आरयू में बीएड का मेन एग्जाम 25 जून से, हजारों स्टूडेंट्स के एडमिट कार्ड रुके
BAREILLY: सेशन 2013-14 का बीएड का मेन एग्जाम 25 जून से स्टार्ट होने को है लेकिन सुप्रीम कोर्ट के एक आदेश की वजह से आरयू के सैकड़ों स्टूडेंट्स के एग्जाम पर ब्रेक लग गया है। ये सभी स्टूडेंट्स सेल्फ फाइनेंस कॉलेजेज के हैं। दरअसल कोर्ट ने बीएड एडमिशन के लिए एक स्पेसीफिक डेट फिक्स कर दी थी। लेकिन जब तक आदेश आया तब तक शासन के निर्देश पर एडमिशन स्टार्ट हो चुके थे। अब एग्जाम के लिए महज एक दिन का टाइम बचा है, लेकिन ऐसे सैकड़ों स्टूडेंट्स को अभी तक एडमिट कार्ड जारी नहीं किए गए हैं। उनके एग्जाम फॉर्म रोक लिए गए हैं। वहीं पूरे प्रदेश की बात करें तो हजारों स्टूडेंट्स एग्जाम्स से बाहर होने वाले हैं। हर यूनिवर्सिटी अपने डेट-शीट के अनुसार एग्जाम कंडक्ट करा रही है।
क्या है पूरा मामला
लास्ट ईयर गोरखपुर की दीन दयाल यूनिवर्सिटी ने बीएड के लिए स्टेट इंट्रेंस एग्जाम कंडक्ट कराया था और कॉउंसलिंग कराने का जिम्मा भी इसी यूनिवर्सिटी के पास था। कॉउंसलिंग खत्म होने के बाद सेल्फ फाइनेंस कॉलेजेज की हजारों सीटें खाली रह गई थीं। कई कॉलेज ऐसे थे, जिनमें स्टूडेंट्स का आंकड़ा 10 को भी पार नहीं कर पाया। ऐसे में कॉलेजेज ने शासन ने डायरेक्ट एडमिशन की मांग की थी। शासन ने खाली सीटों की स्थिति को देखते हुए लास्ट ईयर 15 अक्टूबर तक डायरेक्ट एडमिशन लेने के निर्देश दिए। लेकिन उसी समय बीएड एडमिशन को रेगुलराइज करने के एक मामले में सुप्रीम कोर्ट का 16 सितम्बर तक एडमिशन प्रोसेस खत्म करने का आदेश आया। जब तक यह आदेश आया शासन के निर्देश पर सेल्फ फाइनेंस कॉलेज एडमिशन प्रोसेस स्टार्ट कर चुके थे।
एग्जाम कराया तो कोर्ट की अवमानना
कॉलेजेज ने एडमिशन तो करा लिया लेकिन अब एग्जाम शुरू होने से पहले यह गले की फांस बन गया है। अगर वे इन स्टूडेंट्स का एग्जाम कंडक्ट कराते हैं तो सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवमानना होगी। इन स्टूडेंट्स के एग्जाम फॉर्म भी भरा लिए गए हैं, लेकिन सभी यूनिवर्सिटीज ने इनके फॉर्म को रोक लिया है। वे फिलहाल इस पर कोई भी कार्रवाई करने से डर रहे हैं।
RU के करीब क्,ख्00 स्टूडेंट्स बाहर
आरयू से करीब भ्भ् बीएड के डिग्री कॉलेजेज एफिलिएटेड हैं। ख्भ् जून से क्ख् जुलाई तक कंडक्ट होने वाले एग्जाम में करीब भ्,भ्00 स्टूडेंट्स अपीयर होंगे, लेकिन इसमें सेल्फ फाइनेंस के करीब क्,ख्00 स्टूडेंट्स अपीयर नहीं हो सकेंगे। उनके एडमिट कार्ड को रोक लिया गया है। आरयू ने एग्जाम फॉर्म एक्सेप्ट नहीं किए हैं।
प्रदेश में करीब ख्भ्,000 स्टूडेंट्स
वहीं पूरे स्टेट में ऐसे करीब ख्भ्,000 स्टूडेंट्स हैं जो बीएड एग्जाम्स से बाहर हो जाएंगे। दरअसल जिस समय शासन ने डायरेक्ट एडमिशन का आदेश जारी किया था, उस समय सेल्फ फाइनेंस कॉलेजेज में करीब ख्भ्,000 से ज्यादा सीटें खाली थीं। सही सीटों का अनुमान अभी तक नहीं लगाया जा सका है। एक बार फिर यह मामला शासन के पाले में जाने की संभावना है। कॉलेजेज यूनिवर्सिटी के माध्यम से शासन से हल निकालने का रास्ता ढूंढने लगे हैं।
ख्भ् जून से होने वाले बीएड एग्जाम में करीब साढ़े पांच हजार स्टूडेंट्स अपीयर होंगे। जिन स्टूडेंट्स का आखिरी में डयरेक्ट एडमिशन हुआ था वे एग्जाम में अपीयर नहीं हो सकते। उनकी सही संख्या मालूम नहीं है।
- वीएन सिंह, डिप्टी रजिस्ट्रार, आरयू
जब शासन का आदेश आया तो करीब ख्भ्,000 से ज्यादा सीटों पर एडमिशन होना बाकी था। यह बड़ा गंभीर मामला है। छात्र हित में शासन को पहल करनी चाहिए। स्टूडेंट्स का फ्यूचर दो फैसलों के बीच फंस गया है।
- विनय त्रिवेदी, प्रेसीडेंट, यूपी स्ववित्तपोषित महाविद्यालय एसोसिशन