बरेली (ब्यूरो)। सेक्स वर्कर्स अब टे्रन के एसी कोच में सवार होकर शहर पहुंच रही हैं। एक-दो नहीं, इनकी संंख्या काफी अधिक है। सेक्स वर्कर्स के शहर में आने से पहले ही उनके कस्टमर्स उनके आने-जाने और होटल में रुकने का पूरा इंतजाम कराते हैं। हाईफाई सेक्स वर्कर्स एक रात के लिए कई-कई हजार रुपए तक चार्ज करतीं हैं। सूत्रों की मानें तो इस बावत आरपीएफ-जीआरपी के साथ-साथ लोकल पुलिस भी बखूबी जानती है, लेकिन इस पचड़े में पडऩे से गुरेज करती है।
बोलती हैं अंग्रेजी
हाई प्रोफाइल सेक्स वर्कर्स कस्टमर्स पर इंप्रेशन जमाने के लिए फर्रराटेदार अंग्रेजी के शब्द बोलती हैं। इसके साथ ही ग्राहकों को लुभाने के लिए वे कट लगी जींस के साथ छोटे-छोटे जालीदार टॉप पहनती हैं। उनके ट्रेन से उतरने के बाद उनके कस्टमर्स उन्हें रिसीव करने के बाद अपनी गाड़ी में बैठा कर अपने मुकाम तक ले जाते हैं। ऐसे नजारे अक्सर रात के समय अक्सर जंक्शन पर देखे जा सकते हैं।
दलाल कराते हैं सेटिंग
सेक्स वर्कर्स को उपलब्ध कराने में दलालों का बड़ा रोल रहता है। इस काम में उनका ठीक-ठाक कमीशन रहता है। ये दलाल ग्राहक को एक से एक सेक्स वर्कर्स के फोटो भेजते हैं, जिसके बाद ग्राहक सेक्स वर्कर को पंसद करता है। इसके बाद रुपए तय होने पर आधे एडवांस दिए जाते हैं। इसके बाद पता दिया जाता है, जहां सेक्स वर्कर पहुंच जाती है।
होटल्स में रहती है सेटिंग
सूत्रों के अनुसार सेक्स वर्कर्स की कुछ होटल्स में सेटिंग रहती है। अगर सेक्स वर्कर कस्टमर को अपने साथ होटल में लेकर जाती है तो होटल मैनेजर न तो सेक्स वर्कर की आईडी लेता है, न ही वह उसके साथ पहुंचे ग्राहक से ही आईडी की डिमांड करता है।
चेहरे पर नकाब, आंखों में शिकार की तलाश
बाहर से आने वाली सब सेक्स वर्कर्स पहले से बुक नहीं होती र्हंै। कुछ जंक्शन के बाहर खड़े रह कर ग्राहकों को तलाशती हैं। अक्सर जंक्शन के बाहर चेहरे पर नकाब लगाए अकेले खड़ी सेक्स वर्कर दिखाई दे जाती हैं। इनकी आंखों में अपने शिकार की तलाश रहती है। ग्राहक के पास पहुंचते ही वे खुद बातचीत शुरू कर देती हैं। जंक्शन के साथ ही शहर में सेटेलाइट बस अड्डे का भी यह ही हाल है। दोनों ही जगह पर सेक्स वर्कर्स के साथ ही किन्नर भी अच्छी खासी संख्या में शिकार की तलाश में रहते हैं।
होते हैं विवाद
इन सेक्स वर्कर्स के चक्कर में कई बार बात बिगड़ जाती है और इसको लेकर विवाद भी खड़े हो जाते हैं। इसके साथ ही कई बार सेक्स वर्कर्स समझ क कुछ लोग आम महिलाओं के पास भी पहुंच जाते हैं, जिस कारण बड़ी समस्या खड़ हो जाती है। ऐसे में उन महिलाओं को भी शर्मिंदगी का सामना करना पड़ता है।
यह सब जंक्शन के बाहर ही होता है। जंक्शन परिसर के अंदर ऐसा नहीं होता। जंक्शन परिसर में हम उन्हे दाखिल नहीं होने देते हैं। इस मामले में सिविल पुलिस को कार्रवाई का अधिकार हैं।
अजीत प्रताप सिंह, इंस्पेक्टर, जीआरपी
सेक्स वर्कर से बातचीत का अंश
सेक्स वर्कर से बातचीत का अंश
रिपोर्टर : हैलो
सेक्स वर्कर : कौन
रिपोर्टर : बंटी ने नंबर दिया
सेक्स वर्कर : कौन बंदी
रिपोर्टर : हल्द्वानी
सेक्स वर्कर : बोलो
रिपोर्टर : मीटिंग करनी थी
सेक्स वर्कर : कहां
रिपोर्टर : बरेली
सेक्स वर्कर : नाइट के 10 हजार और कमरा, आना-जाना करना होगा
रिपोर्टर : अच्छा जी
सेक्स वर्कर : 70 प्रतिशत पेमेंट पहले करना होगा
रिपोर्टर : क्यों ऐसा क्यों तुम नहीं आईं तो
सेक्स वर्कर : बंटी से बात कर लेना
रिपोर्टर : हैलो हैलो
सेक्स वर्कर : जल्दी बोलो
रिपोर्टर : पेमेंट कर देंगे
सेक्स वर्कर : पेमेंट करने के बाद दो दिन पहले रिजर्वेशन की डेट बता देना और हां ऐसी में रिजर्वेशन कराना इंटर सिटी में