- कर्मचारियों की strike और students leader की अराजकता को देखते हुए कॉलेज बंद
BAREILLY: पिछले 15 दिनों से चली आ रही अस्थाई कर्मचारियों की इंडेफिनेट स्ट्राइक से बीसीबी में इमरजेंसी जैसे हालात तो बन ही गए थे। सैटरडे को छात्रनेताओं की तोड़फोड़ ने इस आग में और घी डाल दिया। कॉलेज में अराजकता का माहौल को देखते हुए 27 फरवरी तक बंद कर दिया गया है। 26 को कॉलेज की मैनेजमेंट कमेटी की मीटिंग है, जिसमें कर्मचारियों के वेतन बढ़ाने के मुद्दे पर डिसीजन लिया जाएगा। अब ऐसे में मेन एग्जाम्स पर खतरा मंडराने लगा है।
पूरे कॉलेज में है तालाबंदी
कर्मचारियों की स्ट्राइक से पिछले 15 दिन से कॉलेज के ऑफिस में ताला जड़ा है। सैटरडे को सछास के छात्रनेताओं ने कॉलेज में तोड़फोड़ की और कैंपस में तालाबंदी कर दी। सभी क्लासरूम और विभागों के साथ गेट पर ताला जड़ दिया। ऐसे में अब टीचर्स के सामने अजीबस्थिति बन गई है। वे अपने विभाग और क्लासरूम में जा नहीं सकते।
पुलिस प्रशासन ने मुंह फेरा
अराजकता को देखते हुए कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ। आरपी सिंह और चीफ प्रॉक्टर डॉ। जोगा सिंह ने एसपी सिटी से गुहार लगाते हुए महिला पुलिस समेत पुलिस बंदोबस्त की मांग की। इसकी कॉपी उन्होंने डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन को भी भेजी। लेकिन ना तो डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन ध्यान दे रहा है और ना ही पुलिस प्रशासन हेल्प कर रहा है। सैटरडे को तोड़फोड़ हुई तब भी कैंपस में पुलिस केवल तमाशबीन बनी रही।
सभी हेड की बुलाई मीटिंग
कहीं से भी हेल्प मिलते ना देख प्रिंसिपल ने सभी डिपार्टमेंट के हेड की संडे को मीटिंग बुलाई। मीटिंग में कर्मचारी नेता जितेंद्र मिश्रा और हरीश चंद्र मौर्या को भी बुलाया गया। मीटिंग में सभी हेड ने ऐसी स्थिति में काम करने में अक्षम बताया। अधिकांश हेड ने स्ट्राइक खत्म ना होने के पीछे राजनैतिक दबाव बताया। डॉ। डीके गुप्ता ने कहा कि इसको लेकर पॉलीटिक्स की जा रही है। इसलिए इसका जल्द हल नहीं निकाला जा रहा। डॉ। जोगा सिंह ने कहा कि सत्तापक्ष के छात्रनेता ज्यादा ही अराजक हो रहे हैं। उनपर कार्रवाई ना करने के लिए जिम्मेदारों पर दबाव भी बनाया जा रहा है। इसके बाद प्रिंसिपल ने कॉलेज को 27 फरवरी तक बंद रखने का डिसीजन लिया है।
Main exams पर लगा ग्रहण
कॉलेज बंद होने से मार्च से शुरू होने वाले मेन एग्जाम्स पर ग्रहण लगता दिखाई दे रहा है। 6 मार्च से यूजी और 7 मार्च से पीजी के एग्जाम्स स्टार्ट होंगे। आलम यह कि अभी तक एक भी स्टूडेंट के एडमिट कार्ड नहीं बांटे गए हैं। वहीं मार्कशीट ना मिलने की वजह से इंप्रूवमेंट और एक्स स्टूडेंट्स के मेन एग्जाम्स के फॉर्म्स भी नहीं भराए गए हैं। सारे डॉक्यूमेंट्स ऑफिस में बंद हैं। एग्जाम्स को लेकर सभी तैयारियों पर ब्रेक लगा हुआ है।
अब एग्जाम्स के बाद practical
कॉलेज बंद होने से प्रैक्टिकल्स एग्जाम के मेन एग्जाम के बाद ही होने की संभावना है। स्ट्राइक से साइंस और आर्ट्स सभी के प्रैक्टिकल्स कंडक्ट नहीं हो पाए, जो शेड्यूल डिक्लेयर किया गया था उसे पोस्टपोन करना पड़ा। अब कॉलेज ने सभी प्रैक्टिकल्स टाल दिए हैं। एग्जाम्स से पहले कंडक्ट हो भी पाएंगे की नहीं यह कहना संभव नहीं है।