- शुभ मुहूर्त में पारंपरिक तरीके से मनाया भाई-दूज
- बस स्टेशन पर रही लोगों की जबरदस्त भीड़
BAREILLY: सिटी में भाई दूज के दिन भाई-बहनों का प्यार देखते ही बना। पारंपरिक तरीके से इस पर्व को सेलीब्रेट कर भाई-बहनों ने एक दूसरे के प्रति अटूट बंधन और स्नेह को व्यक्त किया। बहनों ने जहां अपने भाइयों को दीर्घायु और सदा खुश रहने का आर्शीवचन दिया। वहीं भाइयों ने भी अपनी प्यारी बहनों को गिफ्ट प्रजेंट कर उनका हर स्थिति में साथ देने का प्रण लिया। भाई बहनों का यूं ही प्यार बना रहे, इसके लिए मंदिर जाकर भाई-बहनों ने मत्था भी टेका।
लंबी उम्र की कामना
शुभ मुहूर्त में बहनों ने भाइयों को आसन पर बैठाया। पूजा की थाली को पारंपरिक तरह से सजाकर बहनों ने अपने प्यारे भाइयों को टीका लगाया। फिर आरती उतार कर उनकी खुशहाली और लंबी उम्र की भगवान से कामना की। भाइयों ने भी अपने बहनों को उनके पसंदीदा गिफ्ट प्रजेंट किए। किसी ने बहनों को उनका फेवरेट चॉकलेट तो किसी ने ड्रेसेज दिए। बहन की पसंद का ख्याल रखते हुए भाइयों ने अपनी बहनों को शॉपिंग भी करायी।
फोटो पर लगाया तिलक
हरिद्वार की रहने वाली आरती पांडेय खासकर भाई दूज सेलीब्रेट करने के लिए शहर पहुंची हुई थीं। आरती एक टीचर हैं जबकि बड़ा भाई राकेश अंडमान निकोबार में एयरफोर्स में हैं। जबकि छोटा भाई अजय मुंबई पुलिस में है। आरती ने बहुत पहले ही भाई दूज एक साथ सेलीब्रेट करने के लिए प्लानिंग कर ली थी, लेकिन किसी कारणवश बड़ा भाई राकेश सिटी नहीं पहुंच सका था। तो आरती ने राकेश की फोटो को तिलक लगाकर फोन पर बात की। जबकि छोटे भाई को तिलक लगाकर उसकी पसंद के मैक्सिमम पकवान अपने हाथ से बनाए थे। वहीं शहर के कई भाई-बहनों ने ऑनलाइन भाई दूज सेलीब्रेट किया।
बस स्टेशन पर उमड़ी भीड़
खासकर भाई दूज सेलीब्रेट करने के लिए दूर-दराज से लोग शहर पहुंचे हुए थे। नॉवल्टी और सैटेलाइट बस स्टेशन पर लोगों की जबरदस्त भीड़ रही। सामान्य दिनों की अपेक्षा रोडवेज ने सैटेलाइट को फ्0 लाख रुपए अधिक आमदनी की। रोडवेज के एआरएम प्रशासन नीरज अग्रवाल ने बताया कि, हल्द्वानी, रामपुर, शाहजहांपुर, बदायूं सहित लोकल रूट्स के सबसे अधिक पैसेंजर की भीड़ थी।
-मैं मुरादाबाद से अपने बहन के पास भाई दूज सेलीब्रेट करने के लिए बरेली आया था। मैंने अपनी बहन को उसकी पंसद के चॉकलेट गिफ्ट किए।
मोहित द्विवेदी
-मेरे भाई ने गिफ्ट के तौर पर मुझे और मेरे बच्चों को शॉपिंग करायी। भाई दूज का इंतजार मुझे बेसब्री से रहता है क्योंकि यह एक ऐसा फेस्टिवल है, जो भाई-बहन के रिश्ते को और मधुर बनाता है।
आरती पांडेय