बरेली (ब्यूरो)। नौकरी और अन्य कामों के चलते अधिकतर लोग प्रतिदिन गाड़ी से घर पर रोड पर निकलते है। शहर की इन उबड़-खाबड़ रोड व गड्ढों के कारण लोग हादसों का शिकार तो होते ही हैं बल्कि साथ ही ये लोगों की सेहत भी खराब हो रही हैं। डेली घंटो जाम में फंसे रहने और इन गड्ढों में गाड़ी चलाने से स्लिप डिस्क, गर्दन में दर्द, कमर दर्द और रीढ़ की हड्डी में झटके लगने से सर्वाइकल जैसी समस्याएं लोगों को हो रही हैं। डेली रोड पर धूल और वाहन के धुएं से लोगों को एलर्जी और स्किन डिजीज जैसी बीमारियां हो रही है। इसको लेेकर डॉक्टर्स ने बताया कि रोड पर ज्यादा तेज झटका लगने से स्लिप डिस्क और रीड़ से सम्बंधित समस्याएं हो सकती हैं।

एकता नगर की सबसे बदहाल सडक़ें

एकता नगर रोड का ज्यादा बुरा हाल है। साल भर से ज्यादा समय से ये बदहाल पड़ी है। वहीं सिटी स्टेशन रोड काफी समय से बदहाल है। बड़े वाहन चलने से रोड पर जगह-जगह बड़-बड़े गड्ढे हो गए हैं। ये दोनों सडक़े काफी व्यस्त रहती हैं। लेकिन अभी तक इस ओर जिम्मेदारों का कोई ध्यान नहीं गया है। जिस कारण लोगों को आए दिन दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।

ये होती है समस्याएं
बड़े-बड़े गड्ढे और ऊबड़-खाबड़ सडक़ो पर वाहन चलाने से रीढ़ की हड्डी पर झटका लगता है। रीढ़ की हड्डियों के बीच डिस्क मौजूद होता हैै। झटका लगने से डिस्क अपनी जगह से खिसक जाता है और हड्डियों पर दबाव पडऩे लगता है। इससे पीठ दर्द, गर्दन में दर्द, कूल्हों में दर्द और कमर से नीचे भाग में लकवा आदि जैसी कई गंभीर समस्याएं हो सकती हैं।

धूल से समस्या
बदहाल सडक़ों पर धूल आदि की समस्या बढ़ जाती है। धूल में लगातार गाड़ी चलाने से आंखों में दर्द, खुजली, पानी आना, लालिमा और एलर्जी आदि की समस्या हो सकती है। धूल सांस के जरिए फेफड़ों में जाने से गले में जलन, सांस लेने में दिक्कत और फेफड़ों से सम्बंधि गंभीर बीमारियां भी होने का खतरा बढ़ जाता है। इसके इसके अलावा सिर दर्द और नाक में समस्या हो सकती है।

बुर्जुगों और गर्भवती महिलाओं को खतरा
गड्ढों ऊबड़-खाबड़ सडक़ो पर गाड़ी चलाने से सबसे ज्यादा खतरा बुर्जुगों और गर्भवती महिलाओं को है। उम्र बढऩे के साथ आमतौर पर लोगों को कमर दर्द, घुटनों में दर्द और स्लिप डिस्क आदि की समस्या बढ़ जाती है। गाड़ी में झटका लगनेे से ये समस्याएं और भी गंभीर हो सकती। सडक़ों पर मौजूद गड्ढों से अचानक झटका लगने से गर्भवती महिलाओं को ब्लीडिंग, हैवी पेन के साथ प्री मिच्योर डिलिवरी होने का खतरा रहता है।