फैक्ट एंड फिगर

20-ब्रांडेड शोरूम

500-ब्यूटी पार्लर सामान्य

2-हजार से अधिक कारीगर करते हैं काम

बरेली:

कोरोना संक्रमण रोकने के लिए लगे लॉकडाउन ने ब्यूटी पार्लर कारोबारियों की कमर ही तोड़ दी है। इतना ही नहीं ब्यूटी पार्लर कारोबार से जुड़े कारोबारियों की मानें तो अब कई व्यापारी बिजनेस को दोबारा खड़ा करने में भी सक्षम नहीं हैं। कारोबारी के पास काम नहीं होने से वह खाली हैं अब उसे सरकार से यही उम्मीद है कि उनका किराया और बिजली बिल माफ किया जाए। व्यापारियों का कहना है कि अगर सरकार से सपोर्ट नहीं मिली तो कई व्यापारी तो काम शुरू भी करने की कंडीशन में नहीं है। इसीलिए अब सरकार ही व्यापार को बूस्टर डोज दे।

किराया देने तक को नहीं रुपए

शहर में व्यापारियों की मानें तो करीब 20 ब्रांडेड और करीब 500 से अधिक ब्यूटी पार्लर कॉलोनी और मोहल्लों में संचालित हो रहे हैं। इन सभी पार्लर पर करीब दो हजार से अधिक कर्मचारी काम करते हैं। आम दिनों में बिजी रहने वाले ब्यूटी पार्लर का बिजनेस इन दिनों ठंडा पड़ा है। लॉकडाउन की पिछली बार की मार झेल रहे व्यापारी इस बार अच्छे बिजनेस की उम्मीद लगाए बैठे थे। लेकिन इस बार बिजनेस अच्छा होने तो दूर की बात और चौपट हो गया। कई व्यापारी तो इस समय कॉमशिर्यल यूज की बिल्डिंग का किराया तक नहीं दे पा रहे हैं। व्यापारियों का कहना है कि उनको बिल्डिंग मालिक लगातार किराया देने के लिए नोटिस तक दे रहे हैं लेकिन वह मजबूर हैं कि किराया आखिर दें तो कहां से दें। क्योंकि माल शोरूम में लगा है और किराया देने तक को पैसे नहीं हैं, क्योंकि बिजनेस जो था वह ठप पड़ा है।

स्टॉक में माल गल रहे रुपए

होली के बाद नवरात्र से ही शादियों पार्टियों के सीजन शुरू हो जाते हैं इसीलिए ब्यूटी पार्लर ओनर्स ने सीजन का यूज आने वाला सामान पहले से ही परचेज करके रख लिया। अब सीजन में लॉकडाउन लग गया। इससे व्यापारियों का जहां एक तरफ ब्यूटी पार्लर में यूज होने वाला आईटम में रकम फंसी तो वहीं रेंट आदि का बिल भी भरना पड़ रहा है। इससे व्यापारी परेशान हैं।

बिजनेस ठप, खर्चे जारी

कोरोना संक्रमण बढ़ने के साथ जैसे ही लॉकडाउन लगा तो वैसे ही बुकिंग कैंसिल होने लगी। जिन लोगों की मेकअप की बुकिंग ली थी, सभी ने कैंसिल की या फिर आगे बढ़ा दी। लॉकडाउन से ब्यूटी पार्लर का काम तो बंद ही हो गया है। अब जो खर्चे थे वह तो सभी करना ही पड़ रहे हैं।

शिखा सक्सेना, ब्यूटीशियन

पिछले वर्ष लॉकडाउन की मार व्यापारी अभी उबर नहीं पाया। अब फिर लॉकडाउन ने व्यापारी की कमर तोड़ कर रख दी है। सीजन की जबरदस्त बुकिंग थी, लेकिन अब सबकुछ बंद है सभी बुकिंग कैंसिल हो गई। किराया, बिजली बिल तो सब देना पड़ रहा है।

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