बरेली (ब्यूरो)। प्रापर्टी टैक्स को लेकर नगर निगम के टैक्स विभाग का सॉफ्टवेयर बंद हो गया है। इससे टैक्स के बकायदारों की कार्रवाई भी रुक गयी है। प्रापर्टी का एसेसमेंट, टैक्स संबंधी बिल सहित अन्य कार्यों के लिए लोग नगर निगम ऑफिस के चक्कर लगा रहे हैं। एक माह से टैक्स जमा नहीं कर पाने के कारण लोगों को परेशानी हो रही है। टैक्स विभाग के अफसरों का कहना है कि जितने टैक्स दिन टैक्स विभाग की साइट अपडेट हो रही है, तब तक टैक्स पर कोई एक्सट्रा चार्ज नहीं लिया जाएगा।
रिकॉर्ड का हो रहा मिलान
नगर निगम वेबसाइट पर प्रॉपर्टी टैक्स ऑनलाइन जमा कराया जा सकता है। ऑनलाइन एसेसमेंट निकाली जा सकती है, लेकिन नया सॉफ्टवेयर अपडेट होने तक पुरानी साइट बंद हो गई है। इससे न तो प्रॉपर्टी टैक्स के बिल निकल रहे हैं, न ही एसेसमेंट हो रही है। वर्तमान टैक्स पर 10 प्रतिशत की छूट होती है, इसलिए बकाया टैक्स भरने के लिए पहुंचते हैं। साइट बंद होने से ये काम अटके पड़े हैं। जब तक यह साइट नहीं चलती तब तक नगर निगम पोर्टल पर भी काम नहीं हो सकेगा। जीआईएस सर्वे और निगम रिकॉर्ड का मिलान होने तक नगर निगम टैक्स नहीं ले सकेगा।
नहीं हो पा रही रिकवरी
नगर निगम की वेबसाइट के माध्यम से लोग घर बैठे प्रॉपर्टी टैक्स भर सकते हैं। मार्च तक प्रॉपर्टी के बकायेदारों पर निगम की ओर से ताबड़तोड़ कार्रवाई की गई थी। व्यवसायिक प्रतिष्ठानों सहित तमाम भवनों पर एक्शन लिया गया था। अब ये कार्य भी साइट अपडेट न होने के कारण रुक गया है। नगर निगम में पहुंचे घनश्याम, अलाउद्दीन, नन्हे शमसी ने बताया कि उन्होंने प्लाट की रजिस्ट्री करवानी है। इसके लिए एसेसमेंट की आवश्यकता पड़ी है। निगम कार्यालय में कई बार चक्कर लगा चुके हैं, लेकिन साइट बंद होने का हवाला देकर टाल दिया जाता है। उनका कहना है कि भीषण गर्मी में एक बार आना मुश्किल होता है, लेकिन छोटे से कार्य के लिए बार-बार आना पड़ रहा है। चीफ टैक्स ऑफिसर प्रदीप कुमार मिश्र ने बताया कि जीआईएस सर्वे की रिपोर्ट और नगर निगम रिकॉर्ड से मिलान की प्रक्रिया चल रही है। जल्द ही इसके पूरी होने के बाद नया सॉफ्टवेयर अपडेट होगा। इसके बाद किसी को दिक्कत नहीं आने दी जाएगी।