बरेली(ब्यूरो)। ग्रेटर बरेली कॉलोनी बसाने से पहले बरेली विकास प्राधिकरण की ओर से वहां के लोगों को बेहतर सुविधा देने के लिए एक नया पुल बनाने का निर्णय लिया है। बीडीए अधिकारियों ने बताया कि डोहरा रोड पर नकटिया नदी पर सेतु निगम को 70 मीटर लंबा पुल बनाने का अनुबंध कर लिया गया है। वहीं ग्रेटर बरेली योजना के लिए बीडीए सात गांव के एक हजार किसानों से 240 हेक्टेयर भूमि की अधिग्रहण की तैयारी की जा रही है। वहीं दूसरी ओर ओवरब्रिज बनाने की भी तैयारी कर रहा है।
सेतु निगम से किया अनुुबंध
ग्रेटर बरेली कॉलोनी को बीडीए द्वारा हाइटेक सुविधाओं से लैस किया जाएगा। इसके लिए बीडीए करीब 1700 करोड़ रूपए खर्च करेेगा। इसमें भी एक हजार करोड़ रुपए भूमि अधिग्रहण के लिए व 700 करोड़ रुपए कॉलोनी को विकसित करने का प्लान बनाया गया है। वहीं नकटिया नदी पर 70 मीटर लंबा ओवरब्रिज बनाने का प्लान तैयार किया गया है। इसको लेकर बीडीए के अधिशासी अभियंता आशु मित्तल ने बताया रामगंगा नगर आवासीय योजना विस्तार की आने वाले दिनों में होने वाली आबादी को देखते हुए एक नया पुल बनाने का निर्णय लिया गया है। इस पुल के बनने से अगले 30 वर्ष तक जाम की समस्या नहीं होगी। करीब 500 हेक्टेयर में करीब डेढ़ लाख आबादी होने की संभावना है।
डीएम ने लगाई मुहर
ग्रेटर बरेली योजना से प्रभावित हो रहे किसानों को उनकी जमीन का सर्किल रेट से चार गुना मूल्य दिया जा रहा है। इसके लिए डीएम के साथ हाल में ही बीडीए अधिकारियों की बैठक हुई थी, जिसमें सर्किल रेट से चार गुना ज्यादा मूल्य किसानों को देने के प्लान पर मुहर लगा दी गई थी। बीडीए ने भूमि अधिग्रहण के लिए कंथरी, इटौवा बेनीराम, कचौली, बलीपुर, मोहनपुर उर्फ रामनगर, अहरौला, नवादिया झादा के कृषकों से सहमति ले ली है।
नाथ नगरी कॉरीडोर होगा तैयार
ग्रेटर बरेली कॉलोनी के साथ ही बीडीए की ओर से ऐतिहासिक और सांस्कृतिक नाथ नगरी कॉरिडोर की शुरुआत महाभारत कालीन आंवला के क्षेत्र के सौंदर्यीकरण से की जाएगी। शहर के सात नाथ मंदिर धोपेश्वर नाथ, तपेश्वर नाथ, मढ़ीनाथ, अलखनाथ, त्रिवटीनाथ मंदिर और पशुपतिनाथ, वनखंडी नाथ मंदिर को कॉरिडोर से जोड़ा जायेगा। शिव मंदिरों की आभा और सौंदर्यकरण के साथ उनके ऐतिहासिक धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व के बारे में भी जानकारी दी जायेगी।