-रामपुर गार्डन डकैती में पुलिस 7 मिनट के 7 सवालों को सुलझाने में जुटी

<-रामपुर गार्डन डकैती में पुलिस 7 मिनट के 7 सवालों को सुलझाने में जुटी

BAREILLY: BAREILLY: रामपुर गार्डन में गत ख्ख् अप्रैल की रात ज्वैलर प्रदीप अग्रवाल के घर डकैती का पर्दाफाश करने के लिए पुलिस उन सात मिनट के अंधेरे में भटक रही है। जिस दौरान वारदात हुई। इसके अलावा पुलिस डकैती से जुड़े 7 सवालों को सुलझाने में उलझी हुई है। जबकि दूसरी ओर बाहरी बदमाशों पर भी नजर लगाए हुए है। वहीं पुलिस वारदात को फर्जी कहने से बच रही है लेकिन घटना को संदिग्ध जरूर मान रही है।

7 मिनट के लिए हुआ थ्ा अंधेरा

प्रदीप ज्वैलर के घर जिस वक्त बदमाश घुसे थे उस वक्त सिर्फ 7 मिनट के लिए ही लाइट गई थी। जब पुलिस रिक्रिएशन कराया तो लाइट न होने के कारण अंदर जाते वक्त कोई नहीं दिखा लेकिन आते वक्त दिखे। जबकि डकैत नहीं दिख रहे हैं। अब पुलिस के मन में बार-बार सवाल उठ रहा है कि क्या 7 मिनट में ही बदमाश वारदात को अंजाम देकर चले गए।

इन सवालों के जवाब की तलाश

-जब बदमाश घर के अंदर ख्0 मिनट रहे तो फिर 7 मिनट में वारदात करके कैसे बाहर निकल गए।

-हो सकता है कि बदमाश अंधेरे में सीसीटीवी में दिखाई नहीं दे रहे हों लेकिन उजाले में तो दिखाई देते।

-ज्वैलर ने छोटे से होल से हाथ डालकर हैंगर से कुंडा खोलने की बात कही लेकिन गेट का लॉक टाइट खुलता है

-एक बदमाश ने मंजू से क्यों कहा कि वह जब लूटपाट के बाद जाएंगे तो उन्हें खोलकर जाएंगे

-एक बदमाश ने चेहरा क्यूं ढंका था। क्या वह आसपास का कोई रहने वाला है

-बदमाशों के कार से आने की बात कही गई लेकिन ज्यादातर लोग किसी तरह की कार खड़ी होने से इनकार कर रहे हैं

-पुलिस को जिस कार पर मोबाइल मिले हैं। उस पर दोनों ओर धूल कैसे जमी

ये मामले रहे हैं संदिग्ध

-कुछ दिनों पहले मीरगंज में दो व्यापारी भाइयों ने बाइक सवारों द्वारा क्0 लाख रुपए लूटने की वारदात बताई थी लेकिन मामला फर्जी निकाला।

-भोजीपुरा में एक बेटे ने मृतक आश्रित कोटे में नौकरी पाने के लिए पिता की हत्या कर दी थी। जबकि उसने पुलिस को यह बताया था कि बदमाशों ने पिता को मार दिया।

-कोतवाली एरिया में बाग बृगटान में मैनेजर की पत्‍‌नी को घर के अंदर बंधक बनाकर लूटपाट का मुकदमा दर्ज किया गया था। लेकिन यह मामला भी फर्जी निकला था।