बरेली(ब्यूरो)। कुपोषित बच्चों की सेहत सुधारने के लिए सरकारी प्रयास नाकाफी साबित हो रहे हैं। आलम यह है कि जिला अस्पताल स्थित 10 बेड के पोषण पुर्नवास केंद्र में इस समय मात्र चार कुपोषित बच्चे ही एडमिट हैैं
इसके साथ ही पिछले माह यानि अक्टूबर में भी मात्र 11 बच्चे ही एडमिट हुए थे। इसको लकेर अधिकारियों ने मीटिंग कर रेफरल बढ़ाने के निर्देश दिए थे। लेकिन, वह भी नाकाफी साबित होते दिखाई दे रहे हैैं।

दो बच्चों की हो चुकी मौत
जिले में जनवरी 2022 में 2598 अति कुपोषित बच्चे चिन्हित किए गए थे। लेकिन, उसके बाद भी पोषण पुर्नवास केंद्र की यह स्थिति व्यवस्थाओं की पोल खोल रही हैैं। जिम्मेदार कितना गंभीर हैैं, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि यहां एक माह में मात्र 11 बच्चों को ही एडमिट किया गया है। साथ ही वर्तमान में भी यहां मात्र चार बच्चे एडमिट हैैं। बता दें एनआरसी में अप्रेल से अब तक दो बच्चों की डेथ हो चुकी है। इसमें एक डेथ जुलाई व एक सितंबर माह में हुई है।

पांच माह में क्योर रेट भी गिरा
पोषण पुर्नवास केंद्र यानि एनआरसी में सिर्फ बच्चों की संख्या ही कम नहीं है। बल्कि यहां एडंिमट हुए बच्चों का क्योर रेट यानि ठीक होने की दर भी काफी कम है। बता दें कि क्योर रेट का मतलब होता है एनआरसी से कितने प्रतिशत बच्चे ठीक होकर गए जोकि पेशेंट्स के डिस्चार्ज होने पर डिपेंड करता है।

रेफरल हो रहा कम
एक्सपट्र्स बताते हैैं कि एनआरसी में आशा वर्कर, आंगनबाड़ी वर्कर, पीडिया ओपीडी व आरबीएसके द्वारा कुपोषित बच्चों को रेफर किया जाता है। लेकिन, अक्टूबर माह में आरबीएसके व आंगनबाड़ी वर्कर द्वारा सात बच्चों व पीडिया ओपीडी द्वारा चार बच्चों को भर्ती कराया गया है। वहीं अक्टूबर में आशा द्वारा एक भी बच्चे को एनआरसी में रेफर नहीं किया गया है। इसके साथ ही आशा द्वारा सितंबर माह में मात्र एक बच्चे को रेफर किया गया था। कम रेफरल होने को लेकर पिछले माह हुई पोषण समीति की बैठक में भी रेफरल बढ़ाने की बात कहीं गई थी। लेकिन, उसके बाद भी अब तक विशेष सुधार नहीं हो सका है।


मिनिमम 10 दिन स्टे जरूरी
एनआरसी में 15 दिन का स्टे होना जरूरी है। लेकिन, अगर बच्चा 10 दिन में ठीक हो जाता है तो उसे 11वें दिन डिस्चार्ज कर दिया जाता है। मिनिमम 10 डेज का स्टे होना जरूरी है। बीओआर यानि बेड ऑक्यूपेंसी रेट हर माह में 80 से 90 प्रतिशत होना जरूरी होता है। सितंबर माह में बीओआर 83 परसेंट था, अक्टूबर माह में सिर्फ 40 परसेंट रहा। कितने प्रतिशत बेड भरे हुए हैैं, आरबीएसके को इंफॉर्म किया गया है।

अप्रैल से अक्टूबर तक एडमिशन
अप्रैल 16
मई 24
जून 28
जुलाई 28
अगस्त 29
सितंबर 18
अक्टूबर 11

अप्रैल से सितंबर माह तक क्योर रेट
अप्रैल 75 पर्सेंट
मई 74 पर्सेंट
जून 65 पर्सेंट
जुलाई 36 पर्सेंट
अगस्त 18 पर्सेंट
सितंबर 30 पर्सेंट
अक्टूबर 47 पर्सेंट

पोषण पुर्नवास केंद्र में बच्चों का रेफरल कम होने की जानकारी हुई है। इसको लेकर संबंधित को रेफरल बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैैं।
डॉ। बलवीर सिंह, सीएमओ