बरेली (ब्यूरो)। बरसात सिर पर आने के बाद कैंट बोर्ड को नाला सफाई की याद आई है। मौजूदा समय में कैंट बोर्ड नालों की सफाई कर रहा है। नालों की समय से सफाई न होने की वजह से क्षेत्र की कई नालियों का पानी सडक़ पर आ गया है। जिस वजह से स्थानीय लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
मई में होनी थी सफाई
कैंट बोर्ड क्षेत्र में 10 से अधिक छोटे-बड़े नाले हैं। जिनकी मई में सफाई होना थी, लेकिन लापरवाही की वजह से नालों की समय से सफाई नहीं हो सकी। ऐसे में मानसून आने पर जब नालों से जुड़ी हुई छोटी बड़ी नालियों का पानी सडक़ पर आने लगा तब कैंट बोर्ड को नालों की सफाई करना याद आया। यही वजह है कि बरसात के बीच अब कैंट क्षेत्र में नाला सफाई कराई जा रही है। कैंट बोर्ड की लापरवाही की वजह से कई लोगों में रोष है।
नालियों में बह रहा गोबर
बता दें कि कैंट बोर्ड के सदर इलाके में एक बड़ा तबका गाय भैंस पालने का काम करता है। सदर बाजार के अहीर मोहल्ले के करीब पांच हजार लोग पशुपालन पर निर्भर है। गली मोहल्ले में डेरियों की वजह से सडक़ और नालियों में गोबर पड़ा रहता था। इसी को लेकर कैंट बोर्ड ने करीब 15 साल पहले ठिरिया रोड पर डेरियां संचालकों को गोकुल नगरी बना कर दी थी। इसके बाद बड़े स्तर पर कैंट बोर्ड ने गली मोहल्लों में चल रही डेरियों को हटाकर गोकुल नगरी में बसा दिया था। लेकिन कैंट बोर्ड पूरी तरह से डेरी संचालकों को गोकुल नगरी में नहीं बसा पाया है। मौजूदा समय में भी कई डेरियां गली मोहल्लों में चल रही है। यही वजह है की गली मोहल्लों की नालियों में अभी भी गोबर बहाया जा रहा है। जिस वजह से नालियां भी चोक हो रही है। बरसात के दिनों में खासकर लोगों को इससे दिक्कत हो रही है। जून के पहले सप्ताह में कैंट बोर्ड ने कई डेरियां संचालकों को नोटिस जारी किया था। बावजूद इसके गली मोहल्लों से डेरियां नहीं हटी है।
छोटे बड़े नाले और नालियों की पूरी तरह से सफाई हो चुकी है। क्षेत्र में कहीं भी जल भराव जैसी स्थिति नहीं है। कुछ डेरियां गली मोहल्लों में बची है उन्हें भी जल्द हटवा दिया जाएगा।
- डॉ। वैभव जायसवाल, नामित सदस्य कैंट बोर्ड