज कर लेती है।
पहाड़ी में छुप गया था चांद
गरिमा बताती हैं 12 साल पहले उनके पहले करवा चौथ के मौके पर उनकी पहली पोस्टिंग नैनीताल में थी और शीलधर मंसूरी में थे। करवाचौथ के मौके पर शीलधर उनके पास पहुंच तो गए थे, पर जब चांद देखने का समय आया तो वह तैयार होकर चांद का इंतजार करने लगीं। पर चांद काफी देर तक नजर नहीं आया। तभी उनके मायके से फोन आया कि वह लोग तो पूजा कर चुके हैं। उन्होंने पूजा कर ली या नहीं। दरअसल, पहला करवाचौथ होने की वजह से सभी को इसका क्रेज था। तब चांद के बारे में पता किया तो किसी ने बताया कि वह पहाड़ी के पीछे है। तब हम पहाड़ी पार करके गए और तकरीबन एक घंटे के इंतजार के बाद हमने पूजा की।
Time पर घर पहुंचने की कोशिश
अब तक के बीस साल के सफर में आईजी मुकुल गोयल और उनकी पत्नी सोनिया गोयल करवा चौथ के मौके पर हमेशा साथ ही रहे हैं। मुकुल गोयल के मुताबिक वह जब एसएसपी थे, उस दौरान करवा चौथ के मौके पर समय से घर पहुंच पाना बहुत मुश्किल होता था। फिर भी वह हमेशा पूजा के वक्त घर पहुंच जाते थे। पर उन्हें करवा चौथ के बारे में सोनिया ही याद दिलाती हैं। उन्होंने बताया कि इस बार भी कोशिश रहेगी कि मैं सोनिया के पास चला जाऊं।
फोटो देखकर करनी होगी पूजा
सोनिया गोयल ने बताया कि इस बार मैं बच्चों के साथ दिल्ली में हूं और मुकुल बरेली में। बरेली के हालात भी ऐसे नहीं हैं कि वह मेरे पास आ सकें और बच्चों के स्कू ल होने की वजह से मैं तो आ ही नहीं सकती। ऐसे में इस बार तो लगता है कि मुझे पूजा फोटो देखकर ही करनी होगी। वहीं यह पूछने पर कि क्या कभी कोई सरप्राइज भी मिला है तो सोनिया ने बताया कि मुकुल हर बार अपने बिजी शेड्यूल से समय निकाल कर करवा चौथ के मौके पर मेरे साथ होते हैं मेरे लिए तो यही सबसे बड़ा गिफ्ट है।
Train में की थी पूजा
एडम कमांडेंट स्टेशन हेड क्वार्टर कर्नल योगेंद्र कुमार और उनकी वाइफ मीरा कुमार के लिए तो लास्ट करवा चौथ पूरी तरह एडवेंचरस था। हुआ यूं कि मीरा को फैमिली फंक्शन अटेंड करने के लिए घर जाना था, ऐसे में वह ट्रेन में थीं। जब ट्रेन में उन्हें चांद दिखा तो वहीं से उन्होंने पूजा की, चांद को अघ्र्य दिया और मोबाइल के जरिए योगेंद्र से बात करके व्रत खोल दिया। पर यह करवा चौथ दोनों के लिए यादगार बन गया।
भूलने पर हुई थी नाराज
मीरा ने बताया कि एक साल काम के प्रेशर के चलते योगेंद्र करवाचौथ भूल गए। हालांकि, सुबह से उन्हें पता था पर ऑफिस से आने पर उन्हें इसका याद नहीं रहा। डिनर हम साथ करते हैं। इसलिए ऑफिस से आने के बाद योगेंद्र ने मुझसे पूछा कि तुमने खाना खा लिया। सुबह से व्रत रखा था, इसलिए ऐसी बात सुनकर गुस्सा आ गया। फिर मैंने इन्हें करवाचौथ का याद दिलाया। तब उन्हें भी बहुत बुरा लगा। लेकिन उस करवाचौथ के बाद तो फिर कभी भी वह करवाचौथ नहीं भूलते हैं।Report by: Nidhi Gupta