BAREILLY:

शहर में देर शाम आई आंधी-पानी से ट्रांसमिशन में खराबी आ गई। वहीं एक दर्जन से अधिक जगहों पर पोल और तार टूट कर गिर गए। जिसके कारण पूरे शहर में ब्लैक आउट हो गया। जिस वजह से शहरवासियों को काफी प्रॉब्लम्स फेस करनी पड़ी। देर रात तक फॉल्ट को ट्रैस कर बिजली कर्मचारी लाइन में आई खराबी को ठीक करने में जुट रहे। लेकिन कई जगहों पर सप्लाई सुचारू नहीं हो सकी थी। सिविल लाइंस स्थिति ट्रांसमिशन के स्विच यार्ड आंधी और पानी से खराबी आ गई। जिसके कारण ट्रांसमिशन से डिस्ट्रिब्यूशन को सप्लाई होने वाली बिजली ठप हो गई। वहीं जगतपुर में 2, गांधी नगर में 2 और चौपुला में 1 बिजली के पोल टूट गए। वहीं पुराने शहर में कई जगहों पर तार टूट गए। एसई एनके मिश्रा ने बताया कि जहां भी तार और पोल टूटने की सूचना मिली है कर्मचारियों को मौके पर लगा दिया गया है। फॉल्ट को ट्रैक कर जल्द ही सप्लाई सुचारू कर दी जाएगी।

सड़कों पर अफरा तफरी

वेस्टर्न डिस्टर्बेस के चलते पिछले दिनों बारिश की संभावना वेदर एक्सपर्ट जता रहे थे। संडे दिन भर धूप ने लोगों को झुलसाया। उमस हावी रही। लेकिन देर शाम करीब 7 बजे मौसम के मिजाज में बदलाव दिखना शुरू हो गया। करीब 20 मिनट बाद अचानक बने लो प्रेशर जोन से आंधी के साथ शहर में बादलों का प्रवेश शुरू हो गया। धूल भरी आंधियों ने विजिबिलिटी 10 से 20 मीटर तक कर दी। जिससे यातायात ठप सा हो गया। बाइकर्स खुद को धूल के गुबार से बचाते दिखे। पैदल चल रहे राहगीरों में अफरा तफरी मच गई। राहगीर आंधी से खुद को बचाने के साथ ही अन्य राहगीरों को सुरक्षित जगह बताते रहे।

सोशल मीडिया पर 'आंधी'

एक ओर आंधी के प्रकोप से लोग खुद को बचाते रहे तो दूसरी ओर सुरक्षित जगह पर पहुंचे लोग सोशल मीडिया पर अपडेट होने लगे। आसमान पर मंडराते बादल, आंधियों से गिरे पेड़, पोल और होर्डिग्स की फोटो क्लिक कर अपलोड करनी शुरू कर दी। जिससे बरेलियंस के वायरल हो रही पोस्ट से सोशल मीडिया पर भी आंधी आती दिखी। वहीं, आंधी को देखकर लोगों ने घर से बाहर निकले अपने रिलेटिव, फ्रेंड्स को कॉल कर उनकी लोकेशन ट्रेस की और उन्हें आंधी में सुरक्षित जगह पहुंचने की सलाह दी। वहीं, 60 किमी। प्रति घंटे के वेग से चल रही आंधी में कई सेल्फी लवर्स घर की छत पर पहुंचकर आंधी के साथ अपनी सेल्फी भी क्लिक की।

यूं रहा आंधी का प्रकोप

मिली सूचना के मुताबिक आंधी से चौपुला चौराहा पर बिजली का पोल गिरा। गांधी नगर में आदर्श स्वीट हाउस के सामने पुराना बरगद का पेड़ गिरा। मढ़ीनाथ पर दुकान की टीन की चादर सड़क पर गिरी। जिससे राहगीर बाल बाल बचे। कैंटोनमेंट में करीब 8 पेड़ धराशायी हुए। इसके अलावा शहर के अन्य एरिया में भी करीब 50 से अधिक पेड़ गिरने की जानकारी मिली। वहीं, ग्रामीण एरिया में सैकड़ों पेड़ समेत गरीबों की झोपडि़यां और टीन के आंधी में उड़ गए। समूचा जिला आंधी के कहर का सामना करता रहा। हालांकि, खबर लिखे जाने तक किसी के जान माल के नुकसान की सूचना नहीं मिली।

सायक्लोनिक सर्कुलेशन की वजह से जिले में आंधी का प्रकोप देर शाम हावी हुआ। लो प्रेशर जोन से आए बादलों ने बारिश की। आगामी 20 मई के बाद फिर आंधी आने की संभावना है।

डॉ। जेपी गुप्ता, डायरेक्टर, आंचलिक मौसम अनुसंधान केंद्र