- जेसी पॉलीवाल के बर्थडे पर कमल टाकीज में ऑर्गनाइज हुआ मुशायरा और कवि सम्मेलन

BAREILLY: 'मुझे हिंद में बस अमन चाहिए खुशियों की जमीं पे चमन चाहिए' 'सच का चूमा जिन्होंने शिखर वहीं नर से नरोत्तम हुए' जैसी ही बेहतरीन कविताओं से थर्सडे की शाम गुलजार रही। मौका था, कमल टाकीज हॉल में ऑर्गनाइज आल इंडिया कल्चरल एसोसिएशन के नेशनल प्रेसीडेंट और मशहूर रंगकर्मी व समाजसेवी जेसी पॉलीवाल के बर्थडे सेलीब्रेशन का। इस मौके पर मौजूद रंगकर्मी, समाजसेवी, कर्मचारी नेता, शायर व कवियों ने गर्मजोशी से पालीवाल की शतायु की कामना की।

शाम ए महफिल की रौनक रही गुलजार

खुशी के मौके पर ऑर्गनाइज मुशायरा और कवि सम्मेलन में बेहतरीन नग्मों और पंक्तियों ने शाम के माहौल को और भी कलरफुल बना दिया। इस मुशायरा प्रोग्राम में विनय सागर की पंक्तियों 'जो ढल रहे हैं नए वक्त के ढलानों में उन्हीं के रंग उभरते हैं आसमानों में' पर पूरा हॉल तालियों से गूंज उठा। साथ ही रामशंकर प्रेमी, जाकिर खां, रणधीर प्रसाद गौड़ 'धीर', रामधनी निर्मल समेत बीस कवियों व शायरों ने अपने बेहतरीन तरन्नुम व शायरी के जरिए सभी का दिल जीत लिया।