बरेली (ब्यूरो)। सीएम योगी आदित्यनाथ जन सुनवाई और उसके निस्तारण को लेकर काफी गंभीर है। लोगों की समस्या के निस्तारण को लेकर अफसरों के लिए शासन से दिशा निर्देश आते रहते है। बावजूद इसके डीएम, एसएसपी, नगर निगम ऑफिस और तहसील समेत अन्य विभागों के अफसरों के दरबार में रोजाना सैकड़ों की संख्या में फरियादी पहुंच रहे है। पुलिस ऑफिस में तो करीब तीन सौ तक पीडि़त अपनी अपनी फरियादी लेकर पहुंचे रहे है।
9 बजे से जुटते हैं फरियादी
अफसरों के दरबार के सुबह 9 बजे से ही फरियादियों की लाइन लगना शुरू हो जाती है। सबसे ज्यादा पीडि़तों की भीड़ पुलिस ऑफिस में जुटती हैं। यहां पर सुबह 10 बजे से लेकर लगातार दो बजे तक सुनवाई के बाद भी सभी लोगों की फरियाद को अफसर नहीं सुन पाते है, जबकि एसएसपी के अलावा एक से दो और अधिकारी लोगों की फरियाद को सुनते है। पुलिस ऑफिस में रोजाना 300 से ज्यादा फरियादी पहुंच रहे है। इसके अलावा एडीजी, आईजी के ऑफिस में भी फरियादियों की भीड़ जमा रहती है। वहीं डीएम रविन्द्र कुमार के दरबार में भी सैकड़ों लोग अपनी समस्या लेकर पहुंच रहे है। इसके अलावा अपने पानी, सडक़ और हाउस टैक्स जैसी दिक्कत का सामने करने वाले भी नगर निगम के चक्कर लगा रहे है।
पोर्टल पर से भी सुनवाई
बता दें कि लोगों को अपनी शिकायतों को लेकर अफसरों के दरबार के ज्यादा चक्कर न लगाना पड़े इसको लेकर योगी सरकार ने जन सुनवाई के लिए पोर्टल के माध्यम से भी लोगों की समस्याओं को निस्तारण किया जा रहा है। बावजूद इसके लोगों की समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है। यही वजह है कि लोग अपनी-अपनी फरियाद लेकर विभागों के चक्कर लगा रहे है।
हो चुकी है कार्रवाई
बता दें कि एसएसपी अनुराग आर्य कार्यभार संभालने के बाद से अबतक करीब 50 से ज्यादा पुलिस कर्मियों पर लोगों की जन सुरवाई में लापरवाही बरतने के मामले में कार्रवाई कर चुके है। बावजूद इसके सबसे ज्यादा फरियादी पुलिस ऑफिस एसएसपी के दरबार में ही अपने फरियाद लेकर पहुंचते है।