बरेली (ब्यूरो)। उर्स-ए-रजवी में दुनियाभर से आने वाले उलेमा व वक्ताओं को तकरीर करने के लिए विशेष टॉपिक दिए जा रहे हैं। दरगाह प्रमुख हजरत मौलाना सुब्हानी रजा खान &सुब्हानी मियां&य की सरपरस्ती में होने वाले उर्स ए रजवी में सज्जादानशीन हजरत मुफ्ती अहसन मियां ने बताया कि इस बार खास टॉपिक नामूस ए रिसालत &नबी करीम की अजमत&य मुस्लिम बच्चें, बच्चियां और उनकी परवरिश, दहेज़ हटायेगें। बेटी बचाएंगे आदि मुद्दे पर देश विदेश के सुन्नी, सूफी, खानकाही, बरेलवी मुसलमानों तक उर्से रजवी के स्टेज से खास पैगाम दिया जाएगा। उलेमा की तकरीरों के लिए विषय तय किये गए। इस समय देश में फैली सामाजिक बुराइयों जैसे महिलाओं के साथ होने वाले ज़ुल्म व ज्याादती, बढ़ती दुष्कर्म की घटनाएं, सूदी कारोबार, आपसी लड़ाई झगड़े और हत्याए, शिक्षा के क्षेत्र में मुसलमानों का पिछड़ापन, शादियों में फुजूल खर्च, निकाह व तलाक, भारतीय कोर्ट कचहरी में बढ़ते मुकदमों की संख्या के मद्देनजर अपने छोटे मोटे मसलों को घरों में निपटाने जैसे अहम मुद्दों के लिए देश भर में अभियान चलाने की अपील व आह्वान उर्स-ए-रजवी के स्टेज से उलेमा करेंगे।

सोशल मीडिया का सही इस्तेमाल
उर्स-ए-रज़वी में सोशल मीडिया पर भडक़ाउ, आपत्तिजनक, भावनाओं को आहत करने व देश व दुनिया के अमन चैन और शान्ति को प्रभावित करने वाली गैर कानूनी सामग्री को अपलोड व फारवर्ड करने से बचने पर जोर दिया जाएगा। इसके साथ ही सोशल मीडिया के उपयोग में सावधानी बरतने की नौजवानों से भी उलमा अपीले करेंगे। देश विदेश में मसलके आला हजरत को मजबूत करने, जन जन तक आला हजरत की विचारधारा को पहुंचाने पर भी जोर दिया जाएगा। अपने अपने इलाको में इस्लाम की शिक्षा और उसके शान्तिवाद वाले चेहरे को देश भर में लोगों तक पहुंचाने का पैगाम भी दिया जायेगा।

1100 रजाकार संभालेंगे व्यवस्था
दरगाह प्रमुख हजरत मौलाना सुब्हान रजा खान &सुब्हानी मियां&य ने एलान किया है कि इस्लामिया मैदान में आयोजित होने वाले 106 वें उर्स में अबकी बार सभी रज़ाकाराने उर्स होगे। कोई भी शख्स किसी भी व्यवस्था का प्रभारी नहीं होगा। उर्स में सहयोग के लिए 1100 रज़ाकार लगाए गए है। जो इस्लामियां मैदान, दरगाह और शहर के चप्पे चप्पे पर तैनात रहेंगे।

अजमेर के संदल, केवड़ा और गुलाब से महकी दरगाह

बरेली: उर्स की पूर्व संध्या पर देर रात अजमेर शरीफ ख्वाजा गरीब नवाज़ की बारगाह से आया संदल, केवड़ा व गुलाब के साथ पहली फूलों की चादर आला हजऱत के मजार शरीफ पर पेश की गई। दरगाह प्रमुख हजऱत मौलाना सुब्हान रज़ा खान &सुब्हानी मियां&य सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन रज़ा कादरी &अहसन मियां&य अजमेर शरीफ के गद्दीनशीन सय्यद सुल्तान उल हसन चिश्ती और सय्यद हम्माद उल हसन चिश्ती, दरगाह प्रमुख के दामाद सय्यद आसिफ मियां ने गुस्ल की रस्म अदा कर संदल, केवड़ा व गुलाब पेश किया। सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन मियां ने खुसुसी दुआ की, रूहानी महफिल उलेमाओं की मौजूदगी में अदा की गई। जिसमें मुख्य रूप से मुफ्ती आकिल रज़वी, मुफ्ती सलीम नूरी बरेलीवी, मुफ्ती सय्यद कफील हाशमी, मुफ्ती अय्यूब नूरी, मुफ्ती मोइनुद्दीन, मुफ्ती सय्यद शाकिर अली, कारी अब्दुरहमान क़ादरी, मौलाना डॉक्टर एजाज़ अंजुम, मुफ्ती जमील, मुफ्ती अफरोज आलम, राशिद अली खान आदि लोग मौजूद रहे।

परचम कुशाई से आज होगा उर्से रजवी का आगाज

आज परचम कुशाई की रस्म से आला हजऱत फाजिले बरेलवी का 106वां उर्से रज़वी का आगाज होगा। 31 अगस्त तक मनाया जाएगा। उर्स की सभी रस्में दरगाह प्रमुख हजरत मौलाना अल्हाज सुब्हान रजा खान &सुब्हानी मियां&य की सरपरस्ती व सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन रजा कादरी &अहसन मियां&य की सदारत और सय्यद आसिफ मियां व राशिद अली खान की निगरानी में दरगाह परिसर व इस्लामिया मैदान में अदा की जाएगी। उर्स का आगाज आज परचम कुशाई की रस्म के साथ होगा। इसका समापन 31 अगस्त को 2.38 बजे आला हजऱत के कुल शरीफ के साथ होगा।