बरेली (ब्यूरो)। प्रदेशभर के अलग-अलग जिलों में तैनात लेडी कांस्टेबल से शादी का झांसा देकर यौन उत्पीडऩ और ठगी करने वाले आरोपित फर्जी सिपाही के खिलाफ विवेचक दिनेश शर्मा ने संडे को रेप के मामले में चार्जशीट दाखिल कर दी है, जबकि फर्जीवाड़ा कर कार फाइनेंस कराने और पैसों की ठगी के मामले में पार्ट ऑफ विवेचना अब भी जारी है। विवेचक ने बताया कि फर्जीवाड़े मामले में कई लोगों के बैंक स्टेटमेंट और आरोपित की कॉल डिटेल निकाली जा रही है। ताकि अन्य आरोपितों के खिलाफ भी कार्रवाई हो सके।
संडे को लगी चार्जशीट
गौरतलब है कि दो माह पूर्व में कोतवाली में एक महिला सिपाही ने धारा 376&2&यएन, 420, 323, 504, 506, 467, 468 और 471 में राजन वर्मा पुत्र वीरेन्द्र वर्मा के खिलाफ मामला दर्ज हुआ था। इस मामले में पुलिस ने आरोपित को तीन सितंबर को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। कोतवाली पुलिस ने खुलासा कर बताया था कि आरोपित ने खुद को प्रदेश की सिग्नेचर बिल्डिंग में एडीजी लॉ एंड ऑर्डर ऑफिस में तैनात बताकर महिला सिपाही से दोस्ती की थी। इसके बाद आरोपित ने शादी का झांसा देकर उससे कई लाख रुपए की ठगी करने के साथ ही, फर्जीवाड़ा कर कार फाइनेंस करा ली थी। जिसकी किस्त कटने पर महिला सिपाही को मामले की जांच जानकारी हुई थी। इसके बाद सिपाही ने आरोपित के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इस मामले में पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। इसी मामले में कोतवाली पुलिस ने रेप के मामले में चार्जशीट लगा दी है। जबकि अन्य धाराओं में पार्ट विवेचना जारी है।
कई महिलाओं को बनाया निशाना
आरोपित राजन वर्मा के गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने जब उससे पूछताछ की। तो कई चौंकाने वाले खुलासे हुए। पुलिस को पूछताछ में पता चला कि आरोपित ने दस से ज्यादा महिलाओं को ठगी का शिकार बनाया है। इसके साथ ही कई महिला पुलिस कर्मियों के साथ यौन उत्पीडऩ भी किया है।
कई ने नहीं की एफआईआर
शुरुआती जांच में पुलिस को पता चला है कि आरोपित ने कई महिला सिपाही के साथ ठगी के साथ यौन उत्पीडऩ की घटना को अंजाम दिया है। लेकिन बदनामी के डर से कई महिला सिपाही ने एफआईआर दर्ज कराने से इंकार कर दिया।
ये था मामला
लखीमपुर के मिदनिया गढ़ी निवासी राजन वर्मा पुत्र वीरेन्द्र वर्मा 8वीं पास है। वह लखीमपुर में पेठा बनाने की फैक्ट्री चलाता है। लखीमपुर खीरी से पेठा बनांकर अयोध्या भेजता था। इसी बीच उसकी मुलाकात सुनील गुप्ता से हुई थी। सुनील ने खुद को एसओजी बताया कहा कि उसके पिता भी पुलिस में हैं। नौकरी का झांसा देकर राजन से पांच लाख ठग लिए। इस दौरान सुनील ने राजन को कुछ दिनों तक उसे अपने साथ पुलिस लाइन में रखा था। पुलिस लाइन में रहने की वजह से राजन ने पुलिस के सभी तौर तरीके सीख लिए। जब उसे पता चला कि उसके साथ ठगी हो गई तो उसने अयोध्या में ही शिकायत की जिससे उसका पैसा वापस मिल गया। इसी बीच आरोपित महिला सिपाहियों को टारगेट करने लगा। एक महिला कांस्टेबल से शादी का झांसा देकर संबंध बनाए, मगर शादी नहीं की। जब महिला ने एक थाने में एफआईआर दर्ज कराई, तो आरोपित ने उससे शादी कर ली। इसके बाद आरोपित लगातार महिला कांस्टेबल को अपना शिकार बनाता रहा और शादी का झांसा देकर उनका यौन उत्पीडऩ कर, उनसे प्लाट माकन आदि खरीदने के नाम पर ठगी करता रहा।
आरोपित के खिलाफ चार्जशीट लगा दी गई है। कुछ धाराओं में पार्ट विवेचना चल रही है। अपराध में शामिल अन्य लोगों का नाम प्रकाश में आने के बाद चार्जशीट लगाकर कार्रवाईउ की जाएगी।
दिनेश शर्मा, शहर कोतवाल