बीबीए, बीसीए और लॉ डिपार्टमेंट बने नकलचियों के अड्डे
जमकर हो रही स्टूडेंट्स लीडर्स की दबंगई, टीचर्स भी परेशान
BAREILLY: अपनी एतिहासिक उपलब्धियों को समेटे बरेली कॉलेज बीते कुछ समय से बदनामी के रास्ते पर चल पड़ा है। इसकी एतिहासिकता को यहीं के बिगड़ैल और कुछ कथित छात्रनेता बदरंग करने में लगे हैं। बवाली कॉलेज के तौर पर मशहूर हो रहे बरेली कॉलेज में चल रही परीक्षाएं भी सवालों के घेरे में हैं। कॉलेज में ही कुछ खास डिपार्टमेंट जैसे बीबीए, बीसीए और लॉ अपनी पहचान नकल की बिल्डिंग के तौर पर बना रहे हैं। आलम यह कि यह न्यू बिल्डिंग छात्र नेताओं की दबंगई और नकल करने व कराने वालों के लिए सैरगाह बनती जा रही हैं। अराजकता इस कदर हावी हो रही है कि कैंपस के टीचर्स भी यहां ड्यूटी करने से कतराने लगे हैं। एग्जाम के दौरान स्टूडेंट्स लीडर्स जमकर हेकड़ी दिखाते हैं, नकल करते हैं और करवाते भी हैं। किसी की मजाल नहीं कि इन लगाम लगा सके।
नकल के लिए सेंटर तक बदलवा दिया
इस बिल्डिंग में बीबीए, बीसीए और लॉ की क्लासेज के साथ सेमेस्टर एग्जाम्स भी कंडक्ट किए जाते हैं। इस बार लॉ के एग्जाम्स का सेंटर शिफ्ट कर मेन कैंपस की पुरानी बिल्डिंग में कर दिया गया। जिसके बाद से स्टूडेंट्स लीडर्स सेंटर बदलवाने के लिए प्रिंसिपल पर दबाव बनाने लगे। ख्भ् से एग्जाम्स शुरू होने वाले थे और ख्फ् जून को सेंटर शिफ्ट कर न्यू बिल्डिंग में कर दिया गया। ऐसी क्या खास बात है इस बिल्डिंग में जो सेंटर चेंज करने का दबाव बनाया गया, यह बताने की जरूरत नहीं है। दरअसल इस बिल्डिंग के एक कोने पर पश्चिमी गेट है और दूसरे कोने पर हॉस्टल। जब चाहे कोई भी आ जा सकता है। हॉस्टल में बैठकर स्टूडेंट्स लीडर्स नकल को कंट्रोल करते हैं।
परीक्षा को बना दिया मजाक
पिछले काफी समय से बीबीए फोर्थ सेमेस्टर के एक स्टूडेंट की दबंगई से टीचर्स परेशान हैं। परीक्षा को इसने पूरी तरह से मजाक बना दिया है। सरेआम बेखौफ होकर नकल करना, गाइड के पन्ने अपने साथ लाना इसका शगल बन चुका है। ख्भ् जून को भी एक छात्र संगठन के बीबीए के एक स्टूडेंट की सरेआम दबंगई सबने देखी। उसकी हेकड़ी के आगे सभी नतमस्तक दिखे। किसी टीचर ने रोकने की कोशिश की तो उनको देख लेने की धमकी भी दी। यही नहीं शाम को तो लॉ का पहला एग्जाम था। जमकर नकल हुई, स्टूडेंट्स लीडर्स ने अपने चहेतों को नकल करवाई। उन्हें टोकने वाले टीचर्स से वे भिड़ गए। उनके डर के आगे किसी ने कंप्लेन करने की हिम्मत नहीं दिखाई।
यहां ड्यूटी से घबराती हैं लेडी टीचर्स
ख्भ् जून को दोनों पालियों में जो कुछ हुआ उससे तो वहां पर ड्यूटी कर रहीं महिला टीचर्स सहम गई। नाम ना पब्लिश करने की शर्त पर एक टीचर ने बताया कि स्टूडेंट्स लीडर्स और उनके साथी जमकर अभद्रता करते हैं। अभद्र भाषा का प्रयोग करते हैं। इसलिए थर्सडे को अधिकांश महिला टीचर्स ने ड्यूटी करने से मना कर दिया। इक्का-दुक्का ही ड्यूटी करती नजर आई। यही नहीं प्रॉक्टोरियल बोर्ड की एडहॉक टीम भी इनकी कारस्तानियों से बेहद परेशान हैं। दबी जुबान में एक टीचर ने बताया कि उन्हें रोकने के लिए हम हिम्मत जुटाते भी हैं तो चीफ प्रॉक्टर के कदम पीछे हटने से हमारे हौसले टूट जाते हैं। यही वजह है कि थर्सडे से कई एडहॉक टीचर्स ड्यूटी करने नहीं आए।
अंदर नकल बाहर से मैनेजमेंट
थर्सडे को सुबह की पाली में बीबीए डिपार्टमेंट के कमरा नंबर क्ख् में दो स्टूडेंट गेस पेपर की कई पर्चियों के साथ पकड़े गए। प्रॉक्टोरियल की टीम के मेंबर्स उन्हें पकड़ा तो एक स्टूडेंट उनसे भिड़ गया। मौके पर हंगामा करने लगा। इतने में हॉस्टल में बैठा एक स्टूडेंट लीडर व स्टूडेंट्स यूनियन का पूर्व रिपे्रजेंटेटिव्ज उसकी पैरवी के लिए सभी को फोन घनघाने लगा। कई टीचर्स को उसने हड़काया। वे नहीं माने तो फोन पर ही उनके साथ गाली-गलौच भी की। प्रॉक्टोरियल बोर्ड के एडहॉक मेंबर्स इस घटना से काफी आहत और आक्रोशित हैं। दो दिन की शर्मनाक घटना के बाद शाम को कॉलेज प्रशासन थोड़ा चुस्त नजर आया। चीफ प्रॉक्टर डॉ। अजय शर्मा ने अपनी देखरेख में परीक्षा संपन्न कराई। थर्सडे शाम कई बड़े छात्रनेताओं का एग्जाम था। लॉ के हेड डॉ। दीपक आनंद ने बताया कि टीम ने करीब भ् किलो नकल की सामग्री पकड़ कर जला दिया। सोर्सेज की मानें तो बाहर से व्यवस्था भले ही टाइट दिख रही हो लेकिन छात्रनेता थोड़े ही बाज आने वाले थे। नकल तब भी हुई बस फर्क इतना हुआ कि इस बार उतना हंगामा नहीं होने दिया।
नकल करने वालों पर हर तरह से रोक लगाई जाती है। इस समय वैकेशन का टाइम है तो मेन टीचर्स नहीं रहते। शाम की पाली में खुद सेंटर पर मौजूद था। रही बात सुबह में पकड़े गए नकलचियों की तो घटना के बारे में मालूम है लेकिन उसकी डिटेल मेरे पास नहीं है।
- डॉ। अजय शर्मा, चीफ प्रॉक्टर, बीसीबी