-बिथरी ब्लॉक प्रमुख के उप चुनाव में बीजेपी को तगड़ा झटका
-सपा प्रत्याशी विजेंद्र ने 3 वोट से हासिल की जीत, 26 वोट कैंसिल
क्चन्क्त्रश्वढ्ढरुरुङ्घ: बिथरी चैनपुर ब्लॉक में प्रमुख पद के उप चुनाव में बीजेपी को तगड़ा झटका लगा है। चुनाव में बसपा समर्थित सपा कैंडिडेट ने तीन वोटों से जीत हासिल की है। बीजेपी समर्थित प्रत्याशी अरमान सिंह उर्फ गौरव सिंह अरमान सत्ताधारी पार्टी के होने के चलते भी चुनाव नहीं जीत सके हैं। फूलपुर उप चुनाव में सपा-बसपा के गठजोड़ का असर यहां जीत के रूप में सामने आया है। यहां जंग भी बीजेपी विधायक पप्पू भरतौल और पूर्व बसपा विधायक वीरेंद्र सिंह के बीच थी और चुनाव का रिजल्ट आने के बाद सभी धुर विरोधी वीरेंद्र सिंह के पवन बिहार कोठी में पहुंच गए और गले मिलकर जीत की खुशी मनाई। वहीं बीजेपी विधायक को जिला पंचायत अध्यक्ष के बाद अब अपने ही गढ़ में ब्लॉक प्रमुखी में हार से झटका लगा है।
111 वोट पड़े चुनाव में
चुनाव में विजेंद्र सिंह को 44 और अरमान सिंह को 41 वैद्य वोट मिले हैं। कुल 111 बीडीसी मेंबर्स ने वोट डाले। बताया जा रहा है कि 59 वोट विजेंद्र सिंह के पक्ष में और अरमान सिंह के पक्ष 52 वोट पड़े लेकिन गलत जगह निशान लगाने से 26 वोट कैंसिल हो गए। इससे साफ है कि वोटर्स को वोट डालने के बारे में सही से पता ही नहीं था और न ही उन्हें वोट डालने के बारे में सही से जानकारी दी गई थी, नहीं तो इतनी बड़ी संख्या में वोट कैंसिल नहीं होते। विजेंद्र की जीत के बाद आरओ एसडीएम सदर अनुपम शुक्ला काउंटिंग स्थल से निकले और फिर सर्टिफिकेट पर डीएम के साइन कराए और वापस आकर सर्टिफिकेट सौंप दिया।
चुनाव के दौरान कड़ी सख्ती
पिछले वर्ष बिथरी ब्लॉक प्रमुख चुनाव में हुए उपद्रव के मद्देजनर प्रशासन ने बिथरी में धारा 144 लगा कर सभी दुकानों को भी बंद करा दिया था। सुबह 11 बजे से कड़ी सुरक्षा में चुनाव शुरू हुआ और 3 बजे तक वोटिंग हुई। कुआंटांडा की ओर से विधायक पप्पू भरतौल, अरमान सिंह के समर्थन में बीडीसी मेंबर्स को लेकर पहुंचे। तहसीलदार मलखान सिंह ने पहचान पत्र देखने के बाद सभी को जाने दिया। कुछ देर बाद नवाबगंज विधायक केसर सिंह भी दो मेंबर्स को लेकर पहुंचे। उसके बाद नरियावल की ओर से पूर्व विधायक वीरेंद्र सिंह, विजेंद्र के समर्थन में बीडीसी मेंबर लेकर पहुंचे। यहां पर मजिस्ट्रेट विशु राजा ने पहचान पत्र देखने के बाद वोट डालने के लिए जाने दिया। करीब साढ़े बारह बजे से वोटिंग हुई। चुनाव के दौरान गाडि़यों के काफिले की वजह से सड़क पर जाम की स्थिति बनी रही।
गौरव की जीत की उड़ी अफवाह
चुनाव में जीत विजेंद्र की हुई लेकिन रिजल्ट आने से कुछ देर पहले गौरव की जीत की अफवाह उड़ गई। यहां तक गौरव के समर्थकों ने खुशी भी मनानी शुरू कर दी। कहा जा रहा है कि खुशी में फायरिंग भी हुई। व्हाट्सएप व फोन के जरिए बधाई संदेश भी देना शुरू हो गया, लेकिन कुछ देर बाद विजेंद्र की जीत का ऐलान किया गया, तो फिर विजेंद्र के समर्थक खुशी से झूम उठे।
दूसरी बार पप्पू भरतौल ने खाई मात
बिथरी चैनपुर विधायक को दूसरी बार बड़ा झटका लगा है। इससे पहले वह जिला पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाए थे लेकिन संजय सिंह की कुर्सी नहीं हिला सके थे। इसी तरह से बिथरी चैनपुर ब्लॉक प्रमुख के चुनाव में अविश्वास प्रस्ताव लाया गया। अविश्वास प्रस्ताव में अरमान के समर्थन में 71 बीडीसी मेंबर थे और दो वोट कैंसिल हुए थे, अन्य मेंबर वोटिंग में शामिल नहीं हुए थे, लेकिन उसके बाद चुनाव हुआ तो हार का सामना करना पड़ा है। बिथरी चुनाव में हार के बाद पप्पू भरतौल ने वोट कैंसिल होने की वजह से हार की बात कही है।
पवन विहार में जुटे धुर विरोधी
विजेंद्र सिंह की जीत के बाद पूर्व विधायक वीरेंद्र सिंह के पवन बिहार स्थित निवास पर सभी धुर विरोधी इकट्ठा हो गए। यहां पर सैकड़ों समर्थकों की भीड़ इकट्ठा हो गई। यहां पर जीत हासिल करने वाले विजेंद्र सिंह पहुंचे और विधायक से गले मिले, जबकि इससे पहले दोनों एक दूसरे के सबसे बड़े राजनैतिक दुश्मन थे। यहां पर विजेंद्र के पिता मुन्नू भी पहुंचे। पूर्व ब्लॉक प्रमुख राधेश्याम भी पहुंचे। संदेश कनौजिया पवन विहार के गेट पर खड़े थे लेकिन कुछ देर बाद पूर्व विधायक के कहने पर देवेंद्र सिंह बाहर पहुंचे और उन्हें अंदर लेकर चले गए।
आगे की राजनीति में आएगा बदलाव
ब्लॉक प्रमुख के चुनाव के बाद अब बिथरी चैनपुर की राजनीति में बड़ा बदलाव आने वाला है। लोकसभा चुनाव में भी इसका असर देखने को मिलेगा, क्योंकि यहां सभी धुर-विरोधी एक हो गए हैं। खासकर कुर्मी समाज के लोग। इस एरिया में कुर्मियों का वोट बैंक काफी ज्यादा है।