BAREILLY: टीचर्स के प्रजेंटेशन से ही स्टूडेंट्स सबसे ज्यादा सीखते हैं। इसलिए पॉजीटिव पर्सनैलिटी का होना बेहद जरूरी है। बीसीबी के टीचर्स एजूकेशन डिपार्टमेंट में ऑर्गनाइज फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम में एनसीईआरटी की डॉ। शरद सिन्हा ने टीचर्स के व्यवहारिक पक्ष को अधिक अहमियत दी। उदयपुर यूनिवर्सिटी के प्रो। अंबिका शर्मा ने रिसर्च की क्वालिटी पर गंभीरता से विचार करने को कहा। उन्होंने बताया कि इसकी क्वालिटी में सुधार लाने के लिए रिसर्च टॉपिक में नयापन होना चाहिए। डॉ। रश्मि अग्रवाल ने टीचर्स के लिए महज टेक्निकल स्किल्ड होने के बजाय मानवीय गुणों से परिपूर्ण होने पर बल दिया। इस ऑकेजन पर प्रोग्राम की संयोजिका व हेड डॉ। उमा व्यास, डॉ। अमिता गुप्ता, डॉ। राकेश आजाद समेत आरयू और कई कॉलेजेज के कई टीचर्स मौजूद रहे।