- साइबर ठगों के निशाने पर बरेली के बेरोजगार
- नौकरी, इंश्योरेंस व अन्य सेवाओं के नाम पर साइबर ठग लोगों को बना शिकार
- यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन ने भी जारी किया अलर्ट, नौकरी और स्कॉलरशिप के नाम पर हो रही ठगी
बरेली: पुलिस और बैंकिंग इंसटिट्यूशंस के लगातार चेतावनी जारी करने के बावजूद साइबर ठगी के मामले दिन प्रति दिन बढ़ते जा रहे हैं। लोन, नौकरी, इंश्योरेंस समेत अन्य सेवाओं के नाम पर साइबर ठग पब्लिक को चूना लगाकर उनके खातों से हजारों-लाखों रुपये उड़ा रहे हैं। ऐसे में अब यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन ने भी सभी शिक्षण संस्थानों के छात्रों के लिए ठगी से बचे रहने के लिए चेतावनी जारी की है। साइबर ठग एक पोर्टल बनाकर स्वंय पोर्टल से जुडे़ छात्रों को लालच देकर उनसे ठगी कर रहे हैं। वहीं शहर में भी नौकरी के नाम पर लोगों को ठगे जाने के कई मामले सामने आ चुके हैं। मामलों की जांच के दौरान पुलिस कई आरोपियों को जेल भी भेज चुकी है।
नौकरी, स्कॉलरशिप के नाम पर ठगी
यूजीसी के जारी किए गए पत्र में लिखा गया है कि स्वंय पोर्टल से जुड़े लर्नर्स से फर्जी पोर्टल बनाकर साइबर ठक वेरिफिकेशन के नाम पर 100-100 रुपये की ठगी कर रहे हैं। ऐसे कई मामले कमीशन के सामने आ चुके हैं। छात्रों के यह भी बताया जा रहा है कि उनकी नेशनल स्कॉलरशिप और सरकारी नौकरी के लिए चयन किया गया है। इसके लिए उनकी काउंसलिंग होनी है। फिर काउंसलिंग की फीस के नाम पर छात्रों से ठगी की जा रही है। वहीं ठग यूजीसी का इस्तेमाल कर फर्जी जरनल छपवाने के नाम पर भी लोगों के रुपये ऐंठ रहे हैं। ऐसे में यूजीसी ने छात्रों को सतर्क रहते हुए इन झूठे दावों से बचने और किसी भी अंजान व्यक्ति से अपने पर्सनल और फाइनेंशियल डिटेल्स शेयर न करने की हिदायत दी है।
यह हुए थे मामले।
ठगी का पकड़ा था कॉल सेंटर
पिछले साल दिसंबर में दिल्ली पुलिस ने बारादरी क्षेत्र में ईसासियों की पुलिया के पास एक बिल्डिंग में चल रहे कॉल सेंटर पर छापा मारकर कुछ लड़कियों को पकड़ा था। दिल्ली पुलिस के मुताबिक वहां नौकरी के नाम पर ठगी करने के दो मामले दर्ज हुए थे। जिनमें जांच के दौरान बरेली में एक फर्जी कॉल सेंटर से ठगी किए जाने की बात सामने आई थी। छापे के दौरान बारादरी पुलिस भी दिल्ली पुलिस के साथ साथ। इस दौरान मिले साक्ष्यों व अन्य डाक्यूमेंट्स को दिल्ली पुलिस अपने साथ ले गई थी।
कॉल सेंटर की लड़कियां शादी का देती थी झांसा
बारादरी पुलिस ने पिछले साल 25 सितंबर को डीडी पुरम इलाके में चल रहे एक फर्जी कॉल सेंटर पर छापा मारकर कुछ युवक और युवतियों को गिरफ्तार किया था। कॉल सेंटर के माध्यम से कुंवारे लोगों को फंसाया जाता था। उनकी शादी के लिए रिश्ते ढूंढने के नाम पर उसने मोटी रकम वसूली जाती थी। मामले में पुलिस ने तीन युवक और एक युवक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की थी। जिनमें आरोपी युवक को जेल भेजा गया था। मामले में अभी जांच चल रही है।
नौकरी की देते थे झांसा
फर्जी कॉल सेंटर से बेरोजगार युवकों को नौकरी का झांसा देकर ठग उन्हें चूना लगाते थे। बारादरी पुलिस ने पिछले साल ही 11 अगस्त को बीसलपुर रोड पर चल रहे एक ऐसे कॉल सेंटर पर छापा मारकर कई लोगों को पकड़ा था। इनमें अधिकतर लड़कियां ही काम करती मिली थीं। फर्जी कॉल सेंटर चलाने वाले चार लोगों के खिलाफ पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की थी। कार्रवाई के बाद पुलिस ने चारों को जेल भी भेज दिया था।
नौकरी पोर्टल से डाटा लेकर करते थे ठगी
जनवरी के आखिरी हफ्ते में साइबर थाना पुलिस ने दो साईबर ठगों को गिरफ्तार किया था। इनमें नवाबगंज के रहने वाले पुनीत और मो। अफसार थे। दोनों ही ऑनलाइन काउंसलिंग पोर्टल नौकरी डॉट कॉम से बेरोजगारों का डाटा लेकर उन्हें फोन पर नौकरी का झांसा देकर फंसाते थे। फिर उनसे रजिस्ट्रेशन के नाम पर रुपये ऐंठते थे। इस मामले में साइबर थाने में छह जनवरी को रिपोर्ट की दर्ज की थी। वहीं इस गिरोह के मास्टरमाइंड फिरोजाबाद के शुभम कुमार की तलाश में अभी पुलिस जुटी हुई है।
यह बरतें सावधानी।
- अंजान व्यक्ति से बात होने पर अपनी पर्सनल व फाइनेनशियल डिटेल शेयर ना करें
- किसी अंजान नंबर से आ रही वॉइस या वीडियो कॉल ना उठाएं
- थर्ड पार्टी एप्स पर आए लिंक्स को क्लिक न करें, ना ही उन्हें कोई एक्सेस ग्रांट करें
- ऑनलाइन पेमेंट करते वक्त सतर्क रहें, पेमेंट को आए लिंक्स को ध्यान से पढें़
- नौकरी, बीमा व इंश्योरेंस के नाम पर लालच देने वालों के झांसे में ना आएं
नौकरी के नाम पर ठगी के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। यूजीसी के चेतावनी पत्र की जानकारी नहीं है। ठगी के दर्ज मामलों की जांच तेजी से की जा रही है। कुछ मामलों में सफलता भी मिल चुकी है।
- अनिल कुमार, इंस्पेक्टर साइबर थाना