-मंदिरों में श्रद्धालुओं की लगीं रहीं कतारें

-सौभाग्य योग में जलाभिषेक कर भक्तों ने सुख-समृद्धि के लिए की कामना

बरेली : सावन के पहले सोमवार को नाथ नगरी में बोलबम के जयकारों से शिवालय गूंज उठे। श्रद्धालुओं ने भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक किया और श्रद्धासुमन अर्पित किए। शिवभक्तों ने शिवग्रह पर बेलपत्र, भांग, धतूरा, फल, फूल अर्पण कर मन्नतें मांगी। सौभाग्य योग्य में आशुतोष की आराधना कर श्रद्धालुओं ने अपने भाग्य को उज्ज्वल किया। प्रमुख मंदिरों में बम भोले की गूंज से सारा वातावरण शिवमय हो गया।

विधि विधान से किया पूजन

सावन माह में भगवान शिव की आराधना का विशेष महत्व है। पुजारी राजेश तिवारी ने बताया कि भगवान शंकर को सावन का महीन अति प्रिय है। सावन में की गई पूजा-अर्चना का दोगुना फल मिलता है। यही कारण है कि नाथ नगरी में प्रमुख मंदिरों के साथ ही छोटे मंदिरों में सुबह से ही भक्तों की भीड़ उमड़ती रही। कोरोना संक्रमण का भय भी श्रद्धालुओं की भक्ति और श्रद्धा को कम नहीं कर पाया। अलखनाथ मंदिर, मढ़ीनाथ मंदिर, त्रिवटीनाथ मंदिर, बनखंडीनाथ मंदिर, धोपेश्वरनाथ मंदिर, तपेश्वरनाथ मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर में बड़ी संख्या में भक्तों ने जलाभिषेक किया।

अलखनाथ मंदिर में हुआ रुद्राभिषेक

अलखनाथ मंदिर में रविवार को रात 12 बजे से रुद्राभिषेक शुरू हो गया। मंहत कालू गिरी ने बताया सावन माह में हर दिन भगवान आशुतोष का रुद्राभिषेक इसी तरह होगा। बताया कि देर रात से ही श्रद्धालु मंदिर में दर्शन के लिए आते रहे। सुबह चार बजते ही मंदिर के प्रवेश द्वार से शिवालय तक सैंकड़ों श्रद्धालुओं की कतारें पहले दर्शन करने के लिए आस्था में सराबोर दिखीं।

करना पड़ा इंतजार

सावन के पहले सोमवार को शहर के सभी शिव मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी। अलखनाथ मंदिर, धोपेश्वरनाथ मंदिर, वनखंडीनाथ मंदिर, त्रिवटीनाथ मंदिर में भक्तों को जलाभिषेक करने के लिए लाइन में लगकर अपनी बारी का इंतजार करना पड़ा।

मास्क का वितरण किया

कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए त्रिवटी नाथ मंदिर में बिना मास्क के श्रद्धालुओं को प्रवेश करने में दिक्कतें तो हुईं। जिनके पास मास्क नहीं था। उन्हें प्रवेश द्वार पर सेवादारों की ओर से मास्क का वितरण वितरण किया।

भजन-कीर्तन के बीच हुआ जलाभिषेक

पशुपतिनाथ मंदिर में जलाभिषेक करने के बाद श्रद्धालुओं ने भजन कीर्तन कर भगवान शिव को प्रसन्न किया। इस दौरान मंदिर समिति द्वारा भंडारे का भी आयोजन किया गया।

अलर्ट रही पुलिस

सावन के पहले सोमवार पर मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ने की संभावना के चलते पुलिस भी अलर्ट रही। सभी प्रमुख मंदिरों पर सुबह से ही पुलिस मुस्तैद नजर आई। इसके साथ ही अधिकारी भी शहर का जायजा लेते रहे।

कोरोना संक्रमण का मन में डर तो था। लेकिन, सावन के पहले सोमवार को जलाभिषेक किए बिना मन नहीं माना। मास्क लगाकर ही दर्शन किए। वीरेंद्र रस्तोगी, श्रद्धालु

भक्तों की आस्था के सामने संक्रमण का प्रकोप दूर-दूर तक नहीं दिया। लेकिन, निर्देशानुसार कोरोना गाइडलान का पालन करते हुए दर्शन किए। अमित शर्मा, श्रद्धालु

मास्क और शारीरिक दूरी के साथ भोलेनाथ का जलाभिषेक किया। मंदिर में संक्रमण से बचाव को व्यवस्थाएं सु²ढ़ न होने की वजह से घबराहट होती रही। ¨पकी गंगवार, श्रद्धालु

भगवान शिव की आराधना कर उनसे सिर्फ कोरोना के नाश के लिए प्रार्थना की। ताकि अगले श्रद्धालु बिना किसी घबराहट और संकोच के साथ दर्शन कर सकें। साक्षी शर्मा, श्रद्धालु

सुबह चार बजे से श्रद्धालुओं की कतारें लगने लगीं। कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए श्रद्धालुओं को दर्शन कराए। वहीं संक्रमण से बचाव के लिए सारी व्यवस्था की गईं। र¨वद्र शर्मा, पुजारी, त्रिवटीनाथ मंदिर