बरेली (ब्यूरो)। थाना क्षेत्र के सेंधा गांव के दो मजदूर कौशांबी में टंकी निर्माण कार्य में मजदूरी करने गए थे। यहां काम करते समय उनके ऊपर से गुजर रही हाईटेंशन लाइन में सरिया छूने से वह करंट की चपेट में आ गए और दोनों की मौत हो गई। दोनों आपस में दोस्त थे। दोनों की मौत से उनके परिवार में कोहराम मच गया। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। हादसे के बाद से परिवार वालों का रो रोकर बुरा हाल है।

मजदूरी करने गए थे

सेंधा गांव निवासी लेखराज मौर्य ने बताया उसका बेटा गिरधारी चार माह पूर्व अपने रिश्ते के साले बबलू के साथ चार माह पूर्व कौशांबी जिले में टंकी निर्माण कार्य में मजदूरी करने गया था। यहां तीन महीने काम करने की बाद 25 जून को वह वापस घर लौट आया। धान की फसल की रोपाई के बाद वापस जाने को था। इसपर गांव के ही उसके दोस्त पंकज मौर्य ने भी उसके साथ मजदूरी करने जाने की बात कही। इसपर दोनों 17 जुलाई को मजदूरी करने चले गए। वहां 20 जुलाई को काम करते समय उन दोनों के हाथ में मौजूद सरिया उपर से गुजर रही हाईटेंशन लाइन में लग गई। इससे सरिया में दौड़े करंट की चपेट में आने से दोनों की मौत हो गई। मृतक गिरधारी के पिता लेखराज ने बताया गिरधारी के एक पांच वर्षीय बेटा है जबकि पंकज की अभी शादी नहीं हुई थी।

गांव में पसरा मातम

पंकज और गिरधारी दोनों आपस में बहुत अच्छे दोस्त थे। तीन महीने कौशाम्बी में टंकी निर्माण में काम करने के बाद जब वह गांव लौटा तो दोस्त पंकज से उसकी काम के बारे मे बात हुई गिरधारी ने उसे साथ में मिलकर काम करने की बात कही, तो पंकज राजी हो गया। दोनों सत्तरह जुलाई को काम पर गए थे और तीसरे दिन की दोनों की मौत हो गई। दोनों जिगरी दोस्तों की एक साथ मौत की खबर से गांव में मातम पसर गया। हादसे के बाद से परिवार वालों का रो रोकर बुरा हाल है।

शवों को देख मची चीख पुकार

जैसे ही दोनों के शव गांव पहुंचे तो मृतकों के परिवार में चीख पुकार मच गई। लोगों की भारी मात्रा में भीड़ एकत्र हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने जांच पड़ताल की। परिवार वालों ने बताया कि दोनों कौशांबी में टंकी निर्माण कार्य में मजदूरी करने गए थे। कार्य के दौरान हादसा हो गया। दोनों का अंतिम संस्कार कर दिया गया।