बरेली (ब्यूरो)। भमोरा के पडरी गांव के चकमार्ग को लेकर लंबे समय से चली आ रही रंजिश पंचायत चुनाव के बाद गहरा गई। मंगलवार सुबह दोनों पक्षों के बीच जमकर मारपीट और पथराव हुआ। इसमें दोनों ओर के दर्जन भर से अधिक लोग घायल हो गए। पुलिस ने घायलों को उपचार के लिए अस्पताल भेजकर क्रास में मुकदमा दर्ज किया है।
चल रही थी रंजिश
पडरी निवासी नन्हें सिंह ने बताया कि उनके बुजुर्गों के सामने दूसरे पक्ष के महिपाल सिंह के बुर्जुगों ने उसके खेत के पास बना चकमार्ग काट कर अपने खेत में कर लिया था। चकमार्ग को कब्जा मुक्त कराने उसके भतीजे राघवेंद्र सिंह ने प्रयास तेज किए पता लगने पर महिपाल पक्ष से तीन चार बार विवाद मारपीट हुई थी। इसमें पुलिस से लेकर डीएम के साथ राजस्व विभाग की टीमें आई थी, लेकिन चकमार्ग कब्जा मुक्त नहीं हुआ। राघवेंद्र सिंह ने हाईकोर्ट में अपील की हाईकोर्ट के आदेश पर पिछले साल चकमार्ग को कब्जा मुक्त करा लिया गया। इससे महिपाल सिंह पक्ष रंजिश मानने लगा। पूर्व में हुए पंचायत चुनाव में भी राघवेंद्र सिंह ने चुनाव लड़ा। वह चुनाव हार गया। महिपाल सिंह प्रधान बन गए।
निकाल लाए लाठी डंडे
नन्हें सिंह ने कहा कि उसके रिश्तेदार अपनी कम्पाइन लेकर धान की कटाई करने आये चालक ने प्रधान के भाई रबिंद्र सिंह के खेत मे कम्पाइन खडी कर दी थी। मंगलवार को दोनों पक्षों में मारपीट के बाद पथराव हो गया। इसमें वह ब्रजवाला, साला सत्यप्रकाश, भाई पप्पू सिंह, क्रेशन सिंह और वह खुद घायल हो गया। दूसरे पक्ष की ओर से प्रधान महिपाल सिंह ने बताया कि नन्हे सिंह, पप्पू, क्रेशन, सत्यप्रकाश, कल्लू, नरेन्द्र, संजीव, जितेंद्र, अर्जुन, मोहित, राघवेंद्र ने लाठी डंडे से हमला किया। पथराव में गोबिंद, आदर्श, विशाल, रामेन्द्र, कमल, अनित घायल हो गए।
दोनों पक्षों में पुरानी रंजिश है। इसके चलते एक पक्ष ने दूसरे पक्ष की कम्पाइन हटाने कहा होगा। इस पर दोनों ओर से मारपीट ईंट पत्थर फेंके गए हैं। दोनों की ओर से मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
- प्रदीप कुमार चर्तुेवेदी, प्रभारी निरीक्षक