बरेली (ब्यूरो)। करीब 10 साल से ज्यादा समय के बाद कैंट बोर्ड की सडक़ों और गलियों की दशा सुधरने वाली है। फिलहाल गलियों का सौंदर्यीकरण शुरू हो चुका है। इसे 60 लाख रुपयों की लागत से कराया जा रहा है। इसके साथ ही 3.17 करोड़ की लागत से सडक़ों की दशा सुधारी जाएगी। इसके लिए धनराशि रिलीज कर दी गई है। जल्द ही कैंट बोर्ड की निगरानी में सडक़ों का निर्माण शुरू कर दिया जाएगा।

पारित हुआ था प्रस्ताव
बता दें कि बीते साल कैंट की सडक़ों को दशा सुधारने के लिए बोर्ड में प्रस्ताव पारित हुआ था। इसके बाद बोर्ड को पैसा मिला। टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बाद गलियों में रोड बनने का काम शुरू हो गया। मौजूदा समय में कैंट बोर्ड द्वारा सदर में डाकखाना के पास एक गली में इंटरलॉकिंग टाइल्स बिछवाई जा रही हंै। गोल बाजार से सराय की ओर जाने वाले रोड का काम पूरा हो चुका है।

प्रॉसेस पूरी होने का इंतजार
बीते माह कैंट बोर्ड की बैठक हुई थी। बैठक में अध्यक्ष ब्रिगेडियर गौतम पेंटल, कैंट बोर्ड के सीईओ रविंद्र और कैंट बोर्ड के नामित सदस्य वैभव जायसवाल शामिल थे। बैठक में कैंट की बदहाल सडक़ें और पानी की नई पाइपलाइन और सीवर लाइन डलवाने की मांग की गई थी। 3.17 करोड़ से सडक़ें बनने का प्रस्ताव पारित हुआ था। कैंट बोर्ड के सीईओ रविंद्र कुमार का कहना है कि निर्माण कार्य के लिए सेतु निगम ने पीडब्ल्यूडी के अकाउंट में धनराशि भेज दी है।

सौंपा गया दायित्व
सडक़ बनाने के लिए पीडब्ल्यूडी को जिम्मेदारी सौंपी गई है। बोर्ड के अधिकारियों का कहना है कि 90 दिन में टेंडर प्रक्रिया को पूरा करा लिया जाएगा। उसके बाद सडक़ों का निर्माण शुरू कर दिया जाएगा। कैंट बोर्ड की ओर से वीरांगना चौक से सदर बजार, लाल फाटक रोड, बीआई बाजार रोड, फूल बाग रोड और भरतौल की सडक़ बनाई जाएगी।

चनेहटी रोड की फिर उठी मांग
बता दें कि बीतें दिनों सदर बाजार से चनेहटी को जाने वाली रोड बनाने की मांग जोर-शोर से उठी थी। इसको लेकर नामित सदस्य डॉ। वैभव जायसवाल ने भी रक्षा संपदा भवन, नई दिल्ली में बैठक में मुद्दा उठाया था। इसके बाद रक्षा भवन से रोड बनाने के संकेत मिले थे, लेकिन सेना ने रोड को अवैध बताकर और सुरक्षा दृष्टिकोण से गलत बताया था। इसके बाद से ही रोड बनने का प्रस्ताव लटक गया। मौजूदा समय में सडक़ निर्माण का कार्य शुरू होने के बाद एक बार फिर चनेहटी रोड को बनाने की मांग होने लगी है। कैंट बोर्ड के सदस्य डॉ। वैभव जायसवाल ने बताया कि एक बार फिर दिल्ली में रक्षा संपदा भवन में मुद्दे को उठाया जाएगा।