- कॉलेज की कार्रवाई के बाद भी टीचर्स कार्य बहिष्कार पर अडिग

- सिक्योरिटी को लेकर कॉलेज से नहीं मिला आश्वासन

BAREILLY: बरेली कॉलेज ने सछास जिलाध्यक्ष व बीसीबी स्टूडेंट्स यूनियन के पूर्व जनरल सेक्रेट्री हृदयेश यादव को कॉलेज से निष्कासित कर दिया है। साथ ही, कॉलेज प्रशासन ने उसके कैंपस में एंट्री पर भी बैन लगा दिया है। कालेज एडमिनिस्ट्रेशन को यह कार्रवाई शिक्षिका के साथ अभद्र व्यवहार किए जाने के मामले में टीचर्स एसोसिएशन के भारी दबाव पर करनी पड़ी। प्रिंसिपल डॉ। सोमेश यादव ने इस कार्रवाई का लेटर भी जारी कर दिया है। हालांकि इस कार्रवाई के बाद भी शिक्षक संघ नाखुश दिखा और वह परीक्षा कार्य बहिष्कार के डिसिजन पर अड़ा हुआ है। फ्राइडे से टीचर्स ने परीक्षा संबंधी किसी भी कार्य में हेल्प न करने का ऐलान करते हुए सभी टीचर्स से इस आंदोलन को सफल बनाने की अपील की है।

म् महीने तक प्रभावी रहेगा आदेश

प्रिंसिपल के आगमन के बाद टीचर एसोसिएशन के सेक्रेट्री डॉ। वीपी सिंह, डॉ। स्वदेश सिंह समेत कई टीचर्स ने उनसे वार्ता की। उन्होंने आंदोलन के बारे में बताया और साथ ही उनसे कार्रवाई की बाबत भी पूछा। डॉ। सोमेश यादव ने कहा कि उन्हें इस घटना का गहरा अफसोस है। हृदयेश के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी गई है। पुलिस अपनी कार्रवाई कर रही है। साथ ही लेटर जारी करते हुए बताया कि उन्होंने हृदयेश को कॉलेज से निष्कासित कर दिया है। उसके कैंपस की एंट्री पर भी बैन लगा दिया गया है। उन्होंने बताया कि यह आदेश म् महीने तक प्रभावी रहेगा, उसके बाद जरूरत महसूस होने पर आगे के लिए बढ़ा दिया जाएगा।

सिक्योरिटी मसले पर भड़के टीचर्स

टीचर्स एसोसिएशन प्रिंसिपल की कार्रवाई पर संतुष्ट नजर तो आया, लेकिन फ्यूचर में सिक्योरिटी को लेकर उनमें असंतोष गहरा गया। उन्होंने प्रिंसिपल से पूछा कि आगे ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए कॉलेज क्या उपाय करेगा। पहले भी कई छात्रनेताओं को ब्लैक लिस्टेड किया गया है, लेकिन वे बेधड़क कैंपस में घूमते रहते हैं। इस पर रोक लगाने के लिए कॉलेज क्या पुख्ता इंतजाम कर रहा है। इस पर प्रिंसिपल ने उन्हें संतोषजनक जवाब नहीं दिया। जिसके बाद सभी टीचर्स भड़क गए। उन्होंने बिना सिक्योरिटी के आश्वासन मिलने पर अपना आंदोलन स्थगित करने से मना कर दिया। उन्होंने दोबारा आम सभा बुलाने का ऐलान किया लेकिन आम सभा नहीं हो सकी। लेकिन टीचर एसोसिशन फ्राइडे से अपने कार्य बहिष्कार के ऐलान पर अडिग है।

हृदयेश ने भी रखा अपना पक्ष

इस बीच हृदयेश यादव ने भी प्रिंसिपल से वार्ता की। हालांकि प्रिंसिपल ने इस संबंध में ज्यादा कुछ नहीं बताया। गत क्म् मई को हृदेश यादव ने एग्जाम के दौरान एसोसिएट प्रोफेसर क्षमा द्विवेदी के साथ अभद्र व्यवहार किया था। उसने कैंपस में काफी हंगामा किया और शिक्षिका को जान से मारने की धमकी भी दी थी। जिसके बाद से ही पूरा प्रकरण हृदयेश यादव और सभी टीचर्स के बीच तूल पकड़ता जा रहा है। एफआईआर दर्ज होने के बावजूद पुलिस उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने से पीछे हट रही है।