स्टेट गवर्नमेंट की है योजना
स्टेट गवर्नमेंट की भाषा विभाग के तहत हिंदी समेत देश की प्रमुख लैंग्वेज के प्रचार-प्रसार के लिए योजना चलाई जाती है। उत्तर प्रदेश भाषा निधि की तरफ से ग्रांट भी प्रोवाइड कराई जाती है। जो यूनिवर्सिटी और इंस्टीट्यूट अपने यहां इंडियन लैंग्वेज सेंटर की स्थापना करते हैं, उनके इंफ्रास्ट्रक्चर को डेवलप करने के लिए स्टेट गवर्नमेंट इस योजना के तहत ग्रांट देता है। क्लासरूम, लाइब्रेरी और एक्सपर्ट के लेक्चर के लिए ग्रांट मिलती है। स्टूडेंट्स से इसके लिए फीस नहीं ली जाती है।
यूपी में 5 जगहों पर है सेंटर
यूपी स्टेट में फिलहाल 5 जगहों पर यह सेंटर स्थापित है। बीएसएनवी पीजी कॉलेज, लखनऊ, इलाहाबाद डिग्री कॉलेज, इलाहाबाद, उदय प्रताप कॉलेज, वाराणसी, सेंट जान्स कॉलेज, आगरा और हिंदू कॉलेज, मुरादाबाद में यह सेंटर स्थापित है। बरेली कॉलेज में सेंटर खुलने के बाद स्टेट में कुल 6 सेंटर्स हो जाएंगे।
जीसीआर में बनेगा सेंटर
बीसीबी ने सेंटर बनाने की जगह भी करीब-करीब फाइनल कर ली है। जीसीआर के रूम्स में बने ऑफिस काउंटर्स को शिफ्ट किया जाएगा। जीसीआर के सभी 9 काउंटर्स को एडमिनिस्ट्रेटिव ऑफिस के नए बिल्डिंग में शिफ्ट किया जाएगा। न्यू बिल्डिंग में ही गल्र्स के फॉम्र्स और फीस असेप्ट किए जाएंगे। जीसीआर के रूम्स को लैंग्वेज सेंटर के क्लासरूम में कनवर्ट कर दिया जाएगा।
न्यू बिल्डिंग में सुनी जाएगी गल्र्स की फरियाद
जीसीआर में फॉर्म व फीस जमा करने, एडमिट कार्ड मिलने जैसे गल्र्स के जरूरी एकेडमिक काम कंडक्ट किए जाते हैं। काउंटर्स शिफ्ट होने के बाद जीसीआर में काम कर रहे सभी 11 कर्मचारियों को भी न्यू बिल्डिंग में शिफ्ट कर दिया जाएगा। जीसीआर में गल्र्स के लिए केवल सीटिंग और कैंटीन की व्यवस्था ही रह जाएगी। अपने कामों के लिए अब उन्हें न्यू बिल्डिंग में फरियाद करनी होगी। गल्र्स की सिक्योरिटी की नजर से इसे सही भी माना जा रहा है। जीसीआर में गल्र्स के लिए अलग से सिक्योरिटी के इंतजाम करने पड़ते थे।
13 लैंग्वेज की पढ़ाई कराई जाएगी
इंडियन लैंग्वेज सेंटर पर डिफ्रेंट स्टेट्स की करीब हिंदी के साथ-साथ तमिल, तेलुगु, कन्नड़, मलयालम, गुजराती, मराठी, बंगला, उडिय़ा, पंजाबी, सिंधी, असमिया, कश्मीरी समेत 13 लैंग्वेज की पढ़ाई कराई जाएगी। सभी लैंग्वेज की पढ़ाई सर्टिफिकेट कोर्स के तहत कंडक्ट कराए जाएंगे। पढ़ाई की टाइमिंग भी ऐसी होगी जो सभी के लिए कंफर्टेबल हो। इसके लिए इवनिंग क्लासेज चलाए जाएंगे। ताकि स्टूडेंट्स और काम करने वाले आसानी से क्लास अटेंड कर सकें। लंैग्वेज के एक्सपट्र्स स्टूडेंट्स को पढ़ाने के साथ-साथ उनकी प्रैक्टिस भी करवाएंगे।
बीसीबी भेजेगा प्रस्ताव
इंडियन लैंग्वेज सेंटर को डेवलप करने के लिए बीसीबी प्रस्ताव तैयार करवा रहा है। जल्द ही इस प्रस्ताव को स्टेट गवर्नमेंट को भेजकर सेंटर को खोलने की परमीशन मांगी जाएगी। परमीशन और ग्रांट रिलीज होने के बाद जीसीआर में सेंटर को स्थापित कर दिया जाएगा।