बरेली(ब्यूरो)। स्मार्ट सिटी के निर्माण की वजह से शहर में पॉल्यूशन का लेवल बढ़ गया था। इन दिनों हो रही बाशि ने उसे हवा से साफ कर दिया है। शहर में एक्यूआई के लिए लगाई गई डिस्प्ले में भी यह शो हो रहा है। रीजनल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड अधिकारी रोहित सिंह ने बताया कि बारिश के बाद से एक्यूआई (एयर क्वालिटी इंडेक्स) काफी बेहतर हुआ है। इससे आम लोगों को काफी राहत मिली है। इससे सांस रोगियों के लिए सबसे अधिक फायदा हुआ है। जो लोग एक्यूआई अधिक होने की वजह से घूमने के लिए बाहर नहीं निकल पा रहे थे, उनके लिए अब काफी आसानी हो गई है। वे अब घर के बाहर आराम से घूमने निकल रहे हैं।
खास-खास
स्टेज एक-एक्यूआई स्तर 0 से 50 बहुत अ&छा
स्टेज दो-एक्यूआई स्तर 51 से 100 सहनशील
स्टेज तीन एक्यूआई स्तर 101 से 150 बीमार लोगों के लिए खराब
स्टेज चार - एक्यूआई स्तर 151 से 200 सभी लोगों के लिए खराब
स्टेज पांच एक्यूआई स्तर 201 से &00 तक बेहद खराब
स्टेज छह- एक्यूआई &01 से 400 तक खतरनाक स्तर
निर्माण से बढ़ा था एक्यूआई
शहर में प्रदूषण बढऩे का मेन कारण है निर्माण का चलना और उसमें मानकों को दरकिनार रखना। अफसरों का कहना है कि निर्माण के लिए कहीं पर भी मानकों को ध्यान में रखकर काम कराया जाता है ताकि आसपास के लोगों के लिए प्रॉब्लम न होने पाए, लेकिन शहर में होने वाले अधिक निर्माण ऐसे हो रहे हैं, जिनमें मानकों को ध्यान नहीं रखा जा रहा था। वायु में प्रदूषण बढऩे का एक बड़ा कारण यह ही था। अब कई निर्माण भी लगभग पूरे हो चुके हैं। इसके साथ ही बारिश से प्रदूषण घटा है।
6& एक्यूआई है सिविल लाइंस
शहर में बारिश से पहले जहां निर्माण की वजह से एक्यूआई मानसून की बारिश से पहले 1&5 प्लस चल रहा था, वह अब घटकर काफी कम हो गया है। एक्यूआई इंडेक्स के अनुसार सिविल लाइंस में अब &1 से 6& तक पहुंच गया है। एक्यूआई सुधार के साथ पीएम 2.5 सेटिसफैक्ट्री, पीएम 10 ओ थ्री, एनओटू, एसओटू और सीओ अ&छा दिखा रहा है।
राजेंद्र नगर में &1 एक्यूआई
शहर के राजेंद्र नगर एरिया में एक्यूआई थर्सडे दोपहर को &1 था। पीएम 2.5 सेटिसफैक्ट्री, पीएम 10 ओ थ्री, एनओटू, एसओटू और सीओ अ&छा दिखा रहा है।
इस स्थिति में होती है कार्रवाई
50 एमएम तक एक्यूआइ रहने पर हवा की सेहत अ&छी होती है। इसके बाद 150 एमएम एक्यूआई होने पर शहर की सडक़ों पर छिडक़ाव और धूल के कण कम उड़ें, इसका ध्यान रखा जाता है।
बोले अधिकारी
एक्यूआई की निगरानी के लिए ऑटोमेटिक सिस्टम लगा है। इससे शहर भर में अलग-अलग एरिया की निगरानी के लिए डिस्प्ले भी लगाई है। राजेंद्र नगर और सिविल लाइंस में सिस्टम लगा है। बारिश से पॉल्यूशन कम हुआ है।
-रोहित सिंह, क्षेत्रीय पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड अधिकारी