- सौंपी गयी रिपोर्ट में एक भी ग्राम पंचायत के आंकड़े सही नहीं
- डीएम और एडीएम ई की बैठक के बाद भी मामला रहा सिफर
- 31 जनवरी तक चुनाव आयोग को सौंपनी थी फाइनल रिपोर्ट
BAREILLY: लेट आए फिर भी दुरूस्त नहीं आए। जी हां, ग्राम पंचायत चुनाव को लेकर चल रही तैयारियों को लेकर कुछ यही हाल है। अंतिम डेट का हवाला देकर अधिकारियों का दबाव बना तो बीएलओ ने निर्वाचक नामावलियों का मिलान कर कोरम पूरा कर दिया। लेकिन डिस्ट्रिक्ट इलेक्शन ऑफिस को जो लिस्ट प्राप्त हुई है, वह आंकड़ों से मैच ही नहीं कर रही। किसी ग्राम पंचायत में वोटर्स से अधिक वोटर्स की संख्या दिखा दी गयी है तो कहीं पर वोटर्स की संख्या आंकड़ों से बहुत ही कम है। लिहाजा चुनाव आयोग को अभी तक फाइनल लिस्ट नहीं सौंपी जा सकी है।
बैठक का नतीजा सिफर
विधानसभा निर्वाचक नामावलियों और ग्राम पंचायत निर्वाचक नामावलियों के मिलान की फाइनल लिस्ट फ्क् जनवरी को चुनाव आयोग की भेजनी थी। लेकिन मामला अभी सिफर है। क्007 ग्राम पंचायतों की लिस्ट डिस्ट्रिक्ट इलेक्शन ऑफिस को मिल गयी है। लेकिन आंकड़ा एक दूसरे से मैच नहीं खा रहा है। अपात्र और पात्र वोटर्स को जोड़ने पर वोटर्स की संख्या मेल नहीं आ रही है। एक भी ग्राम पंचायत की रिपोर्ट हंड्रेड परसेंट सही नहीं है, जबकि डीएम और एडीएम ई के अध्यक्षता में इस संबंध में कई बार बैठक हो चुकी है।
कोई भी आंकड़ा मैच नहीं खा रहा है। किसी में दस तो किसी में क्भ् वोटर की संख्या का अंतर है। आंकड़ों का दोबारा मिलान किया जा रहा है।
अभिजीत मुखर्जी, असिस्टेंट डिस्ट्रिक्ट इलेक्टोरल ऑफिसर