- दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की प्रकाशित न्यूज पर हॉस्पिटल प्रशासन हुआ एक्टिव
- ब्लड बैंक के स्टाफ की हकीकत परखने को गोपनीय जांच संभव
BAREILLY:
डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में 'खून के सौदागर' का धंधा पकड़ में आने के बाद हॉस्पिटल प्रशासन सख्त हो गया है। सैटरडे को सीएमएस ने ब्लड बैंक के पैथालॉजिस्ट, काउंसलर व हॉस्पिटल में कार्यरत कर्मचारियों को खून का सौदा करने में लिप्त पाए जाने पर तत्काल टर्मिनेशन की चेतावनी दे दी है। साथ ही, कहा कि फ्राइडे को पकड़े गए दलाल के आरोपों पर यदि कोई शिकायत प्राप्त होती है तो ब्लड बैंक में उस समय मौजूद सभी कर्मचारियों की सघन जांच कराई जाएगी। साथ ही, दोषी मिलते हैं तो उन पर नियमानुसार सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। किसी को बख्शा नहीं जाएगा। वहीं पुलिस ने अभी तक इस केस को गंभीरता से नहीं ि1लया है।
आरोप लगे तो जागा प्रशासन
बता दें कि डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल के ब्लड बैंक के कर्मचारियों पर अक्सर खून के सौदे में लिप्त होने के आरोप लगते रहे हैं। लेकिन फ्राइडे को पकड़े गए दलाल के आरोप के बाद हॉस्पिटल प्रशासन और सख्त हो गया है। बता दें कि दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने 'सरकारी डॉक्टर भी बने खून के सौदागर' हेडिंग से प्रमुखता से खबर प्रकाशित की थी। जिसके बाद हॉस्पिटल प्रशासन ने खुद को और मुस्तैद करने की तैयारी शुरू कर दी है। सनद रहे कि करीब 7 माह पहले ब्लड बैंक का एक कर्मचारी खून के सौदे में लिप्त पाया गया था। जिसको तत्काल टर्मिनेट कर दिया गया था।
पुलिस ने जल्दबाजी में भेजा जेल
खून की सप्लाई करने वाले विजय को पुलिस ने जल्दबाजी में बिना पूछताछ किए ही जेल भेज दिया। जबकि वह दो दलाल राशिद और रवि के नाम बता रहा था। उसने इन दोनों को खून का डॉन बताया था। यदि पुलिस उससे कड़ाई से पूछताछ करती तो शायद वह राशिद या रवि का पता बताकर उसे पकड़वा भी देता लेकिन ऐसा नही हो सका। हालांकि अब पुलिस दोनों की धरपकड़ की बात कर रही है। इससे पहले भी खून का खेल पकड़े जाने के केस में पुलिस ने सिर्फ खून देने वाले को पकड़कर ही जेल भेजकर इतिश्री कर ली लेकिन धंधे के असली सौदागरों को नहीं पकड़ा।
हॉस्पिटल में खून के सौदे में यदि अधिकारी, डॉक्टर या कर्मचारी दोषी पाए गए तो तत्काल सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। ब्लड बैंक के स्टाफ को निर्देश दे दिए गए हैं जो भी ब्लड डोनर आए उसकी काउंसलिंग की जाए।
डॉ। केएस गुप्ता, सीएमएस
खून की बिक्री मामले में किसी तरह की लापरवाही बर्दास्त नहीं की जाएगी। पुलिस को सख्त निर्देश है कि इसके असली दलालों को भी पकड़ा जाए।
जोगेंद्र कुमार, एसएसपी