हाईस्कूल के साइंस के पेपर में पकड़े गए तीन नकलची
पेपर और आंसर शीट लेकर खिड़की से कूद कर भागा छात्र
हमशक्ल का फायदा उठा पेपर देती पकड़ी गई जुड़वा बहन
ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के खुल रहे हैं फर्जीवाड़े, रजिस्ट्रेशन नंबर देने के लिए स्कूल ऐंठ रहे रुपये
BAREILLY:
जैसा कि अंदाजा लगाया जा रहा था कि यूपी बोर्ड एग्जाम में ठीक उसी तरह से व्यवस्था की पोल खुलने लगी है। एग्जाम सेंटर्स पर नकल माफियाओं का राज है। कहीं धड़ल्ले से नकल हो रही है तो कहीं स्टूडेंट्स कॉपी और पेपर ही लेकर भाग जा रहा है। बात इतने पर ही नहीं रुकती है। बीमार बहन की जगह उसकी बड़ी बहन भी परीक्षा देते हुए पकड़ी गई। जबकि विभाग नकल रोकने में पूरी तरह से बेबस है। वहीं हजारों स्टूडेंट्स को बोर्ड की लापरवाही के चलते एग्जाम छोड़ना पड़ गया।
पेपर-कॉपी लेकर घर भ्ागा छात्र
एग्जामिनेशन हॉल से पेपर और आंसर शीट लेकर स्टूडेंट घर भाग जाये, इस तरह की शॉकिंग सिचुऐशंस सिर्फ यूपी बोर्ड में ही पॉसिबल है। साइंस का पेपर स्टूडेंट को इतना टफ लगा कि उसने कॉपी घर ले जाकर नकल करने का प्लान बना लिया। एमजीएम इंटर कालेज-बहेड़ी के सेंटर से हाईस्कूल का स्टूडेंट कॉपी लेकर घर भाग गया। ये स्टूडेंट इस सेंटर पर एलॉट हुए रशीद मैमोरियल इंटर कालेज का है। एग्जाममिनेशन हॉल से भागे इस स्टूडेंट ने एग्जामिनेशन रुम की खिड़की से छलांग लगायी। हालांकि सेंटर सुप्रिंटेंड ने स्टूडेंट को पकड़वाया और कॉपी सील करा दी। वहीं उसपर एफआईआर दर्ज करा दी गई है, लेकिन इस घटना के बाद सेंटर के सिक्योरिटी अरेंजमेंट पर सवाल खड़ा हाे गए।
पकड़ी गई सीता-गीता पेपर सॉल्वर
बिल्कुल फिल्मी अंदाज में जुड़वां होने का फायदा उठाया। शीशगढ़ के हाजी दूल्हा बेग इंटर कॉलेज में अपनी छोटी जुड़वां बहन की जगह एग्जाम देती बड़ी बहन पकड़ी गई। वह 11वीं की छात्रा है, एक सी शक्ल का फायदा उठाकर अपनी बीमार बहन की जगह वह एग्जाम दे रही थी। ये छात्रा हाजी दूल्हा वेग इंटर कालेज की ही है, इसीलिए केंद्र व्यवस्थापक प्रदीप कुमार शर्मा ने उसकी पहचान कर ली। जबकि छोटी बहन डोरी लाल मेमोरियल उच्चतर माध्यमिक विद्यालय-भिठौरा की छात्रा है, जिसका सेंटर बेग इंटर कालेज में था। केंद्र व्यवस्थापक ने छात्रा के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। हालांकि पिछले पेपर में किस वहन ने एग्जाम दिया था, इस पर संदेह बना हुआ है।
चीटिंग मैटिरियल के साथ पकड़ा गया नकलची
भगवती इंटर कालेज में परीक्षा के दौरान एक नकलची पकड़ा गया। एडी बेसिक शशि देवी शर्मा के उड़न दस्ते ने अचानक इंसपेक्शन कर चीटिंग मैटेरियल के साथ स्टूडेंट को पकड़ा। उसके पास से साइंस की गाइड के 6 पन्ने पाये गए। स्टूडेंट की कॉपी सील कर दी गई। इसके बाद अनुचित साधन का इस्तेमाल करने के कारण ये छात्र एक साल तक डिबार हो जायेगा। इस केंद्र पर सिर्फ एक छात्र भले पकड़ा गया हो, लेकिन इस इंसिडेंट से सेंटर पर धड़ल्ले से चल रही नकल का साफ अंदाजा लगाया जा सकता है।
शासन के नुमांइदे की वजह से दौड़ा उड़न दस्ता
शासन की ओर से परीक्षा के दौरान निगरानी करने के लिए नियुक्त पर्यवेक्षक मंडे का बरेली में थीं, इसी वजह से पूरे दिन जिला व मंडल स्तरीय फ्लाइंग स्क्वॉयड टीम इंस्पेक्शन के लिए दौड़ती रही। इसी का नतीजा रहा कि एक दस्ते ने नकलची पकड़ा। पर्यवेक्षक मंजू रानी शर्मा ने डीआईओएस के साथ फरीदपुर के सेंटर्स का दौरा किया। इसके अलावा एडीबेसिक ने नबावगंज, बीएसए व जेडी में भी निरीक्षण किया। डीआईओएस ने एक किराये की गाड़ी भी अरेंज कराई थी। जबकि इससे पहले पेट्रोल और गाड़ी न होने का रोना रोते हुए निरीक्षण नही किये जा रहे थे।
ऑनलाइन फर्जीवाड़े का खुल रहा खेल
एग्जाम के पहले दिन ही फर्जीवाड़ों का खुला खेल सामने आने लगा था, जिसके चलते पहले दिन क्क् हजार छात्रों ने एग्जाम छोड़ा। कई सेंटर ऐसे रहे, जहां एग्जाम देने पहंचे हाईस्कूल व इंटर के स्टूडेंट्स के पास 9वीं और क्क्वीं के रजिस्ट्रेशन नंबर नहीं थे। क्9 फरवरी को साहू गोपीनाथ इंटर कॉलेज में इन संदिग्ध छात्राएं पकड़ी गई। इनमें से एक छात्रा को स्कूल ने जो रजिस्ट्रेशन नंबर प्रोवाइड कराया है, वह नंबर बोर्ड सेंटर को भेजे गए नंबर से मैच नही कर रहा था। इसके अलावा बाकी दो छात्राएं अपना पंजीकरण व फेल्योर मार्क्स शीट दिखा चुकी हैं। गुरु नानक खालसा पंत इंटर कालेज में एग्जाम दे रहे जीएसएम इंटर कालेज-सुभाषनगर के ब्भ्8 स्टूडेंटस में से 90 परसेंट स्टूडेंट्स के पास रजिस्ट्रेशन नंबर नहीं थे। इस स्कूल के प्रिंसिपल लालता प्रसाद द्विवेदी का कहना है कि स्टूडेंट रजिस्ट्रेशन नंबर लेने ही नहीं आये। जबकि इस स्कूल के स्टूडेंट्स का कहना है कि रजिस्ट्रेशन नंबर देने के लिए एक्स्ट्रा रुपये की मांग कर रहा है। ऐसा ही एक और प्रकरण आंवला तहसील के सर्वोदय इंटर कालेज का है, इस कालेज के टोटल म्भ्0 स्टूडेंट्स का सेंटर तीन स्कूल में गया है। और तीनों जगह ही इसके स्टूडेंट्स विवादित हैं। सेंटर बाबा राम दास इंटर कालेज, राम भरोसे इंटर कालेज और चाचा नेहरू इंटर कालेज के केंद्र व्यवस्थापक का कहना है कि इस स्कूल के स्टूडेंट्स के पास रजिस्ट्रेशन नंबर नहीं है। साथ ही हाईस्कूल के इन स्टूडेंट्स में से अमूमन की उम्र ख्0 से ख्भ् के बीच है। ऐसे में इनके फर्जी होने की आशंकाएं बहुत ज्यादा हैं। बता दें कि चाचा नेहरू इंटर कालेज पर क्9 फरवरी के पेपर में स्टूडेंट्स के फर्जी होने की आंशका के चलते तत्कालीन आंवला एसडीएम पूजा देवराज मौके पर पहुंची थीं।
रजिस्ट्रेशन नंबर न दिखाने वाले छात्रों से अंडर टेकिंग ली जाये, साथ ही केंद्र व्यवस्थापक ऐसे स्टूडेंट्स की सूची बनाकर बोर्ड को भेज दें, ताकि बोर्ड अपने स्तर से इनकी जांच कर सके। नकल पकड़े जाने से स्पष्ट होता है कि सेंटर पर सुरक्षा व्यवस्था चौकस है।
- आशुतोष भारद्वाज, डीआईओएस