- शुरुआती एग्जाम में कम पड़ जाएंगे कक्ष निरीक्षक
- डीआईओएस ने प्रक्रिया जल्द पूरा करने के दिए निर्देश
BAREILLY: यूपी बोर्ड एग्जाम शुरू होने में महज एक दिन का समय बाकी है। बावजूद इसके विभाग की तैयारियां अभी आधी भी पूरी नहीं हो पाई हैं। जिन पर नकल विहीन एग्जाम कराने का जिम्मा है, उन्हीं का कुछ अता-पता नहीं है। एग्जाम रूम में व्यवस्था चुस्त करने में कक्ष निरीक्षकों की भूमिका अहम होती है। इनके तेजी से आईकार्ड बनाने का काम चल रहा है, लेकिन अभी तक जरूरत के अनुसार बमुश्किल आधे कक्ष निरीक्षकों ने ही आईकार्ड बनवाए हैं। अब ज्यादा समय भी नहीं है, ऐसे में सवाल यह है कि कब वे आईकार्ड बनवाएंगे और कब ड्यूटी ज्वाइन करेंगे। ऐसे में डीआईओएस ने भी सभी स्कूलों को झिड़की दी है।
जीआईसी में बनाया जा रहा है आईकार्ड
क्9 मार्च से शुरू होने वाले यूपी बोर्ड के हाईस्कूल व इंटर बोर्ड एग्जाम में क्,0भ्,भ्भ्भ् स्टूडेंट्स अपीयर होंगे। सिटी के क्ख्ब् सेंटर पर एग्जाम होंगे। एग्जाम के लिए करीब ब्,क्क्म् कक्ष निरीक्षकों की जरूरत है, जिनमें से बेसिक स्कूल्स से करीब क्,97ख् टीचर्स लिए जाएंगे। बेसिक विभाग को कक्ष निरीक्षकों की डिमांड लेट भेजने की वजह से टीचर्स नहीं मिल पा रहे हैं। जीआईसी में कक्ष निरीक्षकों के आईकार्ड बनाए जा रहे हैं। ट्यूजडे को अवकाश होने के चलते काफी कम टीचर्स आईकार्ड बनवाने के लिए पहुंचे।
भ्0 परसेंट ही बन पाए आईकार्ड
करीब ब् हजार कक्ष निरीक्षकों में से महज भ्0 परसेंट के ही आईकार्ड बन पाए हैं। दरअसल, आईकार्ड कैसे बनाए जाए, इसकी प्रोसेस लेट तय होने के चलते ही इनके आईकार्ड बनाने का काम काफी लेट शुरू हुआ। ऐसे में विभाग देर रात तक टीचर्स का वेट कर आईकार्ड बनवा रहा है।
नकल कराते पकड़े गए तो लगेगा जुर्माना
आईकार्ड बनाने की धीमी प्रक्रिया को देखते हुए डीआईओएस डा। आशुतोष भारद्वाज ने स्कूलों को निर्देश दिया है। उन्होंने सभी स्कूल्स को जल्द से जल्द अपने टीचर्स के आईकार्ड बनवाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही, यह भी कहा है कि यदि कोई नकल कराता पकड़ा गया तो उसके खिलाफ फ्,000 रुपए का अर्थदंड लगाया जाएगा।
कब होंगे रिलीव
आईकार्ड बनवाने के बाद टीचर्स बोर्ड एग्जाम में तभी ड्यूटी कर पाएंगे जब उनका स्कूल उन्हें रिलीव करेगा। ऐसे में सवाल यह है कि इतने कम समय में आईकार्ड बनवाकर वे रिलीव कैसे हो पाएंगे। ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि बोर्ड एग्जाम के शुरुआती पेपर्स में कक्ष निरीक्षकों की काफी कमी खलेगी।