-अदर स्टेट्स में कोरोना केसस बढ़ने से बन रहे हैं खतरे के आसार
-अलर्ट के बाद भी शहर में शहर में बढ़ती जा रही है लापरवाही
बरेली: अदर स्टेट्स में जिस तरह कोरोना केसस बढ़ रहे हैं, उससे इस महामारी के एक बार फिर पैर पसारने के आसार बन रहे हैं। इस पर हमारी लापरवाही से ही मार्च 2020 की स्थितियां लौट सकती हैं। यह बात बरेलियंस जान तो रहे हैं, पर मान नहीं रहे हैं। कोरोना को लेकर अलर्ट जारी होने के बाद भी बरेलियंस में अवेयरनेस व अलर्टनेस का घोर अभाव दिख रहा है। शहर के मार्केट से लेकर पब्लिक प्रोग्राम्स तक में अब जिस तरह दो गज की दूरी और मास्क जरूरी की अनदेखी हो रही है, उससे बरेली में कोरोना का खतरा एक बार फिर से बढ़ सकता है। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने सैटरडे को जब शहर के मार्केट का जायजा लिया तो हर जगह कोरोना को लेकर केयरलेस चरम पर दिखाई दी।
श्यामगंज मार्केट
श्यामगंज किराना मार्केट में अब होली की खरीदारी के लिए हर दिन भीड़ बढ़ रही है। यहां किराना का होलसेल व रिटेल कारोबार होने से शहर के अलावा तहसील क्षेत्रों से भी बड़ी संख्या में लोग खरीदारी को पहुंचते हैं। सैटरडे को इस मार्केट में खरीदारों की भीड़ से जाम की स्थिति दिखाई दी। इस भीड़ में शामिल लोगों में से अधिकांश के चेहरे पर मास्क भी नजर नहीं आए। यहां कोरोना को जितनी केयरलेस खरीदार दिखे उतने ही दुकानदार भी दिखाई दिए। इस भीड़ वाली मार्केट में मास्क तक की अनदेखी करना कोरोना को दावत देने की तरह ही साबित हो सकती है।
बांस मंडी
श्यामंगज मार्केट की ही तरह बांस मंडी में भी सैटरडे को भीड़ के चलते जाम की स्थिति बनी रही। यहां भी भीड़ का हिस्सा बने लोगों में मास्क को लेकर घोर लापरवाही दिखाई दी। दुकानों में खरीदारों की भीड़ होने के बाद भी न तो मास्क की अहमियत समझी गई और न ही सोशल डिस्टेंसिंग की।
कुतुबखाना मार्केट
कुतुबखना मार्केट बरेलियंस के परेचिंग का सबसे बड़ा सेंटर है। यहां हर दिन हजारों लोग परचेजिंग को आते हैं। इससे कुतुबखाना, बड़ा बाजार, शास्त्री मार्केट, चूड़ी वाली गली, सब्जी मंडी में करोड़ों का कारोबार होता है। इसके बाद भी यहां कोरोना को लेकर न तो परचेजर अलर्ट हैं और न ही शॉपकीपर। यहां भी मार्केट में सैटरडे को हर तरफ भीड़ ही भीड़ नजर आई।
जिला अस्पताल रोड मार्केट
जिला अस्पताल रोड मार्केट में रेडीमेड गारमेंट्स, फुटवियर्स और कासमेटिक आईटम्स की शॉप्स हैं। इससे यहां परचेजर्स की हर सीजन में भीड़ रहती है। अब एक बार फिर कोरोना को लेकर अलर्ट जारी होने के बाद भी इस मार्केट की स्थितियों में बदलाव नजर नहीं आ रहा है। यहां सुबह से शाम तक दुकानों के साथ ही सड़क पर भी भीड़ रहती है। इस मार्केट में फीमेल परचेजर्स सबसे अधिक संख्या में पहुंचती हैं। उनमें भी कोरोना को लेकर अलर्टनेस व अवेयरनेस की कमी साफ नजर आ रही है।
इंदिरा मार्केट
इंदिरा मार्केट में इन दिनों होली फेस्टिवल के चलते खरीदारों की भीड़ उमड़ रही है। यहां भी कोरोना अलर्टनेस को हर स्तर पर नजरंदाज किया जा रहा है। कोरोना से बचाव के लिए दो गज की दूरी मास्क जरूरी से यहां किसी को कोई वास्ता नहीं है। यहां उमड़ रही भीड़ में अगर अंजाने में भी कोई कोरोना पॉजिटिव पहुंच गया तो वह सभी के लिए बड़ा खतरा बन सकता है। इसकी चिंता न तो यहां परेचेजर कर रहे हैं और न ही शॉपकीपर।
अनाउंसमेंट तक जिम्मेदारी
कोरोना का खतरा एक बार फिर से लौटने की आशंका के बाद भी जिला प्रशासन की तरफ से कोई एहतियाती कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। शहर में न तो मास्क को लेकर अब पुलिस चेकिंग अभियान चला रही है और न ही डीएम की ओर से कोई चेतावनी जारी हो रही है। जिला प्रशासन और पुलिस जिम्मेदारी बस मार्केट में अनाउंस तक सिमटी हुई है। इस अनाउंसमेंट को अनसुना करना यहां लोगों की आदत में सुमार हो चुका है।
मुंबई और दिल्ली में कोरोना एक बार फिर से पैर पसार रहा है। इन शहरों से अपने यहां लोगों का आना-जाना रहता है। इससे शहर के मार्केट में दुकानदारों से लेकर खरीदारों तक को सतर्क हो जाने की जरूरत है।
रविन्द्र, व्यापारी
कोरोना से बचाव के लिए प्रधानमंत्री की दो गज की दूरी मास्क जरूरी की अपील को अब लोग मानो भूल सा गए हैं। कोरोना वैक्सीनेशन शुरू होने के बाद तो यह लापरवाही लगातार बढ़ी है। अब सभी को पहले की तरह ही अवेयर होने की जरूरत है।
जितेन्द्र गुप्ता,
हमें यह बात ध्यान में रखनी होगी कि कोरोना से बचाव हमारे ही हाथ में है। अगर हम बचाव के तरीकों का सही से इस्तेमाल करेंगे तो खुद भी बचे रहेंगे और दूसरों को भी बचाए रखेंगे।
राखी गंगवार, खरीदार
केयरलेस के चलते मार्केट में कोराना खतरा सबसे अधिक बना हुआ है। इस खतरे को टालने के लिए पुलिस और जिला प्रशासन को पहले की तरह सख्ती बरतनी होगी। इस सख्ती से ही दो गज की दूरी मास्क जरूरी फॉलो हो सकता है।
मोनिका शर्मा, खरीदार